शब्द का अर्थ
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ढढ्ढा :
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वि० [हिं० ठाठ] बहुत से व्यर्थ के अंगों या बातों से युक्त होने के कारण जिसका आकार या रूप व्यर्थ बहुत बढ़ गया हो। पुं० १. बाँसों आदि की वह रचना जिस पर खड़े होकर राज, मिस्त्री आदि ऊंची दीवारें आदि बनाते हैं। २. किसी वस्तु या रचना के अंगों की वह स्थूल योजना जो उसके आरंभ में की जाती है और जो उसके भावी रूप की परिचायक होती है। ठाठ। ढाँचा। ३. कोई ऐसी बहुत बड़ी या विस्तृत चीज जिसके बहुत से अंश फालतू या व्यर्थ के हों। ४. व्यर्थ का आडंबर या ठाठ-बाट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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