शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					नवन					 :
				 | 
				
					पुं०=नमन।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवना					 :
				 | 
				
					अ० [सं० नमन] १. नत होना। झुकना। २.किसी के सामने नम्र या विनीत होना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनि					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० नमन] १. झुकने की क्रिया या भाव। २. नम्रता। विनय।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० नव√नी (ले जाना)+ड–ङीष्] नवनीत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनीत					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० √नी+क्त, नव-नीत, ष० त०] १. मक्खन। २. श्रीकृष्ण।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनीत-गणप					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० उपमि० स०] एक गणपति। (पुराण०)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनीत-धेनु					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० मध्य० स०] मक्खन की वह ढेरी जो धेनु के रूप में मान कर दान दी जाती है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					नवनीतक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० नवनीत+कन्] १. घृत। घी। २. मक्खन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |