बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - तृतीय प्रश्नपत्र - सामुदायिक विकास एवं प्रसार प्रबन्धन
प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के युवाओं को रोजगार देने के लिये "Make in India Compaign" चलाया था। परन्तु हमारे देश के बहुत से युवा ऐसे थे जिसको रोजगार के साथ प्रशिक्षण की भी जरूरत थी। इसी कमी को पूरा करने के लिये "प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना"(PMKVY) शुरू की गयी जिसका मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण देना है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना भारत सरकार की एक योजना है जिसे जुलाई 2015 में शुरू किया गया था।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विभिन्न कार्यों में सक्षम बना कर देश में रोजगार लाना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना तथा उनको देश की मुख्य धारा के साथ जोड़ना है।
इस योजना को ( मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलपमेंट एण्ड एण्टरप्रिन्योरशिप) द्वारा नियंत्रित और नियमित किया जाता है। इस मंत्रालय का मुख्य काम युवाओं के लिये अवसर प्रदान करना तथा उनका निर्माण करना है ताकि इन अवसरों में वे अपना पसंदीदा मार्ग चुन कर अपना भविष्य उस मार्ग की सहायता से बना सकें। इस योजना के तहत युवाओं को विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा। यहाँ पर इस योजना के विषय में सारी जानकारियाँ दी जा रही हैं।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) का मुख्य उद्देश्य -
इस योजना के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं-
1. इस योजना के अन्तर्गत सरकार कम से कम देश के 24 लाख युवाओं को विभिन्न तरह के तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना चाहती है।
2. देश के युवाओं में कई ऐसे टैलेंट हैं जो हैं तो कारगर किन्तु किसी वजह से लोगों तक नहीं पहुँच पा रहे और लोग उसका लाभ नहीं उठा पा रहे। ऐसे स्किल को लोगों के बीच लाने और औपचारिक तौर पर सर्टिफिकेशन करने के लिये भी इस योजना का प्रयोग किया जायेगा।
3. इस योजना के अन्तर्गत पाया गया सर्टिफिकेट समस्त भारत में मान्य होगा। अतः एक न्यूनतम शुल्क के साथ सरकार युवाओं को प्रशिक्षित कर ये सर्टिफिकेट देगी जिसके आधार पर उन्हें निजी अथवा सरकारी क्षेत्र में नौकरियाँ प्राप्त हो सकेंगी।
विशेषताएँ
यह निम्नलिखित है -
1. इस योजना के तहत कराई जाने वाली सभी तरह की ट्रेनिंग बहुत ही संजीदगी से कराई जायेगी। विभिन्न क्षेत्रों में ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिये विभिन्न योग्यताओं की आवश्यकता होगी। अतः किसी भी तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने से पहले योग्यता की जाँच की जायेगी।
2. सभी ट्रेनिंग प्रोग्राम का निर्वाहन सेक्टर स्किल कौंसिल यानि 'एसएससी' द्वारा किया जायेगा।
3. इस योजना के अन्तर्गत भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं में आवश्यक कार्यकर्ताओं को देखते हुए प्रशिक्षण दिया जायेगा। प्रशिक्षण के बाद युवाओं को विभिन्न सरकारी योजनाएँ जैसे- मेक इन इण्डिया, डिजिटल इण्डिया प्रोजेक्ट, स्वच्छ भारत अभियान आदि के अन्तर्गत नौकरी दी जायेगी।
4. इस योजना की एक विशेष बात यह है कि इस योजना का ब्राण्ड एम्बेसडर "सचिन तेंदुलकर "हैं। सचिन भारतीय युवाओं के लिये आदर्श के रूप में हैं। अतः युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिये महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन को चुना गया है।
इस योजना से देश के सभी युवा वर्ग को संगठित करके उनके कौशल को निखार कर उनकी योग्यतानुसार रोजगार देना है। इस योजना के अन्तर्गत पहले वर्ष में 24 लाख युवाओं को शामिल किया जाएगा। इसके बाद 2022 तक यह संख्या 40.2 करोड़ तक ले जाने की योजना है। इसके अलावा इस योजना से लोग अधिक से अधिक जुड़ सकें, इसके लिये युवाओं को ऋण प्राप्त करने की भी सुविधा है।
इस योजना के द्वारा उन लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कम पढ़े-लिखे या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं। उन लोगों को भी समाज के साथ जोड़ना तथा उनके रोजगार के कौशल को विकसित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
यह योजना भारत मिशन जैसी एक दूरदर्शी पहल उस समय की आवश्यकता है जोकि समग्र आर्थिक स्थिति को बढ़ावा देगी और भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने के लिये शिक्षा, प्रशिक्षण और काम के बीच तालमेल बनाएगा।
इस काम के लिये और लोगों को इस योजना से जोड़ने के लिये सरकार ने कई टेलीकॉम कम्पनियों को इस कार्य के लिये अपने साथ जोड़ रखा है। यह मोबाइल कम्पनियाँ मैसेज के द्वारा इस योजना को सभी लोगों तक पहुँचाने का कार्य करती हैं। इस योजना के तहत मोबाइल कम्पनियाँ योजना से जुड़े लोगों को मैसेज करके एक टोलफ्री नम्बर देंगी जिस पर कैंडिडेट को मिस कॉल देना होता है। मिस कॉल के तुरन्त बाद आपके पास एक नम्बर से फोन आयेगा जिसके बाद आप आईवीआर सुविधा से जुड़ जायेंगे।
इसके बाद कैंडिडेट को अपनी जानकारी निर्देशानुसार भेजनी होगी। आपके द्वारा भेजी गई जानकारी कौशल विकास योजना के सिस्टम में सुरक्षित रख ली जाएगी। यह जानकारी मिलने के बाद आवेदनकर्त्ता को उसी के क्षेत्र में यानि कि उसके निवास स्थान के आस-पास ट्रेनिंग सेन्टर से जोड़ा जायेगा।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत हो चुकी है और इसका लाभ अधिकतर शहरी नागरिकों द्वारा उठाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को इस तरह की किसी योजना से जोड़ने के लिये अधिक से अधिक कौशल केन्द्र की स्थापना करने का प्रयत्न किया जा रहा है।
इसी के साथ देश के 24 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करना भी अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस चुनौती को पूरा करने के लिये एनएसडीसी पूरी तरह से कार्यरत है।
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- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता की भूमिका तथा गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दृश्य-श्रव्य साधन क्या हैं? प्रसार शिक्षा में दृश्य-श्रव्य साधन की भूमिका का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- प्रसार कार्यकर्त्ता के प्रमुख गुण (विशेषताएँ) बताइये।
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- प्रश्न- प्रसार शिक्षा की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के मूल तत्व बताओं।
- प्रश्न- प्रसार शिक्षा के अर्थ एवं आवश्यकता की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- श्रव्य दृश्य साधन क्या होते हैं? इनकी सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- चार्ट और पोस्टर में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- शिक्षण अधिगम अथवा सीखने और प्रशिक्षण की प्रक्रिया को समझाइए।
- प्रश्न- सीखने की विधियाँ बताइए।
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- प्रश्न- उज्जवला योजना पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान घर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- भारत में राष्ट्रीय विस्तारप्रणाली की रूपरेखा को विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- स्वयं सहायता समूह पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- स्वच्छ भारत अभियान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
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- प्रश्न- विस्तार शिक्षा के महत्व को समझाइए।
- प्रश्न- विस्तार शिक्षा तथा विस्तार प्रबंध में क्या अन्तर है?