शब्द का अर्थ
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मुरार :
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पुं० [सं० मृणाल] कमल की जड़। कमलनाल। पुं० =मुरारी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुरारि :
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पुं० [सं० मुर-अरि, ष० त०] १. मुर राक्षस के शत्रु (क) विष्णु, (ख) श्रीकृष्ण। २. डगण के तीसरे भेद (।ऽ।) की संज्ञा (पिंगल)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
मुरारी :
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पुं० =मुरारि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |