शब्द का अर्थ
|
चटान :
|
स्त्री०=चट्टान।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चटाना :
|
स० [हिं० चाटना का प्रे०] १. किसी को कुछ चाटने में प्रवृत्त करना। जैसे–बच्चे को खीर चटाना। २. थोड़ा-थोड़ा खिलाना। जैसे–बच्चे को कुछ चटा दो। ३. घूस या रिश्वत लेना। जैसे–कचहरी वालों को कुछ चटाकर अपना काम निकालना। ४. छुरी, तलवार आदि की धार रगड़कर या और किसी प्रकार तेज करना। जैसे–चाकू को पत्थर चटाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |