शब्द का अर्थ
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पगना :
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अ० [सं० पाक,हिं० पाग] १. हिं० पागना का अ०। पागा जाना। २. शरबत शोरे आदि के पाग में किसी खाद्य पदार्थ का पड़कर उसके रस में भीगना। मीठे रस से ओत-प्रोत होना। जैसे—मुरब्बा बनाने के समय आँवले या आम का शीरे में पगना। ३. किसी प्रकार का गाढ़े तरल पदार्थ या रस से ओत-प्रोत होना। ४. लाक्षणिक रूप में, बात के रस में अथवा किसी व्यक्ति के प्रेम में पूर्णतः डूबना या मग्न होना। संयो० क्रि०—जाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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