लोगों की राय

बी ए - एम ए >> चित्रलेखा

चित्रलेखा

भगवती चरण वर्मा

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 19
आईएसबीएन :978812671766

Like this Hindi book 0

बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक

प्रश्न- N.C.E.R.T से आप क्या समझते हैं? इसके महत्व व कार्यों की समीक्षा कीजिए।
उत्तर-
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (N.C.E.R.T) -
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान और प्रशिक्षण परिषद (एन.सी.ई.आर.टी.) की स्थापना सितम्बर, 1961 में एक स्वायत्तशासी संस्था के रूप में नई दिल्ली में की गयी। स्कूली शिक्षा, अध्यापकों की शिक्षा, महिला शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा शोध करना, इस संस्था के मुख्य उद्देश्य हैं।
एन.सी.ई.आर. टी. का संचालन एक निदेशक के नेतृत्व में विभिन्न संकायों (उपविभागों) द्वारा होता है। निदेशक-ख्याति प्राप्त, विद्वान, शिक्षक व शिक्षाविद होते हैं, जिन्हें विश्वविद्यालय स्तर पर अध्यापन, प्रशासन व निर्देशन का व्यापक अनुभव होता है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद् का महत्व एवं कार्य -
इस परिषद का महत्व एक कार्य स्कूली शिक्षा एवं शिक्षक शिक्षा के प्रसार एवं उनमें गुणात्मक सुधार करना है और इस कार्य हेतु सरकार को समय-समय पर सलाह देना और साथ ही सरकार की नीति के अनुसार स्कूली शिक्षा और शिक्षक शिक्षा के स्वरूप का निर्धारण करना है। इसके महत्व एवं कार्यों को निम्नांकित रूप में समझा जा सकता हैं -
1. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों का स्वरूप एवं उनके स्तरमान को निर्धारित करना।
2. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों के उद्देश्य निश्चित करना और उनके लिए पाठ्यचर्या का निर्माण करना।
3. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों के लिए पाठ्य-पुस्तकों का निर्माण करना।
4. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों के लिए शिक्षण विधियों का विकास करना।
5. स्कूलों में विज्ञान की शिक्षा हेतु विज्ञान किटें है तैयार करना।
6. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों के छात्रों की शैक्षिक उपलब्धियों के मूल्यांकन की वस्तुनिष्ठ तकनीक का विकास करना।
7. स्कूली शिक्षा के विभिन्न स्तरों की समस्याओं को समझना और उनके समाधान खोजना।
8. स्कूली शिक्षा और शिक्षक शिक्षा से सम्बन्धित सूचनाएँ एवं आँकड़ों को एकत्रित करना और उन्हें प्रकाशित एवं प्रसारित करना।
9. प्रतिभा खोज परीक्षा और जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा का सम्पादन करना। 10. प्रौढ शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग प्रदान करना।
11. राष्ट्रीय पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग प्रदान करना।
12. स्कूली शिक्षा, जनसंख्या शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, प्रौढ़ शिक्षा एवं शिक्षक शिक्षा सम्बन्धी पत्र पत्रिकाओं का सम्पादन एवं प्रकाशन करना।
13. स्कूली शिक्षा, जनसख्या शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा प्रौढ शिक्षा और शिक्षक शिक्षा से सम्बन्धित सॉफ्टवेयर तैयार करना और उनका प्रसारण करना।
14. स्कूली शिक्षा शिक्षकों 'सेवा पूर्व और सेवारत के प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा निश्चित करना और उनके लिए प्रशिक्षण एवं अभिनव पाठक्रम की व्यवस्था करना।
इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि एन.सी.ई.आर.टी. एक राष्ट्रीय संस्था है जो अपने
कार्यक्रमों, नीतियों, पाठ्यक्रमों को सीधे न लागू करके राज्य सरकारों में स्थित शिक्षा विभाग व राज्य शैक्षिक अनुसन्धान एवं प्रशिक्षण परिषद (S.C.E.R.T.) के माध्यम से लागू करती है। केन्द्रीय शिक्षा बोर्डों व केन्द्र सरकार द्वारा संचालित विद्यालयो में, शैक्षिक संस्थानों में अपना पाठ्यक्रम व कार्यक्रम लागू करती है।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book