शब्द का अर्थ
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चूरा :
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पुं०[सं०चूर्ण] १.किसी चीज के टूटे फूटे या घिसे-पिटे बहुत छोटे-छोटे टुकड़े। जैसे–शीशे का चूरा। २. काठ,धातु आदि को चीरने-रेतने आदि पर उसमें से निकले हुए छोटे-छोटे कण। बुरादा। जैसे–लकड़ी या लोहे का चूरा। वि.-चूर (देखें)। पुं०[सं० चूड़] १. पैर या हाथ में पहनने का कड़ा। २. दे० चूड़ी। पुं० चिड़वा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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