बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- राष्ट्रीय एकता क्या है?
अथवा
राष्ट्रीय एकता से आपका क्या अभिप्राय है?
अथवा
राष्ट्रीय एकता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर -
आज का युग राष्ट्रीयता का युग है। सभी देश अपने यहाँ के निवासियों में राष्ट्रीयता की भावना का विकास करने में जुटे हैं। बूबेकर ने इसके सम्बन्ध में लिखा है "राष्ट्रीयता साधारण रूप से देशप्रेम की अपेक्षा देशभक्ति के अधिक व्यापक क्षेत्र की ओर संकेत करती है। राष्ट्रीयता में स्थान के सम्बन्ध के अलावा प्रजाति एवं भाषा, इतिहास, संस्कृति परम्पराओं आदि के सम्बन्ध भी आ जाते हैं।'
राष्ट्रीयता की भावना में देशप्रेम एवं देशभक्ति के तत्व निहित होते हैं, जो एक देश के निवासियों को एकता के सूत्र में बाँधने का प्रयास करते हैं। इन तत्वों के अतिरिक्त प्रजाति इतिहास, संस्कृति और परम्पराओं का भी ध्येय होता है। ये सब मिलकर राष्ट्रीयता की भावना का निर्माण करते हैं। इस भावना के मर जाने पर व्यक्ति अपने हित का ध्यान न रखकर अपने समाज और देश के हित का ही ध्यान रखता है।
किसी देश की प्रगति और उत्थान के लिए वहाँ के निवासियों में राष्ट्रीयता की भावना का होना बहुत आवश्यक है। विभिन्न धर्म, भाषाओं वाले देश व पिछड़े हुए या दास हुए देशों के लिए राष्ट्रीय भावना बहुत आवश्यक है। इस भावना को बढ़ाने में शिक्षा योग देती है। बच्चों में इस भावना का विकास विद्यालयों से ही प्रारम्भ हो जाता है।
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