शब्द का अर्थ
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आफत :
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स्त्री० [फा० मि० स० आपत्ति] आपत्ति। विपत्ति। संकट। मुहावरा—आफत उठाना=(क) कष्ट या विपत्ति सहना। (ख) दे० आफत खड़ी करना। आफत खड़ी करना=ऐसा काम करना जिससे दूसरों को कष्ट या विपत्ति में पड़ना पड़े। आफत ढाना=बहुत अधिक विपत्ति की अवस्था उत्पन्न करना। आफत मचाना=दे० आफत खड़ी करना। आफत मोल लेना=जान-बूझकर ऐसी स्थिति उत्पन्न करना जिसमें स्वयं को कष्ट या विपत्ति में पड़ना पड़े। पद—आफत का परकाला-ऐसा व्यक्ति जो अपनी बहुत बढ़ी हुई चालाकी के कारण सभी प्रकार के विकट काम कर सके। आफत का मारा-जिस पर बहुत बड़ी विपत्ति या संकट पड़ा हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आफताप :
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पुं० =आफताब (सूर्य)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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