शब्द का अर्थ
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					नक्का					 :
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					पुं० [हिं० नाक] १. सूई का वह छेद जिसमें डोरा डाला जाता है। २. कौड़ी। ३. दे० ‘नाका’। ४. दे० ‘नक्कीमूठ’।				 | 
			
			
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					नक्कादूआ					 :
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					पुं० =नकारा।				 | 
			
			
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					नक्कारखाना					 :
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					पुं० [अ० नक्कार+फा० खानः] वह स्थान जहाँ नक्कारा या नौबत बजती है। नौबतखाना। पद—नक्कारखाने में तूती की आवाज= (क) बहुत भीड़-भाड़ या शोर-गुल में कही गई कोई सामान्य-सी बात जो सुनाई नहीं पड़ती। (ख) बड़े-बड़े लोगों के सामने छोटे आदमियों की बात।				 | 
			
			
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					नक्कारची					 :
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					पुं० [अ० नक्कारः+फा० ची (प्रत्य०)] नगाड़ा बजानेवाला। वह जो नक्कारा बजाता हो।				 | 
			
			
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					नक्कारा					 :
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					पुं० [अ० नक्कारः] नगाड़ा नाम का बाजा। (दे० ‘नगाड़ा’)				 | 
			
			
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					नक्काल					 :
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					पुं० [अ०] १. वह जो केवल नकल या अनुकरण करता हो। अथवा जिसने किसी की नकल या अनुकरण मात्र किया हो। २. वह जो केवल दूसरों का मनोरंजन करने अथवा दूसरों को उपहासास्पद सिद्ध करने के लिए तरह-तरह की नकलें करता हो। जैसे—बहुरुपिये, भाँड़ आदि।				 | 
			
			
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					नक्काली					 :
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					स्त्री० [अ०] १. नकल या अनुकरण करने की क्रिया या भाव। २. दूसरों की नकल उतारने की कला या विद्या। ३. भाँड़पन।				 | 
			
			
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					नक्काश					 :
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					पुं० [अ०] नक्काशी का काम करनेवाला कारीगर। वह जो धातुओं आदि पर खोदकर बेल-बूटे बनाता हो।				 | 
			
			
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					नक्काशी					 :
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					स्त्री० [अ०] १. धातु, पत्थर, लकड़ी आदि पर खोदकर बेल-बूटे आदि बनाने का काम या कला। २. उक्त प्रकार से बनाये हुए बेल-बूटे आदि।				 | 
			
			
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