शब्द का अर्थ
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पंचमी :
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स्त्री० [सं० पंचम+ङीष्] १. चांद्र मास के प्रत्येक पक्ष की पाँचवी स्थिति। २. द्रौपदी, जिसके पाँच पति थे। ३. संगीत में एक प्रकार की रागिनी। ४. व्याकरण में अपादान कारक और उसकी विभक्ति। ५. वैदिक युग में एक प्रकार की ईंट, जो एक पुरुष की लंबाई के पाँचवे भाग के बराबर होती थी और यज्ञ में वेदी बनाने के काम आती थी। ६. तंत्र में एक प्रकार की मंत्र-विधि। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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