बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धन
प्रश्न- गर्भावस्था में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व आवश्यक होते हैं? समझाइए।
अथवा
एक गर्भवती स्त्री की एक दिन की आहार तालिका बनाइए। कौन-कौन से पौष्टिक तत्व आप उसके आहार में बढ़ाएँगे और क्यों?
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए -
(i) गर्भावस्था के दौरान आहार
(ii) मध्यम वर्गीय धात्री माता का आहार।
2. गर्भवती स्त्री को अधिक पौष्टिक तत्व लेने के लिए डॉक्टर क्यों सलाह देते हैं?
3. एक गर्भवती महिला की पोषण आवश्यकता बताइए।
4. गर्भवती महिला के लिए आहार आयोजन कीजिए।
उत्तर -
दैनिक प्रस्तावित मात्राओं को बनाते समय ध्यान रखने वाले आहारीय निर्देश
विभिन्न आयु वर्गों के दैनिक प्रस्तावित मात्राओं को बनाते समय निम्नलिखित आहारीय निर्देशों का पालन करना चाहिए -
(Food During Pregnancy)
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को निम्नलिखित पौष्टिक तत्वों की आवश्यकता होती है-
कैलोरीज (Calories) - गर्भ के समय आधारीय उपापचय दर बढ़ जाती है। भ्रूण की वृद्धि तथा विकास के लिए भी अतिरिक्त ऊष्मा की आवश्यकता होती है। इसके साथ-साथ गर्भवती के शारीरिक भार में वृद्धि होती है तथा उसे बढ़े हुए शरीर को हिलाने-डुलाने के लिए भी अधिक ऊष्मा की आवश्यकता होती है।
प्रोटीन (Protein) - गर्भकाल में भ्रूण की पूर्ण वृद्धि एवं विकास के लिए अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता होती है। गर्भवती के शरीर में होने वाली टूट-फूट के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। प्रोटीन की आवश्यकता गर्भावस्था के अन्तिम छः महीने में अधिक होती है क्योंकि इस समय भ्रूण के शरीर में प्रोटीन जमा होता है।
कैल्शियम (Calcium) - भ्रूण के अस्थि निर्माण के लिए गर्भवती को अतिरिक्त कैल्शियम की आवश्यकता होती है। FAP/WHO ग्रुप ने कहा है कि पूरे गर्भकाल में भ्रूण में 30 ग्राम कैल्शियम जमा होता है। इसलिए गर्भवती को 500-600 mg अतिरिक्त कैल्शियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम की अतिरिक्त आवश्यक ता गर्भावस्था के अन्तिम तीन महीनों में सर्वाधिक होती है।
लौह-लवण (Iron-salt) - भ्रूण में रक्त के निर्माण के लिए लौह- लवण की भी आवश्यकता होती है। गर्भकाल मंो लौह लवण की आवश्यकता छः महीने के बाद होती है। I.C.M.R. ग्रुप ने गर्भकाल में 10 मि. ग्राम प्रतिदिन लौह लवण निर्धारित किया है।
विटामिन 'ए' (Vitamin 'A') - शरीर की सारी क्रियाओं को नियमित करने के लिए विटामिन 'ए' की अधिक आवश्यकता होती है। विटामिन 'ए' शारीरिक वृद्धि करने के साथ ही आँखों की दृष्टि के लिए भी उपयोगी होता है।
थायमिन (Thymine) - भ्रूण की वृद्धि के लिए थायमिन की आवश्यक ता होती है। नवजात शिशु के शरीर में थायमिन की थोड़ी मात्रा संचित रहती है, फिर भी गर्भवती को अतिरिक्त थायमिन की आवश्यकता होती है।
रीबोफ्लोविन (Riboflavin) एक गर्भवती स्त्री के लिए 0.2 मि. ग्राम प्रतिदिन अतिरिक्त रीबोफ्लोविन की आवश्यकता होती है।
एस्कार्बिक अम्ल (Ascarbic Acid) भ्रूण में R. B. C. (लाल रक्त कोशिकाओं) निर्माण के लिए एस्कार्बिक अम्ल की आवश्यकता होती है।
गर्भवती स्त्री के लिए सन्तुलित आहार
निम्नलिखित दो आर्थिक स्थितियों में गर्भवती के लिए सन्तुलित आहार-
1. उच्चस्तरीय वर्ग - उच्चस्तरीय वर्गकी गर्भवती स्त्री को प्रतिदिन के आहार में दूध, फलु हरे पत्ते वाली सब्जियों का सेवन ज्यादा करना चाहिए। उसका मीनू निम्न प्रकार से होना चाहिए -
सुबह ------------------------ - चाय।
सुबह का नाश्ता -------------- दूध, ब्रेड मक्खन सहित, फल।
दोपहर का खाना ------------- रोटी, दाल, हरी पत्ते वाली सब्जी, दही, सलाद, खीर।
शाम की चाय ----------------- बिस्कुट चाय, फल।
रात का खाना ----------------- रोटी तरी वाली सब्जी (आलू मटर पनीर), सूखी सब्जी (बैंगन), सलाद।
सोते समय- --------------------दूध।
माँसाहारी को अण्डा तथा माँस दाल के स्थान पर लेना चाहिए।
2. मध्यमवर्गीय वर्ग - मध्यमवर्गीय वर्ग कीगर्भवती स्त्री चूँकि दूध अधिक लेने में असमर्थ होती है, इसलिए उसे अनाज और दालें अधिक मात्रा में लेनी चाहिए। अधिक परिश्रम करने वाली महिलाओं को मूँगफली का सेवन करना चाहिए।
इन लोगों को दाल, मूँगफली, हरी पत्ते वाली सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए। इनका मीनू निम्न प्रकार से होना चाहिए-
सुबह का नाश्ता ----------- रोटी, मठ्ठा, भीगे अंकुरित चने नींबू के साथ।
दोपहर का खाना ---------- रोटी (हरी पत्ते वाली सब्जी भरी हुई), दाल, प्याज, मिर्च, गुड़।
शाम की चाय ------------- मौसम का फल गुड़ की चाय मूँगफली।
रात का खाना ------------- रोटी (ज्वार, गेहूँ तथा चने के आटे की) हरी पत्ते वाली - सब्जी, प्याज, गुड़।
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- प्रश्न- दैनिक आहारीय मात्राओं से आप क्या समझते हैं? आर.डी.ए. का महत्व एवं कार्य बताइए।
- प्रश्न- आहार मात्राएँ क्या हैं? विभिन्न आयु वर्ग के लिये प्रस्तावित आहार मात्राओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संदर्भित महिला व पुरुष को परिभाषित कीजिए एवं पोषण सम्बन्धी दैनिक आवश्यकताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दैनिक प्रस्तावित मात्राओं से आप क्या समझते हैं? दैनिक प्रस्तावित मात्राओं को बनाते समय ध्यान रखने योग्य आहारीय निर्देशों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गर्भावस्था में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व आवश्यक होते हैं? समझाइए।
- प्रश्न- स्तनपान कराने वाली महिला के आहार में कौन से पौष्टिक तत्वों को विशेष रूप से सम्मिलित करना चाहिए।
- प्रश्न- एक गर्भवती स्त्री के लिये एक दिन का आहार आयोजन करते समय आप किन-किन बातों का ध्यान रखेंगी?
- प्रश्न- एक धात्री स्त्री का आहार आयोजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें बताइये।
- प्रश्न- दैनिक प्रस्तावित आवश्यकता की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- प्रस्तावित दैनिक आवश्यकता के निर्धारण का आधार क्या है?
- प्रश्न- शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व कौन-कौन से हैं? इन तत्वों को स्थूल पोषक तत्व तथा सूक्ष्म पोषक तत्वों में वर्गीकृत कीजिए।
- प्रश्न- भोजन क्या है?
- प्रश्न- उत्तम पोषण एवं कुपोषण के लक्षणों में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- हमारे लिए भोजन क्यों आवश्यक है?
- प्रश्न- शरीर में जल की क्या उपयोगिता है
- प्रश्न- क्या जल एक स्थूल पोषक तत्व है?
- प्रश्न- स्थूल पोषक तत्व तथा सूक्ष्म पोषक तत्वों में अंतर बताइये।
- प्रश्न- कार्बोहाइड्रेट किसे कहते हैं? इसकी प्राप्ति के स्रोत तथा उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- मानव शरीर में कार्बोहाइड्रेट की कमी व अधिकता से क्या हानियाँ होती हैं?
- प्रश्न- आण्विक संरचना के आधार पर कार्बोहाइड्रेट का वर्गीकरण किस प्रकार किया जा सकता है? विस्तारपूर्वक लिखिए।
- प्रश्न- कार्बोहाइड्रेट का मानव शरीर में किस प्रकार पाचन व अवशोषण होता है?
- प्रश्न- कार्बोहाइड्रेट की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- कार्बोहाइड्रेट क्या है? इसके प्राप्ति के स्रोत बताओ।
- प्रश्न- प्रोटीन से क्या तात्पर्य है? मानव शरीर में प्रोटीन की उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- प्रोटीन को वर्गीकृत कीजिए तथा प्रोटीन के स्रोत तथा कार्य बताइए। प्रोटीन की कमी से होने वाले रोगों के बारे में भी बताइए।
- प्रश्न- प्रोटीन के पाचन, अवशोषण व चयापचय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- प्रोटीन का जैविक मूल्य क्या है? प्रोटीन का जैविक मूल्य ज्ञात करने की विधियाँ बताइये।
- प्रश्न- प्रोटीन की दैनिक जीवन में कितनी मात्रा की आवश्यकता होती है?
- प्रश्न- प्रोटीन की अधिकता से क्या हानियाँ हैं?
- प्रश्न- प्रोटीन की शरीर में क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- प्रोटीन की कमी से होने वाले प्रभाव लिखिए।
- प्रश्न- वसा से आप क्या समझते हैं? वसा प्राप्ति के प्रमुख स्रोत एवं उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये - वसा का पाचन एवं अवशोषण।
- प्रश्न- वसा या तेल का रासायनिक संगठन बताते हुए वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- वसा की उपयोगिता बताओ।
- प्रश्न- वसा के प्रकार एवं स्रोत बताओ।
- प्रश्न- वसा की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- पोषक तत्व की परिभाषा दीजिए। सामान्य मानव संवृद्धि में इनकी भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विटामिनों से क्या आशय है? इनके प्रकार, प्राप्ति के साधन एवं उनकी कमी से होने वाले रोगों के विषय में विस्तारपूर्वक लिखिए।
- प्रश्न- विटामिन
- प्रश्न- विटामिन 'ए' क्या है? विटामिन ए की प्राप्ति के साधन तथा आहार में इसकी कमी से होने वाले रोगों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विटामिन डी की प्राप्ति के साधन बताइये।
- प्रश्न- विटामिन सी की कमी से क्या हानियाँ हैं?
- प्रश्न- विटामिन डी की दैनिक प्रस्तावित मात्रा बताइये।
- प्रश्न- वसा में घुलनशील व जल में घुलनशील विटामिनों में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- खनिज तत्वों से आप क्या समझते है? खनिज तत्वों का कार्य बताइए।
- प्रश्न- फॉस्फोरस एवं लोहे की प्राप्ति, स्रोत, कार्य व इसकी कमी से होने वाली हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कैल्शियम की प्राप्ति के साधन कार्य तथा इसकी कमी से होने वाली हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जिंक की कमी से शरीर को क्या हानि होती है? इनकी प्राप्ति के साधन उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- आयोडीन का महत्व बताइये।
- प्रश्न- सोडियम का भोजन में क्या महत्व है?
- प्रश्न- ताँबे का क्या कार्य है?
- प्रश्न- शरीर में फ्लोरीन की भूमिका लिखिए।
- प्रश्न- शरीर में मैंगनीज का महत्व बताइये।
- प्रश्न- शरीर में कैल्शियम का अवशोषण तथा चयापचय की संक्षिप्त में व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आहारीय रेशे का क्या अर्थ है? आहारीय रेशों का संगठन, वर्गीकरण एवं लाभ लिखिए।
- प्रश्न- भोजन में रेशेदार पदार्थों का क्या महत्व है? रेशेदार पदार्थों के स्रोत एवं प्रतिदिन की आवश्यकता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- फाइबर की कमी शरीर पर क्या प्रभाव डालती है?
- प्रश्न- फाइबर की अधिकता से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- प्रश्न- विभिन्न खाद्य पदार्थों में फाइबर की मात्रा को तालिका द्वारा बताइए।
- प्रश्न- भोजन पकाना क्यों आवश्यक है? भोजन पकाने की विभिन्न विधियों का वर्णन करिए।
- प्रश्न- भोजन पकाने की विभिन्न विधियाँ पौष्टिक तत्वों की मात्रा को किस प्रकार प्रभावित करती हैं? विस्तार से बताइए।
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- प्रश्न- भोजन विषाक्तता पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भूनना व बेकिंग में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- भोजन में मसालों की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- खाद्य पदार्थों में मिलावट किन कारणों से की जाती है? मिलावट किस प्रकार की जाती है?
- प्रश्न- 'भोज्य मिलावट' क्या होती है, समझाइये।
- प्रश्न- खमीरीकरण की प्रक्रिया से बनाये जाने वाले पदार्थों का वर्णन कीजिए तथा खमीरीकरण प्रक्रिया के प्रभावों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अनुपूरक व विस्थापक पदार्थों से आपका क्या अभिप्राय है? उनका विस्तृत वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विभिन्न खाद्य पदार्थों का फोर्टीफिके शनकि स प्रकार से किया जाता है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- भोजन की पौष्टिकता को बढ़ाने वाले विभिन्न तरीके क्या होते हैं? विवरण दीजिए।
- प्रश्न- अंकुरीकरण तथा खमीरीकरण किस प्रकार से भोजन के पौष्टिक मूल्य को बढ़ाते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खमीरीकरण की प्रक्रिया किन बातों पर निर्भर करती हैं।
- प्रश्न- खमीरीकरण पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- आहार आयोजन से आप क्या समझती हैं? आहार आयोजन का महत्व बताइए।
- प्रश्न- 'आहार आयोजन' करते समय ध्यान रखने योग्य बातें बताइये।
- प्रश्न- आहार आयोजन को प्रभावित करने वाले विभिन्न कारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विभिन्न आयु वर्गों एवं अवस्थाओं के लिए निर्धारित आहार की मात्रा की सूचियाँ बनाइए।
- प्रश्न- एक खिलाड़ी के लिए एक दिन के पौष्टिक तत्वों की माँग बताइए व आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- एक दस वर्षीय बालक के पौष्टिक तत्वों की मांग बताइए व उसके स्कूल के लिए उपयुक्त टिफिन का आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- 'आहार आयोजन करते हुए आहार में विभिन्नता का भी ध्यान रखना चाहिए।' इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- एक किशोर लड़की के लिए पोषक तत्वों की माँग बताइए।
- प्रश्न- एक किशोरी का एक दिन का आहार आयोजन कीजिए तथा आहार तालिका बनाइये। किशोरी का आहार आयोजन करते समय आप किन पौष्टिक तत्वों का ध्यान रखेंगे?
- प्रश्न- आहार आयोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- आहार आयोजन के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दैनिक प्रस्तावित मात्राओं के अनुसार एक किशोरी को कितनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
- प्रश्न- कैटरिंग की संकल्पना से आप क्या समझते हैं? समझाइये।
- प्रश्न- भोजन करते समय शिष्टाचार सम्बन्धी किन बातों को ध्यान में रखा जाता है?
- प्रश्न- भोजन प्रबन्ध सेवा (Catering Service) के विभिन्न प्रकारों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- एक गृहिणी अपने घर में किस प्रकार सुन्दर मेज सजाकर रखती है? समझाइए।
- प्रश्न- 'भोजन परोसना भी एक कला है।' इस कथन को समझाइए।
- प्रश्न- केटरिंग सेवाओं की अवधारणा और सिद्धान्त समझाइये।
- प्रश्न- 'स्वयं सेवा' के लाभ तथा हानियाँ बताइए।
- प्रश्न- छोटे और बड़े समूह में परोसने की विधियों की तुलना कीजिये।
- प्रश्न- Menu से आप क्या समझते हैं? विभिन्न प्रकार के Menu को समझाइये।
- प्रश्न- बड़े समूह की भोजन व्यवस्था पर एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- कैन्टीन का लेखा-जोखा कैसे रखा जाता है? समझाइए।
- प्रश्न- बड़े समूह को खाना परोसते समय आप कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखेंगे तथा अपने संस्थान में एक लड़कियों के लिये कैंटीन की योजना कैसे बनाएंगे? विस्तारपूर्वक समझाइए।
- प्रश्न- खाद्य प्रतिष्ठान हेतु क्या योग्यताओं की आवश्यकता तथा प्रशिक्षण आवश्यक है? समझाइए।
- प्रश्न- बुफे शैली में भोजन किस प्रकार परोसा जाता है?
- प्रश्न- चक्रक मेन्यू क्या है?
- प्रश्न- 'पानी के जहाज (Ship) पर भोजन की व्यवस्था' इस विषय पर टिप्पणी करिये।
- प्रश्न- मेन्यू के सिद्धांत क्या हैं? विभिन्न प्रकार के मेन्यू के बारे में लिखिये।