लोगों की राय

बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण

बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2669
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीकाम सेमेस्टर-1 व्यावसायिक सम्प्रेषण

प्रश्न- साक्षात्कार के प्रकार बताइये।

अथवा
'निष्कासन साक्षात्कार' को परिभाषित कीजिए।

उत्तर -

साक्षात्कार के प्रकार
(Types of Interview)

1. प्रतिरूप साक्षात्कार या निर्देशित साक्षात्कार (Patterned Interview or Guided Interview) : ऐसा साक्षात्कार जिसमें साक्षात्कारकर्ता (interviewer ) द्वारा साक्षात्कार देने वाले (interviewee ) से प्रश्नों की सूची वाले प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसा साक्षात्कार तथ्यों को प्राप्त करने हेतु होता है न कि निर्णय देने हेतु।

होवलैण्ड एवं बोण्डरलिक ने इसे डायग्नोस्टिक इण्टरव्यू गाइड कहा है।.

प्रतिरूप साक्षात्कार कम कुशल या अर्द्धकुशल कर्मचारियों के चयन हेतु ठीक समझा जाता है।

2. प्रतिबल साक्षात्कार (Stress Interview) : 'हारेल' (Harell) के मतानुसार प्रतिबल साक्षात्कार प्रार्थियों की 'भावनात्मक सन्तुलन क्षमता जो कि कुछ कार्यों के लिए आवश्यक होती है, का परीक्षण तथा निर्धारण किया जा सके। इसमें प्रार्थियों पर आर्थिक भावनात्मक दबाव डाला जाता है, जिससे कि उनके प्रत्युत्तर को जाँचा जा सके। प्रतिबल साक्षात्कार व प्रार्थियों पर साक्षात्कारकर्ताओं द्वारा प्रश्नों की अति तेज बौछार-सी की जाती है और यह देखा जाता है कि वे अपने सन्तुलन को बनाये रखकर विवेकपूर्ण उत्तर देते हैं अथवा नहीं, जो प्रार्थीगण इस दबाव या प्रतिबल के आगे टिक जाते हैं, उनको विशेष स्थान दिया जाता है।

3. समूह साक्षात्कार (Group Interview ) : इस साक्षात्कार में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होती है तथा साक्षात्कारकर्ता अकेला होता है। इस पद्धति का विकास मिल्टन एमए मेण्डेल ने किया।

4. गैर-प्रतिरूप साक्षात्कार या अनिर्देशक साक्षात्कार (Un-patterned Interview or Non-directive Interview) : इस प्रकार के साक्षात्कार के अन्तर्गत साक्षात्कारकर्ता किसी भी प्रश्न को पूछने के लिए स्वतंत्र होता है।

5. बहिर्गमन साक्षात्कार या गमन साक्षात्कार (Exit Interview ) : इसमें संस्थान को छोड़कर जाने वाले कर्मचारी का साक्षात्कार लिया जाता है। इस प्रकार के साक्षात्कार का मुख्य उद्देश्य छोड़कर जाने वाले कर्मचारी के कार्य व संगठन के सम्बन्ध में विचार जानना होता है।

बहिर्गमन साक्षात्कार आयोजित करते समय निम्नांकित बातों को ध्यान में रखना चाहिए -

i. अति संक्षिप्त बातचीत करना,
ii. उसकी भविष्य की योजनाओं, सम्भावनाओं व समस्याओं पर विचार करना।

6. मण्डल साक्षात्कार (Board Interview ) : मण्डल साक्षात्कार के अन्तर्गत सभी (कई) साक्षात्कारकर्ता साक्षात्कार देने वाले से एक-एक करके प्रश्न पूछते हैं।

7. मूल्याँकन साक्षात्कार (Appraisal Interview ) : यह कर्मचारियों के कार्य निष्पादन पर विचार विमर्श करने हेतु आयोजित किया जाता है। इसके अग्रांकित उद्देश्य होते हैं :

(i) कार्य अनुपालन (Job performance) का बेहतर सम्बन्ध का विकास करना;
(ii) सम्प्रेषण को बढ़ावा देना।

ध्यान में रखी जाने वाली बातें (Things to be kept in View) : निम्नलिखित बातें ध्यान में रखी जानी चाहिए -

(i) मित्रवत अभिरुचि होना;
(ii) सकारात्मक बिन्दुओं पर पहले बातचीत करना;
(iii) कमियाँ इंगित करते जाना;
(iv) भविष्य हेतु स्पष्ट उद्देश्य;

निन्दा साक्षात्कार अथवा शिकायत की जाँच-पड़ताल पर साक्षात्कार (Reprimand Interview) : यह अनुशासनात्मक कार्यवाही का ही एक रूप है। इसे रचनात्मक विधि से भी किया जा सकता है। इसके अग्रांकित उद्देश्य हैं :

(i) कार्य अनुपालन को विकसित करना
(ii) कर्मचारियों का संरक्षण करना
(iii) अपराधों की पुनरावृत्ति को रोकना।

निन्दा साक्षात्कार की तैयारी (Preparation of Reprimand Interview) :

(I) साक्षात्कार के पूर्व (Before Interview) :

1. सुनिश्चित करना कि मामले में सभी तथ्यों को ले लिया गया है।
2. व्यक्ति के प्रकार पर ध्यान देना।
3. सार्वजनिक रूप से न झिड़कना या निन्दा करना।
4. साक्षात्कार के दौरान पूर्ण गुप्तता को सुनिश्चित करना।

(II) साक्षात्कार के दौरान (During the Interview) :

1. सीधे बिन्दु पर पहुँचना
2. अपराध के बारे में पूर्ण संज्ञान होना
3. नियंत्रण रखना;
4. अनावश्यक बहस में न पड़ना;
5. कर्मचारी से मामले का पूर्ण स्पष्टीकरण माँगना;
6. औचित्य एवं क्षमा याचना को स्वीकार न करना।

(III) साक्षात्कार के बाद (After Interview) : कर्मचारी के कार्य-व्यवहार पर निगरानी करना।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book