शब्द का अर्थ
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मुख्य-चांद्रमास :
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पुं० [सं० कर्म० स०] चांद्र मास के दो भेदों में से एक जो शुक्ल प्रतिपदा से आरंभ होकर अमावस्या को समाप्त होता है। इसी को ‘अमांत’ भी कहते हैं। (दूसरा) भेद ‘गौण’ चांद्र ‘मास’ या ‘पूर्णिमांत’ कहलाता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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