शब्द का अर्थ
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विहृत :
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पुं० [सं० वि√हृ+क्त] साहित्य में हाव की वह अवस्था जिसमें प्रिया लज्जा के कारण प्रिय पर अपना मनोभाव नहीं प्रकट कर पाती। भू० कृ० हरण किया हुआ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विहृति :
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स्त्री० [सं० वि√हृ+क्तिन्] १. जबरदस्ती या बल-पूर्वक कुछ ले लेना या कोई काम करना। २. खेलना। ३. क्रीड़ा। बिहार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |