शब्द का अर्थ
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					नगद					 :
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					पुं० [अ० नक्द] १.सोने-चाँदी का सिक्का। २.रुपया-पैसा। ३.सिक्कों आदि के रूप में होने वाला खड़ा धन जो देन आदि के बदले में तुरंत चुकाया जाता हो। ‘उधार’ का विपर्याय। वि० १. (रुपया) जो तैयार या सामने हो। २.जिसका मूल्य रुपए-पैसे आदि के रूप में तुरन्त दिया या चुकाया जाय। ३.बढ़िया। क्रि० वि० तुरंत दिये हुए रुपए के बदले में।				 | 
			
			
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					नगद-नारायण					 :
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					पुं० [हिं०+सं०] नगद रुपए।				 | 
			
			
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					नगदंती					 :
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					स्त्री० [सं०] विभीषण की स्त्री का नाम।				 | 
			
			
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					नगदी					 :
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					क्रि० वि० [हिं०नगद+ई (प्रत्य०)] नगद या सिक्के के रूप में। (इन्कैश) पुं० , वि० =नगद।				 | 
			
			
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