हिन्दी भाषा >> ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष हिन्दी भाषा प्रथम प्रश्नपत्र ईजी नोट्स-2019 बी. ए. प्रथम वर्ष हिन्दी भाषा प्रथम प्रश्नपत्रईजी नोट्स
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बी. ए. प्रथम वर्ष हिन्दी भाषा प्रथम प्रश्नपत्र के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार हिन्दी माध्यम में सहायक-पुस्तक।
प्रश्न ५ . पूर्वी हिन्दी और पश्चिमी हिन्दी में अन्तर स्पष्ट करते हुए पूर्वी हिन्दी बोलियों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर : पूर्वी और पश्चिमी हिन्दी में भौगोलिक सीमा तथा पारस्परिक विरासत में
अन्तर होने के कारण उच्चारणगत तथा व्याकरणिक भेद उत्पन्न हो गया। पूर्वी
हिन्दी अर्धमागधी प्राकृत (अपभ्रंश) से विकसित हुई। अर्धमागधी तक भारतीय भाषा
के जो भी ध्वन्यात्मक तथा व्याकरणिक परिवर्तन घटित हुए, वे स्वाभाविक रूप से
पूर्वी हिन्दी में ग्रहीत हुए। पश्चिमी हिन्दी शौरसेनी प्राकृत से विकसित
हुई। इसे शौरसेनी की भाषिक विशेषताएँ प्राप्त हुई। पूर्वी हिन्दी की सीमा
पहाड़ी, बिहारी तथा पश्चिमी हिन्दी की सीमा का संस्पर्श करती है। सीमा प्रदेश
की भाषा अपनी निकटतम भाषा से कुछ न कुछ प्रभावित अवश्य होती है। इसी तरह
पश्चिमी हिन्दी, पंजाबी, राजस्थानी, पहाड़ी, पूर्वी हिन्दी, मराठी भाषाओं की
सीमा से जुड़ी होने के कारण इनसे कुछ प्रभावित हुई।
१. पूर्वी हिन्दी में अ पश्चिमी हिन्दी की अपेक्षा सवृत्त तथा
वृत्ताकार है।
२. पूर्वी हिन्दी में इ, उ का उच्चारण पश्चिमी की तुलना में अधिक ह्रस्व है।
पश्चिमी में इसे कुछ दीर्घ करके बोला जाता है।
३. पूर्वी हिन्दी में ऐ, औ सयुक्त स्वर है जबकि पश्चिमी हिन्दी में ये मूल
स्वर हैं। दोनों उपभाषाओं में इनका उच्चारण इस प्रकार है :
पूर्वी हिन्दी पश्चिमी हिन्दी
जइसा जैसा (जेसा), (जैसो)
कइसा कैसा (केसा), (कैसो)
पइसा पैसा (पेसा)
कउन कौन (कोण)
अउर और (ओर)
४. पूर्वी हिन्दी में शब्द के मध्य में आने वाले ह का पश्चिमी हिन्दी में लोप
कर दिया जाता है।