शब्द का अर्थ
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दाय-भाग :
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पुं० [सं० ष० त०] १. धर्म-शास्त्र का वह अंश या विभाग जिसमें यह बतलाया गया है कि पिता अथवा पूर्वजों का धन उसके उत्तराधिकारियों अथवा संबंधियों में किस प्रकार और किन सिद्धान्तों के अनुसार बाँटा जाना चाहिए। २. पैतृक संपत्ति का वह अंश जो उक्त व्यवस्था के आधार पर किसी उत्तराधिकारी को मिले। उदाहरण—सोचो यह स्वार्थ क्या तुम्हारा दायभाग है ?—गुप्त। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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