शब्द का अर्थ
|
आख्यात :
|
वि० [सं० आ√ख्या(कथन)+क्त] १. कहा या जतलाया हुआ। २. बहुत अधिक प्रसिद्ध। पुं० व्याकरण में क्रिया पद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आख्यातव्य :
|
वि० [सं० आ√ख्या+तव्यत्] जो कहे जाने, वर्णन किए जाने अथवा सूचित किये जाने के योग्य हो अथवा किया जाने को हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आख्याता (तृ) :
|
वि० [सं० आ√ख्या+तृच्] १. कहनेवाला। २. सूचना देने या विवरण बतालनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आख्याति :
|
स्त्री० [सं० आ√ख्या+क्तिन्] १. किसी से कुछ कहने अथवा उसे सूचित करने की क्रिया या भाव। २. ख्याति या प्रसिद्धि। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
आख्यातिक :
|
पुं० [सं० आख्यात+ठक्-इक] वह ग्रंथ जिसमें क्रियाओं का विवेचन किया ख्याति गया हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |