शब्द का अर्थ
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अपस्मार :
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पुं० [अप√स्मृ (स्मरण करना)+णिच्+अच्] १. एक रोग जिसमें रोगी का कलेजा धड़कता है और वह बेहोश होकर गिर पड़ता है। मिरगी। (एपाप्लेकसी) २. साहित्य में प्रेमी या प्रेमिका की वह अवस्था जिसमें विरह का बहुत कष्ट सहने के कारण वह मिरगी के रोगियों की तरह काँपकर या मूर्छित होकर गिर पड़े। (इसकी गणना संचारी भावों में है)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
अपस्मारी (रिन्) :
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वि० [सं० अपस्मार+इनि] जो अपस्मार रोग से पीड़ित हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |