बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धन एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान प्रथम प्रश्नपत्र - उच्चतर पोषण एवं संस्थागत प्रबन्धन
प्रश्न- वसा या तेल का रासायनिक संगठन बताते हुए वर्गीकरण कीजिए।
अथवा
असंतृप्त वसीय अम्ल क्या है?
उत्तर -
(Chemical Composition)
वसा व लिपिड्स में मुख्य रूप से दो तत्व होते हैं- ग्लिसरॉल तथा वसीय अम्ल।
(i) ग्लिसरॉल (Glycerol) - यह एक प्रकार का एल्कोहॉल (Alcohol) है जिसमें कार्बन के 3 अणु उपस्थित होते हैं।
(ii) वसीय अम्ल (Fatty Acids) - वसीय अम्लों में भी कार्बन की शृंखला होती है जिसमें कार्बन अणुओं की संख्या 4-22 तक होती है। वसीय अम्लों में कार्बन श्रृंखला पर हाइड्रोजन परमाणुओं के जुड़ने के स्थान पर भिन्नता होती है जिसके कारण वसीय अम्ल एक-दूसरे से भिन्न होते हैं। ये वसीय अम्ल दो प्रकार के होते हैं-
(a) संतृप्त वसीय अम्ल (Saturated Fatty Acids) – इन वसीय अम्ल में प्रत्येक कार्बन परमाणु से 2 हाइड्रोजन के परमाणु जुड़े रहते हैं। केवल पहले व अन्तिम कार्बन परमाणु पर क्रमश: CH3 व COOH ग्रुप जुड़े रहते हैं। यह इस प्रकार होते हैं-
संतृप्त वसीय अम्ल का यह गुण है कि सामान्य ताप पर यह ठोस अवस्था में मिलते हैं।
संतृप्त वसीय अम्ल के उदाहरण- ब्यूटाइरिक अम्ल, कैप्राइक अम्ल, पामिटिक अम्ल आदि।
क्र० सं० | नाम (Name) | कार्बन परमाणु की संख्या | स्रोत (Source) |
1. |
ब्यूटाइरिक अम्ल (Butyric Acid) | 4 | मक्खन (Butter) |
2. |
कैप्राइक अम्ल (Caproic acid) | 6. | मक्खन (Butter) |
3. |
कैप्राइलिक अम्ल (Caprylic Acid) | 8. | गोले का तेल (Coconut oil) |
4. |
लॉरिक अम्ल (Lauric Acid) | 12 | गोले का तेल (Coconut oil) |
5. |
माइरिस्टिक अम्ल (Myristic Acid) | 14 | जायफल, गोले का तेल, मक्खन, वसा |
6. |
पामिटिक अम्ल (Palmitic Acid) | 16 | जन्तु तथा वनस्पति तेल |
7. |
स्टीएरिक अम्ल (Stearic Acid) | 18 | जन्तु तथा वनस्पति तेल |
8. |
आर्कीडिक अम्ल (Archidic Acid) | 20 | मूँगफली का तेल एवं चर्बी |
(b) असंतृप्त वसीय अम्ल (Unsaturated fatty acid) - इन वसीय अम्लों में कार्बन से जुड़े हाइड्रोजन की संख्या, अधिकतम जुड़ सकने वाले हाइड्रोजन से कम होती है। इन हाइड्रोजन की कमी को पूरा करने के लिए कार्बन परमाणु द्विबन्ध (Double bond) द्वारा जुड़े रहते हैं।
सभी असंतृप्त वसीय अम्ल सामान्य ताप पर द्रव (Liquid) अवस्था में रहते हैं। असंतृप्त वसीय अम्ल के उदाहरण : पामिटोलिक अम्ल, ओलिक अम्ल, लिनोलिनिक अम्ल आदि।
क्र० सं० | नाम(Name) |
कार्बन परमाणु की संख्या | स्रोत (Source) |
1. |
पामिटोलिक अम्ल (Palmitoleic Acid) | 16 | मक्खन और बीज का तेल |
2. |
ओलिक अम्ल (Olic Acid) | 18 | सभी तेल व वसा |
3. |
लिनोलिक अम्ल (Linoleic Acid) | 18 | सोयाबीन का तेल |
4. |
लिनोलिनिक अम्ल (Linolenic Acid) | 18 | सभी तेल व वसा |
5. |
इरुसिक अम्ल (Erucic Acid) | 22 | सरसों के तेल में |
वस्तुएँ 1-3 वसीय अम्लों के ग्लिसरॉल के साथ संयोजन बनाने से बनती हैं। इसके आधार पर यह 3 प्रकार की होती हैं-
(i) मोनोग्लिसराइड (Monoglycerides) - ये वह लिपिड्स हैं जो एक वसीय अम्ल तथा ग्लिसरॉल के संयोजन से बनते हैं।
