बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकीसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
अथवा
गति वृद्धि क्या है? खेल की क्रियाओं में गति वृद्धि के महत्त्व को समझाइये |
अथवा
त्वरण क्या है ? अपने शब्दों में व्याख्या कीजिए।
उत्तर -
त्वरण - किसी वस्तु के वेग परिवर्तन की दर को वस्तु का त्वरण कहते हैं। दूसरे शब्दों में एकांक समयान्तरलाल में वस्तु के वेग में जितना परिवर्तन होता है उसे त्वरण कहते हैं। यदि इस परिवर्तन में वेग में वृद्धि होती है तो त्वरण धनात्मक होता है और यदि वेग में ह्रास (कमी) होती है तो त्वरण ऋणात्मक होता है जिसे मन्दन कहते हैं।
त्वरण (T) = ------------------------------
समयान्तराल
a = V / T
a = Av / As
जहाँ a = औसत त्वरण v = वेग परिवर्तन तथा t = समयान्तराल
त्वरण का मात्रक M. K. S. पद्धति में मीटर/सेकेण्ड है।
त्वरण के प्रकार-त्वरण को हम दो भागों में विभक्त करते हैं-
1. धनात्मक त्वरण
2. ऋणात्मक त्वरण
1. धनात्मक त्वरण - यदि समय के साथ वस्तु का वेग बढ़ता है तो त्वरण धनात्मक होता
2. ऋणात्मक त्वरण - यदि समय के साथ वस्तु का वेग घटता है तो त्वरण ऋणात्मक होता है। जिसे मन्दन कहते है।
नियत त्वरण वाली गति के समीकरण।
यदि कोई वस्तु एक नियत समय से एक ऋजुरेखा में चल रही हो तो उसके वेग, विस्थापन, समय तथा त्वरण के पारम्परिक संबंधों को समीकरणों के द्वारा व्यक्त किया जा सकता है।
माना कि कोई वस्तु वेग u से चलना प्रारम्भ करती है तथा उस पर एक नियत त्वरण a आक्षेपित है।
यदि t सेकेण्ड में वस्तु s दूरी तय कर लेती है तथा उसका वेग हो जाता है। माना कि कोई वस्तु वेग u से चलना प्रारम्भ करती है। तथा उस पर एक नियत त्वरण a आक्षेपित है। तब नए a, t, s और v के सम्बन्धों को निम्न समीकरणों से व्यक्त किया जा सकता है-
(i) v = u + at
(ii) s = ut + 1/2at 2
(iii) v2 = u 2 + 2as
वस्तु द्वारा ज सेकेण्ड में चली गई दूरी
उपरोक्त समीकरण तभी लागू होती है, जब त्वरण नियत हो तथा गति सरल रेखा में हो।
गुरुत्वीय गति के समीकरण - पृथ्वी प्रत्येक वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती है। इस खिंचाव के कारण पृथ्वी की ओर स्वतंत्रतापूर्वक गिरती हुई वस्तुओं में एक नियत त्वरण आपेक्षित हो जाता है, जिसे गुरुत्वीय त्वरण कहते हैं। गुरुत्वीय त्वरण को g से प्रदर्शित करते हैं। इसका मान लगभग 9.8 मी/सेकण्ड होता है।
पृथ्वी की ओर गिरती हुई वस्तुओं के लिए गति का समीकरण निम्न है-
(i) v = u + gt
(ii) h = ut + 1 /2gt 2
(iii) v2 = u2 + 2gh
यदि कोई वस्तु पृथ्वी से ऊपर की ओर उर्ध्वाधर दिशा में फेंकी जाये तो उक्त समीकरणों में g के स्थान पर -g रख देते हैं।
संवेग - किसी वस्तु के द्रव्यमान तथा वेग के गुणनफल को वस्तु का संवेग कहते हैं। संवेग सदिश राशि है। इसकी दिशा में वेग की दिशा होती है। इसे से प्रदर्शित करते हैं। अतः यदि किसी वस्तु का द्रव्यमान m हो तो वेग हो तो
संवेग = द्रव्यमान x वेग
p = mv
संवेग का मात्रक किग्रा. मी. सेकण्ड है। इसे न्यूटन सेकण्ड भी लिख सकते हैं। परिभाषा से यह अर्थ निकलता है कि यदि हम वस्तु का वजन बढ़ा दें या फिर उसका अन्तिम वेग बढ़ा दें तो वस्तु का संवेग उसी अनुपात में बढ़ जायेगा।
जब कोई वस्तु फेंकी जाय तब वह कितनी दूर जायेगी, तब वह दो बातों पर निर्भर करेगी। एक उसकी अन्तिम वेग तथा दूसरी कि वह किस कोण से फेंकी जाती है। इसी प्रकार जब कोई खिलाड़ी लम्बी कूद कूदता है तब उसके अन्तिम वेग (जब जमीन से सम्बन्ध तोड़ता है।) पर निर्भर करता है तथा किस कोण से कूदता है।
खेलों में कोई वस्तु किसी खेल सामान (रैकिट बल्ला) से टकराती है तब वह कितनी दूरी तय करेगी इस बात पर निर्भर करेगी कि उस वस्तु का अन्तिम वेग क्या है। इसी प्रकार जिस वस्तु से टकराती है उसका भार तथा अन्तिम वेग क्या है। इसीलिए क्रिकेट में हम क्रिकेट के बल्ले का संवेग जयादा होगा। यह तभी असर कारक होगा जब भारी वजन के बल्ले को खिलाड़ी की मांसपेशी जरूरत का बल पैदा कर सके अगर ऐसा न होगा तो विपरीत असर होगा।
संवेग संरक्षण सिद्धान्त
संवेग संरक्षण के नियमानुसार एक या एक से अधिक वस्तुओं के निकाय का संवेग तब तक अपरिवर्तित रहता है। जब तक वस्तु या वस्तुओं के निकाय पर कोई बाह्य बल आरोपित न हो। अर्थात् एक वस्तु में जितना संवेग परिवर्तन होता है। दूसरी में भी उतना ही संवेग विपरीत दिशा में हो जाता है। जब कोई वस्तु पृथ्वी की ओर गिरती है, तो उसका वेग बढ़ता जाता है। जिससे उसका संवेग भी बढ़ता जाता है। वस्तु भी पृथ्वी के ऊपर की ओर खिंचती है, जिससे पृथ्वी का भी ऊपर की ओर संवेग उसी दर से बढ़ता है। चूँकि पृथ्वी का द्रव्यमान वस्तुं की अपेक्षा बहुत अधिक होता है। अतः पृथ्वी में उत्पन्न वेग अपेक्षणीय होता है।
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- प्रश्न- किन्सियोलॉजी (Kinesiology) क्या है? इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान के सिद्धान्त एवं लाभ का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान से आप क्या समझते हैं? इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- किन्सियोलॉजी पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में किनिसियोलॉजी की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान का शारीरिक शिक्षा में लाभ क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों की भूमिका से क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान (गतिविज्ञान) से क्या समझते हो? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
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- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में गति के नियम व उनका शारीरिक क्रियाओं में उपयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आधारीय गतियों को समझाइए।
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिक्रिया एवं संवेग के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र व गुरुत्व रेखा पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष एवं तल पर टिप्पणी लिखिये ?
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं के उदाहरण के साथ परिभाषाएँ लिखिये। अथवा स्तर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अक्ष या धुरी पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष और तल में क्या संबंध है ? इनका उपयोग किसलिये होता है?
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- प्रश्न- स्थिर जोड़ तथा मामूली हिलन योग्य जोड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- पेशीय संकुचन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
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- प्रश्न- निम्नलिखित मांसपेशीय के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए -(i)बाईसेप्स, (ii)हैमस्ट्रिंग, (iii) गैस्ट्रोनोमिनिस।
- प्रश्न- मांसपेशी के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए।
- प्रश्न- माँसपेशीय संकुचन को वर्गीकृत कीजिये।
- प्रश्न- ऐच्छिक माँसपेशियों के महत्वपूर्ण तत्व और कार्यविधि का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनैच्छिक मांसपेशियों के प्रमुख तत्वों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- हृदय के मुख्य तत्व कौन-से हैं ? इसके मुख्य कार्य संक्षेप में बताये।
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी और हृदय पेशी में क्या अन्तर हैं स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- मानव शरीर का माँसपेशी सिस्टम क्या है ? इसका वर्गीकरण कीजिये।
- प्रश्न- ऊपरी अग्रांग ( Upper Extremity) से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- निचले अग्रांग की सम्पूर्ण शृखंला को समझाये। इसका विस्तार से उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- कन्धे के जोड़ (Shoulder Joints) से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- एल्बो ज्वाइंट (कोहनी के जोड़) से आपका क्या अभिप्राय है संक्षेप में बताये?
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- प्रश्न- मानव शरीर में धड़ का क्या महत्व है ?
- प्रश्न- कूल्हे का जोड़ (Hip Joint) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-
- प्रश्न- घुटने के जोड़ की संरचना समझाये।
- प्रश्न- कुहनी के जोड़ से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चाल के न्यूटन के सिद्धान्तों को समझाइए एवं उदाहरण सहित इन सिद्धान्तों की खेलकूद में उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- न्यूटन के गति के तीसरे नियम को उदाहरण सहित समझायें।
- प्रश्न- क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- त्वरण के नियम सम्बन्धी सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यूटन के प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये
- प्रश्न- न्यूटन के गति के नियम से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- घर्षण का अर्थ और प्रकार का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं? खेल कौशल प्रदर्शित करते समय बल का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? उदाहरण सहित समझाइये।
- प्रश्न- घर्षण बल से आप क्या समझते हैं? खेलकूद में घर्षण के सिद्धान्तों का प्रयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खेल खिलाड़ियों में बल और बल आघूर्ण के महत्त्व को बताइए।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ? बल के प्रकारों की व्याख्या करते हुए खेलों में इसका प्रभावी उपभोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
- प्रश्न- बल की परिभाषा दीजिए। बल के प्रभाव तथा स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- बल का मात्रक क्या है? उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अभिकेन्द्रीय बल से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रीय बल पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- चुम्बकीय बल या दबाव के बल पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रित बल के सिद्धान्त का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक को परिभाषित करते हुए वर्गीकरण कीजिए और उचित उदाहरण की सहायता से खेल में इसके उचित उपयोग को बताइए।
- प्रश्न- उत्तोलन दण्ड की कृतियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- "मानव शरीर एक उत्तोलक के रूप में कार्य करता है "इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
- प्रश्न- लीवर की यांत्रिक सहायता पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेल उपकरण का लीवर के रूप में उपयोग बताइये।
- प्रश्न- प्रथम श्रेणी के उत्तोलक की परिभाषा दीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक की भुजा व प्रकार लीजिए।
- प्रश्न- Ist क्लास लीवर और III rd क्लास लीवर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- उत्तोलक से क्या अभिप्राय है। यह कितने प्रकार का होता है ?
- प्रश्न- सरल मशीन से क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- उत्तोलक (लीवर) का मानव शरीर में क्या प्रयोग है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी में चाल, वेग, त्वरण, दूरी और विस्थापन को परिभाषित कीजिये
- प्रश्न- गतिकी से संबंधित प्रमुख तथ्य कौन-से हैं ?
- प्रश्न- आदिश और सदिश राशि से आप क्या समझते हैं ? दोनों में अन्तर बताये।
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- निम्नलिखित में से किन्हीं दो के बारे में लिखिये। (i) त्वरण (ii) वेग
- प्रश्न- जीव यांत्रिकी के अर्थ और क्षेत्र का विस्तापूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेग एवं त्वरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। अथवा त्वरण पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- द्रव्यमान एवं भार पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में रेखीय वेग और कोणीय वेग से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- दूरी और विस्थापन में अन्तर बताये ?
- प्रश्न- चाल और वेग में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- "विराम के जड़त्व के नियम से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति के जड़त्व से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- त्वरण के नियम से आपका क्या अभिप्राय है ? इसे अन्य किस नाम से जाना जाता है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है ?
- प्रश्न- जैव- यांत्रिकी का क्षेत्र स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गतिज विज्ञान में सन्तुलन से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्त और प्रकारों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- बल कितने प्रकार का होता है ? यह वस्तुओं को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
- प्रश्न- गति विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय गति विज्ञान का शारीरिक शिक्षा एवं खेल में महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ऊर्जा किसे कहते हैं ? ऊर्जा के प्रकार बतायें।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- मानव शरीर में गुरुत्व केन्द्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- खेलों में गुरुत्व केन्द्र की क्या आवश्कता है ?
- प्रश्न- बल और संवेग में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- सन्तुलित बल और असन्तुलित बल में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) के अन्तर्गत प्रमुख रूप से किसका अध्ययन किया जाता है?
- प्रश्न- 'कोणीय चाल' और 'कोणीय वेग' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- कोणीय त्वरण क्या है ? इसका सूत्र का उल्लेख कीजिये ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रेखित गति से आपका क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- कोणीय संवेग क्या है ?
- प्रश्न- द्रव्यमान (Mass) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- वजन (Weight) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- दबाव से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- (Kinetics) और (Kinematics) में क्या अन्तर हैं ? स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम बताइए।