बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- IQAC की क्या भूमिका है?
उत्तर-
IQAC -
इसकी स्थापना की गई दीर्घकालिक गुणवत्ता मानकों को आगे बढ़ाने के लिए एक मुख्य कदम है। किसी भी संस्थान की बात करें तो IQAC एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक निकाय है जो कि सभी गुणवत्तापरक मामलों के लिए जिम्मेदार है या फिर यूं भी कह सकते हैं कि किसी भी संस्था या फिर कॉलेज में दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में आवश्यक विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को शुरू करना, योजना बनाना, उनकी निगरानी करना IQAC की प्रमुख जिम्मेदारी है।
शिक्षण, सीखने में तथा मूल्यांकन में गुणवत्ता के मानकों को बनाए रखने के लिए IQAC -की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इतना ही नहीं बल्कि वर्तमान समय में अनुसंधान इसलिए IQAC की सटीक स्थिति तथा कार्यप्रणाली तथा परिणाम का निर्धारण करने के लिए एक छोटे पैमाने पर करते हैं।
वर्तमान समय में शोध मात्रात्मक अनुसंधान के दायरे के अन्तर्गत आता है इसलिए डेटा का संग्रह, विश्लेषण, तुलना, चित्रण और सारणीकरण जैसे तरीकों को उपयोग में लाया जाता है। अब अगर हम इसके उद्देश्यों का अध्ययन करें तो हम देखते हैं कि -
कॉलेज हो या फिर संस्थान उसके विकास में IQAC की भूमिका के सम्बन्ध में IQAC के समन्वयकों और गैर-सदस्यों की विभिन्न राय का विश्लेषण और काम करना है।
कॉलेज या संस्थान में समग्र गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने में IQAC की भूमिका को निर्धारित करता है।
एक प्रशासनिक गुणवत्ता निकाय के रूप में IQAC के काम की जाँच की जाती है। कार्य - IQAC के कुछ कार्य इस प्रकार से हैं
गुणत्तापूर्ण शिक्षा के लिए उपयुक्त वातावरण के निर्माण की सुविधा और संकाय के लिए आवश्यक ज्ञान और प्रौद्योगिकी को अपनाने के परिपक्व होना।
सभी हितधारकों को विभिन्न गुणवत्ता मानकों पर जानकारी का प्रसार।
गुणवत्ता सुधार में विभिन्न कार्यक्रमों व गतिविधियों का दस्तावेजीकरण।
गुणवत्ता का विकास और अनुप्रयोग।
गुणवत्ता से सम्बन्धित संस्थागत पर सभी हितधारकों से उनकी प्रतिक्रिया का संग्रह करना
और विश्लेषण करना।
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