यह ट्राइग्लिसराइड भी दो प्रकार के होते हैं-
(a) सरल ट्राइग्लिसराइड (Simple Triglycerides) - जिसमें तीनों वसीय अम्ल एक से होते हैं।
(b) मिश्रित ट्राइग्लिसराइड (Mixed Triglycerides) - जिसमें तीनों वसीय अम्ल भिन्न प्रकार के होते हैं।
(1) साधारण लिपिड्स (Simple Lipids) - इन्हें सरल या उदासीन लिपिड्स भी कहते हैं। सरल लिपिड्स विभिन्न एल्कोहलों के साथ बनाये गये अम्लों के ईस्टर (Esters) को कहते हैं।
(i) वसायें या तेल (Fats or Oils) - वसीय अम्लों के ग्लिसरॉल के साथ बनाये गये ईस्टर्स इस वर्ग में आते हैं। साधारण तापक्रम (20°C) पर ठोस अवस्था में वसा कहलाता है तथा द्रव अवस्था में वसा को तेल कहते हैं।
(ii) मोम (Wax) - वसीय अम्लों के मोनोहाइड्रिक तथा डाइहाड्रिक एल्कोहल्स के साथ एस्टर्स मोम कहलाते हैं। मोम का अणु भार काफी होता है।
(2) यौगिक लिपिड्स (Compound Lipids) – जब वसा के साथ अन्य पदार्थ भी उपस्थित होते हैं तो उसे यौगिक लिपिड्स कहते हैं; जैसे फास्फोलिपिड्स तथा ग्लाइकोलिपिड्स।
(i) फास्फोलिपिड्स (Phospholipids) – फास्फोलिपिड्स वसीय अम्लों, एल्कोहल, फास्फोरिक अम्ल तथा नाइट्रोजन युक्त क्षार के मिलने से बनते हैं; उदाहरणार्थ लेसिथिन्स (Lecithins), सेफेलिन्स (Cephalins), प्लाज्मोलोजन्स (Plasmologens), स्फिन्गोमाइलिन (Sphinogomyelin), सल्फोलिपिड्स (Sulpholipids), प्राटियोलिपिड्स (Proteolipids) आदि।
(ii) ग्लाइकोलिपिड्स (Glycolipids) – ये शर्करायुक्त लिपिड्स होते हैं। इनमें वसीय अम्ल के साथ गैलेक्टोज शर्करा पाई जाती है। उदाहरण-किरोसिन व सेरिब्रोन।
(iii) प्रोटियोलिपिड्स (Proteolipids)– इनमें लिपिड्स के साथ प्रोटीन के अणु जुड़े होते हैं। इन्हें लाइपोप्रोटीन्स भी कहते हैं।
(3) व्युत्पादित लिपिड्स (Derived Lipids) - सरल तथा यौगिक लिपिड्स के जल-अपघटन के बाद बने पदार्थ इस समूह में आते हैं; उदाहरणार्थ – वसीय अम्ल, नाइट्रोजन, युक्त क्षार, ग्लिसरॉल आदि।
(4) स्टीरॉल्स (Sterols) - मिश्रित चक्रीय रचना (Multiple Cyclic Structure) साइक्लोपैन्टेनो पर हाइड्रोफिनैनर्थिन से सम्बन्धित कार्बनिक यौगिक इस समूह में आते हैं। कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) तथा आर्गेस्टीरॉल आदि इस समूह के मुख्य सदस्य हैं तथा इनका पोषण विज्ञान में महत्वपूर्ण स्थान है। स्टीरॉल्स भी दो प्रकार के होते हैं-
(a) कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) - यह जीवधारियों की वसा की मुख्य स्टेरॉल (Sterol) है। पौधों की वसा में कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) नहीं पाया जाता। स्टेरॉल्स अनेक शारीरिक महत्वपूर्ण उत्पादनों; जैसे— पित्त अम्ल, कतिपय लिंगीय हॉर्मोन तथा विटामिन 'डी' को प्रभावित करता है।
(b) आर्गेस्टरोल (Ergastrol) - यह वनस्पति द्वारा प्राप्त होती है। यह विटामिन 'डी' के चयापचय में बहुत सहायता करता है।
पोषण में वसा का स्थान - वसा भोजन द्वारा ऊर्जा प्राप्ति के सर्वाधिक संग्रहित स्थान का प्रतिनिधित्व करती है। किसी भी आपातकाल में वसा का संग्रह अत्यन्त आवश्यक व लाभप्रद सिद्ध होता है। इसमें प्रोटीन तथा कार्बोहाइड्रेट के कैलोरी मूल्य का सवा दो गुने से अधिक उपस्थित होता है। इसे सूखे रूप में सरलतापूर्वक एक स्थान से, दूसरे स्थान पर भेजा जा सकता है।
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- प्रश्न- प्रोटीन की शरीर में क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- प्रोटीन की कमी से होने वाले प्रभाव लिखिए।
- प्रश्न- वसा से आप क्या समझते हैं? वसा प्राप्ति के प्रमुख स्रोत एवं उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये - वसा का पाचन एवं अवशोषण।
- प्रश्न- वसा या तेल का रासायनिक संगठन बताते हुए वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- वसा की उपयोगिता बताओ।
- प्रश्न- वसा के प्रकार एवं स्रोत बताओ।
- प्रश्न- वसा की विशेषताएँ लिखिए।
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- प्रश्न-
- प्रश्न-
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- प्रश्न- विभिन्न आयु वर्गों एवं अवस्थाओं के लिए निर्धारित आहार की मात्रा की सूचियाँ बनाइए।
- प्रश्न- एक खिलाड़ी के लिए एक दिन के पौष्टिक तत्वों की माँग बताइए व आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- एक दस वर्षीय बालक के पौष्टिक तत्वों की मांग बताइए व उसके स्कूल के लिए उपयुक्त टिफिन का आहार आयोजन कीजिए।
- प्रश्न- 'आहार आयोजन करते हुए आहार में विभिन्नता का भी ध्यान रखना चाहिए।' इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- एक किशोर लड़की के लिए पोषक तत्वों की माँग बताइए।
- प्रश्न- एक किशोरी का एक दिन का आहार आयोजन कीजिए तथा आहार तालिका बनाइये। किशोरी का आहार आयोजन करते समय आप किन पौष्टिक तत्वों का ध्यान रखेंगे?
- प्रश्न- आहार आयोजन से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- आहार आयोजन के सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दैनिक प्रस्तावित मात्राओं के अनुसार एक किशोरी को कितनी ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
- प्रश्न- कैटरिंग की संकल्पना से आप क्या समझते हैं? समझाइये।
- प्रश्न- भोजन करते समय शिष्टाचार सम्बन्धी किन बातों को ध्यान में रखा जाता है?
- प्रश्न- भोजन प्रबन्ध सेवा (Catering Service) के विभिन्न प्रकारों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- एक गृहिणी अपने घर में किस प्रकार सुन्दर मेज सजाकर रखती है? समझाइए।
- प्रश्न- 'भोजन परोसना भी एक कला है।' इस कथन को समझाइए।
- प्रश्न- केटरिंग सेवाओं की अवधारणा और सिद्धान्त समझाइये।
- प्रश्न- 'स्वयं सेवा' के लाभ तथा हानियाँ बताइए।
- प्रश्न- छोटे और बड़े समूह में परोसने की विधियों की तुलना कीजिये।
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- प्रश्न- बड़े समूह की भोजन व्यवस्था पर एक टिप्पणी लिखिए।
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- प्रश्न- खाद्य प्रतिष्ठान हेतु क्या योग्यताओं की आवश्यकता तथा प्रशिक्षण आवश्यक है? समझाइए।
- प्रश्न- बुफे शैली में भोजन किस प्रकार परोसा जाता है?
- प्रश्न- चक्रक मेन्यू क्या है?
- प्रश्न- 'पानी के जहाज (Ship) पर भोजन की व्यवस्था' इस विषय पर टिप्पणी करिये।
- प्रश्न- मेन्यू के सिद्धांत क्या हैं? विभिन्न प्रकार के मेन्यू के बारे में लिखिये।