बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-1 दर्शनशास्त्र बीए सेमेस्टर-1 दर्शनशास्त्रसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-1 दर्शनशास्त्र
प्रश्न- वैशेषिक दर्शन में कितने गुण होते हैं?
उत्तर -
वैशेषिक दर्शन में गुण दूसरा द्रव्य है। हरापन, उजलापन कोई गुण है तो किसी द्रव्य में मिलेंगे। उनका अपना अलग अस्तित्व नहीं है। अतः गुण की विशेषता बताते हुए वैशेषिक दर्शन में कहा गया है कि- "गुण वह पदार्थ है जो द्रव्य में रहता है परन्तु इसमें कोई गुण या कर्म नहीं रह सकता। अतः गुण हमेशा दूसरों पर निर्भर रहता है।"
वैशेषिक दर्शन में निम्न प्रकार के गुण बताये हैं -
1. रूप,
2. रस,
3. गन्ध,
3. गन्ध,
4. स्पर्श,
5. संयोग,
6. विभाग,
7. पृथ्कत्व,
8. परिमाण,
9. परत्व या दूरी,
10. अपरत्व,
11. गुरुत्व,
12. प्रयत्न,
13. सुख,
14. अपरत्व,
15. इच्छा,
16. द्रवत्व,
17. स्नेह,
18. धर्म,
19. अधर्
20. संस्कार,
21. द्वेष,
22. संख्या,
23. बुद्धि।
इन गुणों के भी छोटे-छोटे विभाग होते हैं, जैसे रूप के उपभेद होते हैं-
उजला,
काला,
पीला,
लालं,
नीला,
हरा आदि।
रस के उपभेद हैं- मीठा खट्टा, नमकीन, कड़वा, तीखा, कसैला आदि।
गंध के उपभेद हैं - सुगन्ध और दुर्गन्ध।
स्पर्श के उपभेद हैं- शीतल, गर्म, समशीतोषण।
शब्द के दो उपभेद हैं अस्फुट शब्द व स्फुट शब्द।
संख्या पदार्थ का गुण हैं, जिन्हें हम गिन सकते हैं, एक, दो, तीन आदि।
परिमाणके कारण हमें छोटे या बड़े का ज्ञान होता है।
संयोग से पदार्थों का सम्बन्ध स्थापित होता है।
इसी प्रकार प्रयत्न के तीन प्रकार है - प्रवृत्ति, निवृत्ति और जीवनयोनि।
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- प्रश्न- भारतीय दर्शन का अर्थ बताइये व भारतीय दर्शन की सामान्य विशेषतायें बताइये।
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- प्रश्न- भारतीय दर्शन की आध्यात्मिक पृष्ठभूमि क्या है तथा भारत के कुछ प्रमुख दार्शनिक सम्प्रदाय कौन-कौन से हैं? भारतीय दर्शन का अर्थ एवं सामान्य विशेषतायें बताइये।
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- प्रश्न- क्या भारतीय दर्शन जीवन जगत के प्रति निराशावादी दृष्टिकोण अपनाता है? विवेचना कीजिए।
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- प्रश्न- भारतीय दर्शन की सामान्य विशेषताओं की व्याख्या कीजिये।
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- प्रश्न- दर्शन के सम्बन्ध में भारतीय तथा पाश्चात्य दृष्टिकोणों की व्याख्या कीजिए।
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- प्रश्न- भारतीय वेद के सामान्य सिद्धान्त बताइए।
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- प्रश्न- भारतीय दर्शन के नास्तिक स्कूलों का परिचय दीजिए।
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- प्रश्न- आस्तिक दर्शन के प्रमुख स्कूलों का परिचय दीजिए।
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- प्रश्न- भारतीय दर्शन के आस्तिक तथा नास्तिक सम्प्रदायों की व्याख्या कीजिये।
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन किसे कहते हैं? चार्वाक दर्शन में प्रमाण पर विचार दीजिए।
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन में तत्व सम्बन्धी बातों पर निबन्ध लिखिये।
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन के ईश्वर सम्बन्धी विचार दीजिए।
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन में प्रमाण विचारों का अर्थ बताइए तथा साधनों का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन का संक्षिप्त मूल्यांकन कीजिये।
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- प्रश्न- चार्वाक के भौतिक स्वरूप की व्याख्या कीजिए।
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- प्रश्न- चार्वाक की तत्व मीमांसा का स्वरूप क्या है?
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- प्रश्न- चार्वाक दर्शन का आलोचनात्मक विवरण दीजिए।
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- प्रश्न- ईश्वर के अस्तित्व के लिए प्रमाणों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चार्वाक दर्शन के प्रत्यक्ष प्रमाण की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चार्वाक दर्शन के आत्मा सम्बन्धी विचार दीजिए।
- प्रश्न- सुख प्राप्ति ही जीवन का अन्तिम उद्देश्य है। बताइये।
- प्रश्न- चार्वाक के ज्ञान सिद्धांत की समीक्षात्मक व्याख्या कीजिए।
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- प्रश्न- जैनों के बन्धन तथा मोक्ष सम्बन्धी सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- जैन दर्शन के अनुसार द्रव्य का परिचय दीजिये।
- प्रश्न- द्रव्य के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- द्रव्य को आकृति द्वारा स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जीव अथवा आत्मा किसे कहते हैं?
- प्रश्न- अजीव द्रव्य क्या है? व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- जैन दर्शन में जीव का स्वरूप क्या है?
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- प्रश्न- जैन धर्म पर संक्षिप्त प्रकाश डालिए।
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- प्रश्न- पुद्गल किसे कहते हैं?
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- प्रश्न- जैन धर्म के पाँच महाव्रत बताइए।
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- प्रश्न- चित् व अचित् तत्व क्या हैं?
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