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चित्रलेखा

भगवती चरण वर्मा

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 19
आईएसबीएन :978812671766

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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक

प्रश्न- अन्तर्राष्ट्रीय सदभावना से आप क्या समझते हैं?
उत्तर-
अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना का अर्थ
(Meaning of International Understanding)
'अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना का अर्थ संसार के सभी देशों के नागरिकों के मन में एक-दूसरे के प्रति कल्याणकारी भावनाओं का विकास करना होता है। वैज्ञानिक तथा तकनीकी प्रगति के कारण विश्व देश एक-दूसरे के पर्याप्त निकट आ गये। आज विश्व के किसी भी कोने में घटित होने वाली घटना सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित करती है। आर्थिक दृष्टि से भी विश्व के देश एक-दूसरे के ऊपर आधारित हैं। विश्व का कोई देश कितना भी शक्तिशाली क्यों न उसे भी किसी न किसी देश से कोई न कोई अन्तर्राष्ट्रीय वस्तु अवश्य माँगनी पड़ती है। आज के विश्व की निर्भरता ने अन्तर्राष्ट्रीय सदभावना को आवश्यक बना दिया है। आज विश्व में भी अस्तित्व, विश्वबन्धुत्व आदि समय की माँग है। अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना को स्पष्ट रूप से समझने के लिए निम्न परिभाषाओं का अध्ययन आवश्यक है।
'अन्तर्राष्ट्रीयता एक भावना है जिसके अनुसार व्यक्ति केवल अपने राष्ट्र का ही सदस्य नहीं होता वरन विश्व का नागरिक भी होता है।
गोल्ड स्मिथ
"अन्तर्राष्ट्रीय भावना एक ऐसी योग्यता है जो आलोचनात्मक रूप से भी देशों के लोगों के आचार- विचार का निरीक्षण करती है तथा उनकी अच्छाइयों की एक-दूसरे से प्रशंसा करें जिसमें उनकी राष्ट्रीयता एवं संस्कृति का ध्यान रखा जाये।'
बी. एस. लीविस
शिक्षा के अन्तर्राष्ट्रीय सदभावना का अर्थ शिक्षा के द्वारा संसार के सभी देशों के नागरिकों के मन में अन्य देशों के नागरिकों के प्रति कल्याणकारी भावनाओं का विकास करना है। शिक्षा का काम इतना ही मात्र नहीं है कि अपन देश के बालकों में अपने ही देश के कल्याण की भावना विकसित करें बल्कि उसे नागरिकों के मन में विश्व कल्याण तथा विश्वबन्धुत्व का भाव विकसित करना चाहिए।

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