लोगों की राय

बी ए - एम ए >> चित्रलेखा

चित्रलेखा

भगवती चरण वर्मा

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :128
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 19
आईएसबीएन :978812671766

Like this Hindi book 0

बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक

प्रश्न- कौशल अधिग्रहण के लिए संज्ञानात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
सूचना मानव मस्तिष्क के संज्ञानात्मक लक्ष्य का तर्क है, इन्द्रियों के द्वारा जो भी जानकारी हमें प्राप्त होती हैं वो स्मृति में केन्द्रीकृत अभ्यावेदन के विकास में योगदान करती है। इसे हम इस तरह से भी कह सकते हैं कि संज्ञानात्मक दृष्टिकोण से पता चलता है कि अभ्यास के द्वारा अपने कौशल को किस तरह से बेहतर किया जा सकता है। उदाहरण के लिए परिणामों के ज्ञान या फिर प्रदर्शन के ज्ञान का उपयोग करना, जिसके परिणामस्वरूप कार्यदक्षता में मुख्य रूप से सुधार किया जा सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इस प्रक्रिया का एक परिणाम यह भी है कि कौशल सीखने के चरणों के अनुक्रम के माध्यम से काफी विशिष्ट संज्ञानात्मक विशेषताओं की विशेषता होती है। सर्वप्रथम जब कौशल का बहुत कम किया गया है तो प्रदर्शन को संज्ञानात्मक रूप से नियंत्रित किया जाता है इसलिए क्योंकि रणनीतियों का चयन करने और चयन करके सम्बन्धित जानकारियों का प्रयोग करने की कोशिश करता है। इसी के साथ ही इसका एक दूसरा चरण है जिसमें संज्ञानात्मक भागीदारी की गहन आवश्यकता कम हो जाती है। वहीं पर इसके अंतिम चरण में प्रदर्शन की विशेषता होती है। जिसके लिए बहुत कम सं जुड़ाव की आवश्यकता होती है। कौशल अधिग्रहण के अगर मनोवैज्ञानिक सिद्धान्तों की बात की जाए तो इसमें ये विशेषताएँ आम है, हालांकि कभी-कभी सिद्धान्त प्रदर्शन को बेहतर बनाने के सम्बन्ध में भिन्न-भिन्न रूपों में भी देखने को मिलता है

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

No reviews for this book