शब्द का अर्थ
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संघाट :
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वि० [सं० संघ√ अट् (गमनादि)+यज्] दल या समूह में रहनेवाला। जो दल बाँधकर रहता हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संघाटिका :
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स्त्री० [सं० सम्√ घट् (मिलना)+णिच्+ण्वुल्-अक-इत्व-टाप्] १. प्राचीन भारत में स्त्रियों का एक प्रकार का पहनावा। २. कुटनी। दूती। ३. सिंघाड़ा। ४. कुंभी। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संघाटी :
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स्त्री० [सं०] बौद्ध भिक्षुओं के पहनने का चीवर। |
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समानार्थी शब्द-
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