शब्द का अर्थ
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अर्चित :
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वि० [सं० न० ब०] १. (व्यक्ति) जिसे कोई चिन्ता न हो। फलतः निश्चित या बेफिक्र २. जिसका चिंतन न हो सके। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अर्चित :
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भू० कृ० [सं०√अर्च+क्त] जिसकी अर्चना की गयी हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अर्चितनीय :
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वि० [सं० न० त०] १. जिसका चिंतन या कल्पना न हो सके। फलतः अज्ञेय या दुर्बोध। २. जिसका अनुमान न हो सके या न किया गया हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अर्चिती (तिन्) :
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वि० [सं० अर्चित+इनि] अर्चना करनेवाला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |