शब्द का अर्थ
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चुपका :
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वि० [हिं० चुप] [स्त्री० चुपकी] १. जो बिलकुल चुप हो। मौन। मुहावरा–चुपके से (क) बिना कुछ भी कहे-सुने। बिलकुल चुपचाप। जैसे–चुपके से हमारे रुपए चुका दो। (ख) इस प्रकार जिसमें किसी को कुछ भी पता न चले। जैसे–वह किताब उठाकर चुपके से चलता बना। २. दे० चुप्पा। पुं० बिलकुल चुप रहने की अवस्था या भाव। चुप्पी। मौन। क्रि० प्र०–साधना। पुं० [?] एक प्रकार का चाहा पक्षी जिसकी चोंच नुकीली और लंबी होती है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुपकाना :
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स० [हिं० चुपका] १. चुप या मौन कराना। २. बोलने से रोकना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |