शब्द का अर्थ
|
चुगल :
|
पुं० [फा०] १. चुगलखोर। २. तमाकू आदि पीने के समय चिलम के छेद पर रखा जानेवाला कंकड़। गिट्टक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुगलखोर :
|
पुं० [फा०] किसी की परोक्ष में उसकी हानि करने के उद्देश्य से दूसरों के सम्मुख बुराई करनेवाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुगलखोरी :
|
स्त्री० [फा०] किसी को हानि करने के उद्देश्य से परोक्ष में उसकी निन्दा करने की क्रिया या भाव। चुगलखोर का काम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुगलस :
|
स्त्री० [देश०] एक प्रकार की लकड़ी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुगलाना :
|
स० दे० ‘चुभलाना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चुगली :
|
स्त्री० [फा०] किसी को हानि करने के उद्देश्य से परोक्ष में दूसरों से की जानेवाली उसकी निंदा या शिकायत। पीठ पीछे की जानेवाली बुराई या लगाया जानेवाला अभियोग। मुहावरा–(किसी की) चुगली खाना=किसी के परोक्ष में दूसरों से की जानेवाली उसकी अभियोगात्मक निंदा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |