| शब्द का अर्थ | 
					
				| उक्त-प्रत्युक्त					 : | पुं० [द्व० स०] १. लास्य के दस अंगों में से एक। २. कोई कही हुई बात और उसका दिया हुआ उत्तर। बात-चीत। कथोपकथन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| उक्त-प्रत्युक्त					 : | पुं० [द्व० स०] १. लास्य के दस अंगों में से एक। २. कोई कही हुई बात और उसका दिया हुआ उत्तर। बात-चीत। कथोपकथन। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |