| बी एड - एम एड >> वाणिज्य शिक्षण वाणिज्य शिक्षणप्रो. रामपाल सिंहप्रो. पृथ्वी सिंह
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बी.एड.-1 वाणिज्य शिक्षण हेतु पाठ्य पुस्तक
वाणिज्य-शिक्षण की आधुनिकतम विधियों, उपागमों तथा आयामों से सुसज्जित पाठ्य पुस्तक
अनुक्रमणिका
1. वाणिज्य एवं
        वाणिज्य-शिक्षा ... 1-10
      (Commerce and
        Commerce-Education)
       वाणिज्य का अर्थ, वाणिज्य शिक्षा का अर्थ, वाणिज्य शिक्षा की प्रकृति,
      वाणिज्य शिक्षा का क्षेत्र, वाणिज्य का महत्त्व, वाणिज्य शिक्षा का विकास.
      वाणिज्य शिक्षा की आवश्यकता, अभ्यास-प्रश्न। 
      2. वाणिज्य-शिक्षण के
        उद्देश्य ... 11-22
      (Aims of Teaching
        Commerce)
       शिक्षा के उद्देश्यों की आवश्यकता अच्छे शैक्षिक उद्देश्यों की
      विशेषता, उद्देश्यों के निर्धारक, उद्देश्यों के प्रकार, वाणिज्य शिक्षा के
      उद्देश्य, बहीखाता एवं लेखा विज्ञान, शिक्षण के उद्देश्य, वाणिज्य शिक्षण के
      अनुदेशनात्मक उद्देश्य, अभ्यास-प्रश्न। 
      3. वाणिज्य शिक्षा का
        पाठ्यक्रम ... 23-30
      (Syllabus of Commerce
        Education) 
      पाठ्यक्रम का अर्थ, वाणिज्य का पाठयक्रम निर्माण करने के मूलभूत सिद्धान्त,
      वाणिज्य के वर्तमान पाठ्यक्रम के दोष, शिक्षा नीति (1986) में वाणिज्य
      शिक्षा, अभ्यास-प्रश्न।
      4. वाणिज्य-शिक्षण की
        परम्परागत पद्धतियाँ ... 31-43
      (Traditional Methods of
        Commerce Teaching)
       उत्तम पद्धतियों की विशेषताएँ, पद्धतियों के प्रकार-(1) भाषणपद्धति,
      भाषण-पद्धति का प्रयोग कब किया जायभाषण-पद्धति के गुण, भाषण-पद्धति के दोष,
      भाषण-पद्धति प्रयोग करने हेतु सुझाव, (2) पाठ्यपुस्तक पद्धति, पाठ्यपुस्तक के
      प्रयोग, पाठ्य पुस्तक पद्धति के गुण, पाठ्यपुस्तक पद्धति के दोष, सुझाव,
      अभ्यास-प्रश्न। 
      5. वाणिज्य-शिक्षण की
        आधुनिक शिक्षण पद्धतियाँ  ... 44-77
      (Modern Methods of
        Teaching Commerce) 
      (1) प्रयोगशाला पद्धति. प्रयोगशाला पद्धति के गुण, प्रयोगशाला पद्धति के दोष,
      (2) योजना पद्धति, वाणिज्य-शिक्षण एवं योजना पद्धति, अच्छी योजना की
      विशेषताएँ. योजना पद्धति के गुण, योजना पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (3) समस्या
      समाधान पद्धति, समस्या के प्रकार, समस्या पद्धति के सोपान, अच्छी समस्या के
      आवश्यक तत्त्व. पद्धति के गुण, पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (4) विश्लेषणात्मक
      एवं संश्लेषणात्मक पद्धति, पद्धति के गुण, पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (5)
      समाजीकृत अभिव्यक्ति पद्धति- समाजीकृत अभिव्यक्ति की परिभाषा, समाजीकृत
      अभिव्यक्ति का संगठन, पद्धति के गुण, पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (6) निरीक्षण
      अध्ययन पद्धति-(1) न्यूनतम कार्य, (2) सामान्य कार्य, (3) अधिकतम कार्य, कैसे
      पढ़ा जाये? पद्धति के गुण, पद्धति के दोष, कुछ सुझाव. (7) वाद-विवाद पद्धति.
