शब्द का अर्थ
|
बाधन :
|
पुं० [सं०√बाध् (रोकना)]+ल्युट्—अन] [वि० बाधित बाधनीय, बाध्य] १. बाधा या विघ्न उत्पन्न करने या रुकावट डालने की किसी या भाव। २. कष्ट देना। पीड़ित करना। ३. किसी अनुचित या निदनीय काम में संबंध में होने वाली मनाही। ४. दे० अभिनिषेध’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बाधना :
|
[सं० बाधन] १. बाधा डालना। रुकावट या विघ्न डालना। २. कष्ट देना पीड़ित करना। स्त्री० बाधा। उदा०—नाम रूप ईश की बाधना।—निराला। स० [सं० वर्द्धन] बढ़ाना। अ०=बढ़ना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |