शब्द का अर्थ
|
निमंत्रण :
|
पुं० [सं०√मंत्र (बुलाना)+ल्युट्–अन्] [वि० निमंत्रित] १. किसी को किसी काम के लिए आदरपूर्वक बुलाने की क्रिया या भाव। आग्रहपूर्वक यह कहना कि आप अमुक कार्य के लिए अमुक समय पर हमारे यहाँ पधारें। २. ब्राह्मणों को भोजन कराने के लिए अपने यहाँ बुलाने की क्रिया या भाव। ३. विवाह आदि शुभ अवसरों पर लोगों को आदरपूर्वक अपने यहाँ बुलाने की क्रिया या भाव। न्योता। क्रि० प्र०–देना।–भेजना।–मानना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
निमंत्रण-पत्र :
|
पुं० [ष० त०] वह पत्र जिसमें यह लिखा रहता है कि आप अमुक समय पर हमारे यहाँ आने की कृपा करें। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |