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			| शब्द का अर्थ |  
				| विष्वक्सिद्धान्त					 : | पुं० [सं० कर्म० स०] दर्शन और न्यायशास्त्रों में वह सिद्धान्त जो किसी वर्ग या विभाग के सभी व्यक्तियों या सभी प्रकार के तत्त्वों के लिए समान रूप से प्रयुक्त होता या हो सकता हो (डाँक्ट्रिन आँफ यूनिवर्सल्स)। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |