बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- वैदिककालीन शिक्षा के प्रमुख गुण बताइए।
उत्तर-
वैदिक शिक्षा के गुण
वैदिक शिक्षा प्रणाली के प्रमुख गुण निम्नलिखित थे -
1. वैदिककालीन शिक्षा निःशुल्क थी। गुरुकुलों में शिष्यों से किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता था। उनके आवास, वस्त्र तथा भोजन की व्यवस्था भी निःशुल्क होती थी वैदिक काल की शिक्षा पर होने वाले व्यय की पूर्ति राज, धनाढ्य लोगों तथा भिक्षाटन एवं गुरु दक्षिणा से की जाती थी।
2. वैदिककालीन शिक्षा के उद्देश्य एवं अर्थ व्यापक थे। वैदिककालीन शिक्षा द्वारा मनुष्यों का शारीरिक, बौद्धिक, नैतिक, सांस्कृतिक, व्यावसायिक तथा आध्यात्मिक विकास किया जाता था।
3. वैदिककालीन शिक्षा की पाठ्यचर्या व्यापक थी। वैदिक काल में मनुष्य के प्राकृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक तीनों पक्षों के विकास पर बल दिया जाता था और इसके लिए शिक्षा की पाठ्यचर्या में भौतिक तथा आध्यात्मिक दोनों प्रकार के विषयों को सम्मिलित किया गया था।
4. वैदिककालीन शिक्षा में उत्तम शिक्षण विधियों का प्रयोग किया जाता था। अनुकरण, व्याख्यान, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तर, तर्क, विचार-विमर्श, चिन्तन, मनन, सिद्धिध्यासन, प्रयोग एवं अभ्यास, नाटक एवं कहानी इत्यादि वैज्ञानिक एवं मनोवैज्ञानिक विधियों का विकास किया जा चुका था। "
5. वैदिक काल में गुरु तथा शिष्यों का जीवन अत्यन्त संयमित एवं अनुशासित होता था। उनकी जीवन शैली सादा जीवन, उच्च विचार पर आधारित थी।
6. वैदिककालीन शिक्षा में गुरु तथा शिष्यों के मध्य मधुर सम्बन्ध थे। दोनों के मध्य स्नेह तथा श्रद्धा का सम्बन्ध था। दोनों एक-दूसरे के प्रति त्याग की भावना रखते थे। गुरु तथा शिष्यों के बीच मानस पिता-पुत्र के सम्बन्ध थे।
7. वैदिककालीन शिक्षा में गुरुकुलों का पर्यावरण अति उत्तम था। गुरुकुल प्रकृति की स्वच्छ वातावरण से युक्त स्थलों में होते थे जहाँ जन कोलाहल नहीं था तथा जल तथा वायु शुद्ध प्राप्त होती थी। 8. वैदिककालीन जीवन पद्धति संस्कार प्रधान थी। वैदिककालीन शिक्षा उपनयन संस्कार से प्रारम्भ होती थी तथा अनुशासित, मर्यादित जीवन पद्धति से शिक्षा प्राप्त करते हुए समावर्तन संस्कार से पूरी होती थी।
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