शब्द का अर्थ
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टिकाना :
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स० [हिं० टिकना] १. किसी आधार पर किसी चीज का खड़ा करना या ठहराना। टिकने में प्रवृत्त करना। २. किसी के टिकने अर्थात् कुछ समय तक ठहरने या रहने की व्यवस्था करना। ३. किसी को कहीं टिकने या रहने देना। जैसे–बरात धर्मशाला में टिकाई जायगी। ४. किसी को अपने यहाँ अतिथि रूप में ठहराना या रखना। ५. सहारे पर खड़ा करना। ६. सहारा देना। ७. चुप-चाप या धीरे-से किसी के हाथ में कोई चीज दे देना। (दलाल) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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