      वाद-विवाद हेतु तैयारी, वादविवाद का संचालन, मूल्यांकन, पद्धति के गुण,
      पद्धति के दोष, कुछ सुझाव, (8) इकाई-पद्धति, इकाई के प्रकार : (1) साधनात्मक
      इकाई, (2) अध्यापनात्मक इकाई. इकाई की अध्ययन निर्देशिका, इकाई और पाठ-योजना,
      दैनिक पाठ-योजना, इकाई-संगठन, अच्छी इकाई की विशेषताएँ, पद्धति के गुण,
      अभ्यास-प्रश्न। 
      6. पुस्तपालन शिक्षण ...
        78-86
      (Teaching of
        Book-Keeping) 
      पुस्तपालन शिक्षण के उद्देश्य-(1) पुस्तपालन शिक्षण के सामान्य उद्देश्य, (2)
      वाणिज्य शिक्षण के विशिष्ट उद्देश्य. परतपालन शिक्षण के अनुदेशनात्मक
      उद्देश्य-(1) ज्ञानात्मक उद्देश्य, (2) अवबोधात्मक उद्देश्य, (3) कौशलात्मक
      उद्देश्य, (4) रुच्यात्मक उद्देश्य, (5) ज्ञानप्रयोग उद्देश्य, (6)
      अभिवृत्यात्मक उद्देश्य, पुस्तपालन शिक्षण के सोपान, पुस्तपालन शिक्षण की
      विधियाँ, पुस्तपालन शिक्षण के उपागम, समीकरण उपागम, कौशल विकास,
      अभ्यास-प्रश्न। 
      7. व्यापार-पद्धति शिक्षण
        ... 87-95
      (Teaching of Commercial
        Practice) 
      व्यापार पद्धति शिक्षण के उद्देश्य-(1) ज्ञानात्मक, (2) अवबोधात्मक उद्देश्य,
      (3) कौशलात्मक उद्देश्य, (4),अभिरुच्यात्मक उद्देश्य, व्यापार पद्धति
      शिक्षण-योजनाएँ-(1) पूर्णन योजना, घूर्णन योजना के लाभ, घूर्णन योजना की
      कमियाँ. (2) अनुबन्धित घूर्णन-योजना. (3) कार्यालय प्रारूप योजना, कार्यालय
      प्रारूप योजना के लाभ, कार्यालय-प्रारूप योजना के दोष, (4) बैटरी योजना-बैटरी
      योजना के लाभ, बैटरी योजना के दोष, (5) सहकारी योजना, सहकारी योजना के लाभ,
      सहकारी योजना के दोष; अभ्यास-प्रश्न। 
      8. टंकण एवं
        आशुलिपि-शिक्षण ... 96-102
      (Teaching of
        'Type-Writing and Short-Hand) 
      टंकण-शिक्षण के उद्देश्य, टंकण-शिक्षण के सोपान-(1) गृह पंक्ति उपागम, (2)
      अँगुली उपागम, (3) शब्द उपागम, (4) सम्पूर्ण उपागम, टंकण कार्य में
      दक्षता-(1) आघात अभ्यास चरण, (2) तकनीकी अभ्यास चरण, (3) गति अभ्यास चरण, (4)
      शुद्धता अभ्यास चरण, (5) एकाग्रता अभ्यास चरण, टंकण में गति एवं शुद्धता,
      आशुलिपि शिक्षण, आशुलिपि शिक्षण के उद्देश्य, आशुलिपि-शिक्षण की विधियाँ,
      आशुलिपि-शिक्षण हेतु सुझाव, अभ्यास-प्रश्न।
      9. वणिज्य-शिक्षण के उपागम
        ... 103-108
      (Approaches of Commerce
        Teaching) 
      (1) जर्नल उपागम-जर्नल उपागम की विशेषताएँ. (2) लेजर उपागम, (3) रोकड़ बही
      उपागम. (4) समीकरण उपागम, गुण-दोष, अभ्यास-प्रश्न। 
      10. वाणिज्य-शिक्षण की
        रीतियाँ या प्रविधियाँ ... 109-119 
      (Techniques of Commerce
        Teaching) 
      शिक्षण रीतियों का अर्थ, शिक्षण रीति की परिभाषा-(1) प्रश्न रीति, प्रश्नों
      के कार्य, प्रश्नों के प्रकार, अच्छे प्रश्नों की विशेषताएँ, प्रश्न पूछने की
      कला, (2) कार्य निर्धारण रीति, अच्छे कार्य निर्धारण की विशेषताएँ, (3) कथन
      रीति. (4) उदाहरण रीति, उदाहरणों के प्रकार, (5) अभ्यास रीति. (6) प्रदर्शन,
      प्रदर्शन से लाभ, प्रदर्शन के सम्बन्ध में सुझाव, अभ्यास-प्रश्न। 
      11. वाणिज्य-शिक्षण के नये
        आयाम ... 120-147 
      (New Dimensions of
        Commerce Teaching) 
      (1) सूक्ष्म शिक्षण, सूक्ष्म शिक्षण की आधारभूत मान्यताएँ--सूक्ष्म शिक्षण के
      लाभ, सीमाएँ: (2) दल-शिक्षण-दल शिक्षण की विशेषताएं. दल के सदस्य, लघु रूप,
      वृहत् रूप. दल-शिक्षण की सीमाएँ. (3) अभिक्रमित अनुदेशन-अभिक्रमित अधिगम की
      विशेषताएँ, अभिक्रमित अधिगम के सिद्धान्त, अभिक्रमित अधिगम के उद्देश्य,
      अभिक्रमित अधिगम वस्तु का निर्माण, फ्रेमों का लेखन, (4) दूरदर्शन पर शिक्षण,
      दूरदर्शन के उपयोग-(1) कार्यक्रमों का चयन, (2) कार्यक्रमों की तैयारी, (3)
      दूरदर्शन कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण, (4) कार्यक्रमों का मूल्यांकन,
      दूरदर्शन शिक्षण से लाभ..(5) कम्प्यूटर द्वारा शिक्षण, कम्प्यूटर से
      तात्पर्य, कम्प्यूटर की उपयोगिता, अभ्यास-प्रश्न। 
      12. वाणिज्य-शिक्षण की
        सहायक सामग्री ... 148-158 
      (Aids of Teaching
        Commerce) 
      वाणिज्यशास्त्र शिक्षण की सहायक सामग्री, परम्परागत सहायक सामग्री,
      प्रदर्शनात्मक सामग्री. चित्रों से लाभ, श्रव्य साधन, कुछ सुझाव,
      श्रव्य-दृश्य सामग्री, चलचित्र-शिक्षण के सोपान, अन्य सहायक सामग्रियाँ,
      शिक्षा यात्राएँ. शिक्षा यात्राओं से लाभ, शिक्षा यात्राओं के संचालन,
      निरीक्षण, प्रदर्शनी, सामुदायिक संसाधन, वाणिज्य शिक्षण के लिए विशिष्ट सहायक
      सामग्री, अभ्यास-प्रश्न। 
      13. वाणिज्य-शिक्षण की
        पाठ्य-पुस्तक ... 159-166 
      (Text Book of Commerce) 
      पाठ्य-पुस्तक के उपयोग, अच्छी पाठय-पुस्तकों के गण, कुछ सुझाव, वाणिज्य की
      पाठ्य-पुस्तक कैसी हो?. सन्दर्भ पुस्तक सन्दर्भ पुस्तकों के चयन हेतु आवश्यक
      बातें. पत्र-पत्रिकायें, अभ्यास-प्रश्न।
      14. वाणिज्य शिक्षण के
        छात्र ... 167-170 
      (Students of Commerce) 
      शैक्षिक निर्देशन-बुद्धि परीक्षण, रुचि परीक्षण, अभिरुचि परीक्षण, निष्पत्ति
      परीक्षण, अभ्यास-प्रश्न 
      15. वाणिज्य-शिक्षण एवं
        निर्देशन ... 171-179 
      (Commerce Teaching and
        Guidance) 
      निर्देशन का अर्थ, वाणिज्य विषय के छात्र, शैक्षिक निर्देशन-0 बुद्धि
      परीक्षण, (2) रुचि परीक्षण, (3) अभिरुचि परीक्षण, (4) निष्पत्तिपरीक्षण, (5)
      वाणिज्य विषय के लिये छात्र का चयन, अभ्यास प्रश्न। 
      16. वाणिज्य-शिक्षण हेतु
        सहगामी क्रियायें ... 180-185 
      (Co-curricular Activities
        for Commerce Teaching) 
      सहगामी क्रियाओं का महत्त्व, सहगामी क्रियाओं के प्रकार, वाणिज्य-शिक्षण हेतु
      पाठ्यक्रम सहगामी क्रियायें. सहगामी क्रियाओंकी व्यवस्था एवं प्रशासन,
      अभ्यास-प्रश्न। 
      17. वाणिज्य का अध्यापक
        ... 186-191 
      (Teacher of Commerce) 
      (1) शिक्षण व्यवसाय के प्रति निष्ठा भाव, (2) विषय का ज्ञान. (3) व्यावसायिक
      प्रशिक्षण, (4) सामयिक घटनाओ का ज्ञान, (5) आर्थिक समस्याओं का ज्ञान; (6)
      प्रयोगात्मक ज्ञान. (7) मनोविज्ञान का ज्ञान, (8) प्रभावशाली व्यक्तित्व, (9)
      अनुशासनप्रिय, (10) जनतन्त्रात्मक दृष्टिकोण, (11) शिक्षण कला में प्रवीण.
      (12) नेतृत्व, अभ्यास-प्रश्न। 
      18. वाणिज्य-कक्ष ...
        192-196 
      (Commerce-Room) 
      वाणिज्य कक्ष कैसा हो-(1) वाणिज्य का प्रमुख कक्ष, (2) टकण एवं आशुलिपि कक्ष,
      (3) यन्त्र कक्ष, (4) बहीखाता एवं व्यापार पद्धति कक्ष, (5) कम्प्यूटर कक्ष,
      अभ्यास-प्रश्न। 
      19. वाणिज्य का अन्य
        विषयों से सह-सम्बन्ध 197-203 
      (Correlation of Commerce
        with Other Subjects) 
      समन्वय के प्रकार, समन्वय के उद्देश्य, समन्वय से लाभ, वाणिज्य का अन्य
      विषयों से सह-सम्बन्ध, अभ्यास-प्रश्न। 
      20. वाणिज्य-शिक्षण में
        मूल्यांकन ... 204-212 
      (Evaluation in Commerce
        Teaching) 
      (1) मूल्यांकन का अर्थ, (2) मूल्यांकन एवं मापन, (3) मूल्यांकन के उद्देश्य,
      (4) वाणिज्यशास्त्र में मूल्यांकन की आवश्यकता, (5) वाणिज्य शिक्षण में
      मूल्यांकन के क्षेत्र, (6) वाणिज्यशास्त्र में मूल्यांकन के साधन,
      निबन्धात्मक परीक्षाएँ, निबन्धात्मक परीक्षा के गुण, निबन्धात्मक परीक्षा के
      दोष, दोष दूर करने के उपाय, वस्तुनिष्ठ परीक्षा के, गुण. वस्तुनिष्ठ परीक्षा
      के दोष, वस्तुनिष्ठ परीक्षा के प्रकार, उत्तम मूल्यांकन के लक्षण,
      वाणिज्य-विषय के कार्यक्रमों का मूल्यांकन.. मूल्यांकन का निष्कर्ष,
      वाणिज्यशास्त्र के मूल्यांकन के निष्कर्ष, अभ्यास-प्रश्न। 
      21. वाणिज्य-शिक्षण का
        नियोजन ... 213-224 
      (Planning for Commerce
        Teaching) 
      शिक्षण-योजना एवं अन्य सामान्य योजना, आधारभूत प्रशिक्षण प्रायोजनाएँ. शिक्षण
      कार्य हेतु योजना, शिक्षण योजना के प्रकार इकाई योजना, इकाई योजना के प्रकार.
      इकाई योजना के सोपान, इकाई योजना के लाभ, इकाई योजना के दोष, वार्षिक योजना,
      निर्माण योजना, दैनिक पाठ योजना, अभ्यास-प्रश्न । 
      22. पुस्तपालन
      Lesson Plan 
      पाठ-योजना-1 ... 225 
      पाठ-योजना-2 ... 229
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