बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की उपयोगिता स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
मूल्यांकन की उपयोगिता
(Utility of Evaluation)
शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की प्रक्रिया का महत्वपूर्ण स्थान है। इसके द्वारा शिक्षा की प्रक्रिया से छात्रों की उपलब्धियों में होने वाली प्रगति को ज्ञात किया जा सकता है तथा उनके व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को ज्ञात किया जा सकता है। शिक्षा में मूल्यांकन की आवश्यकता अथवा उपयोगिता शिक्षक, छात्र एवं विद्यालय सभी दृष्टि से अपनी-अपनी अलग परिभाषा रखती हैं। इसके द्वारा विद्यालय संगठन अपने विद्यालय की उपलब्धियों को छात्र की उपलब्धियों के आधार पर अन्य विद्यालयों की तुलना में आंका जा सकता है। विद्यालय के स्तर, शिक्षकों की शिक्षण-विधियों का मूल्यांकन भी किया जा सकता है। इसके द्वारा छात्रों को अपनी प्रगति और योग्यता का पता लगता रहता है, जिससे उनमें आत्मबोध एवं आत्मविश्वास का विकास होता है। उससे ही छात्रों को परिश्रम एवं अध्ययन करने की प्रेरणा प्राप्त होती है। शिक्षकों को अपनी शिक्षण-पद्धति और शैक्षिक योग्यता में सुधार करने का अवसर और महत्व से सम्बन्धित बातों का ज्ञान होता हैं। अभिभावकों को अपने बच्चों की उपलब्धियों, ज्ञान, व्यवहार, रुचि और विषय क्षेत्र का ज्ञान होता है ताकि वे अपने बच्चों की भविष्य की शिक्षा व्यवस्था उनकी रुचियों के अनुरूप करवा सकें। यदि वे पिछड़े हुये ज्ञात हो रहे हैं तो उनका विशेष ध्यान देकर शिक्षण व्यवस्था में परिवर्तन भी करवा सकते हैं। मूल्यांकन की उपयोगिता को निम्नलिखित दृष्टि से देखा जा सकता है-
1. आत्म निरीक्षण मूल्यांकन द्वारा - छात्रों एवं शिक्षकों के द्वारा स्वयं आत्म-निरीक्षण किया जा सकता है। वे अपनी कमियों तथा अच्छाइयों को स्वयं ही ज्ञात कर सकते हैं। अपनी त्रुटियों को समझकर उन्हें दूर करने का प्रयास कर सकते हैं। छात्रों को स्वयं अपने कार्यों का मूल्यांकन करके उचित दिशा में जाने का प्रयास करना चाहिए।
शिक्षक भी अपना आत्म निरीक्षण करके अपनी शिक्षण-पद्धतियों को दूसरों के साथ तुलनात्मक अध्ययन करके निरीक्षण कर सकते हैं और वे अपनी प्रविधियों में सुधार करके छात्रों को अधिक से अधिक लाभान्वित करने का प्रयास कर सकते हैं।
2- शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति - मूल्यांकन के द्वारा ही शिक्षा अपने उद्देश्यों की प्रगति में कितना सफल रही है इस बात को ज्ञात किया जा सकता है। इस संदर्भ में शिक्षकों का यह परम कर्तव्य है कि वे किस स्तर तक जाने का प्रयास कर रही है और कहाँ तक पहुँच रही है इसकी जानकारी रखें। उद्देश्यों की प्राप्ति में मूल्यांकन की अपनी उपयोगिता है।
3- शिक्षकों एवं अभिभावकों की दृष्टि में - शिक्षा में मूल्यांकन प्रक्रिया से शिक्षकों को कक्षा के सभी छात्रों की प्रगति की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होती है और इसके द्वारा वे अभिभावकों को इनके बच्चों की प्रगति एवं कमियों के विषय में अवगत करा सकते हैं कि किस दृष्टि से उन्हें अतिरिक्त शिक्षण की आवश्यकता महसूस होती है। यह सब मूल्यांकन के द्वारा ही ज्ञात होता है।
4- शैक्षिक एवं व्यावसायिक निर्देशन में सहायक - शिक्षा में मूल्यांकन प्रक्रिया द्वारा छात्रों को नवीन दिशा में जाने के लिए व्यक्तिगत, शैक्षिक एवं व्यावसायिक निर्देशन प्रदान किया जा सकता है। जिससे छात्र का सम्पूर्ण मूल्यांकन उसकी रुचियों को उजागर करता है और व्यावसायिक निर्देशक के द्वारा उन्हें सही क्षेत्र के चुनाव का अवसर प्राप्त होता है।
5- पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्यक्रम की व्याख्या - शिक्षा में मूल्यांकन के द्वारा ही पाठ्यक्रम की उपयोगिता की जाँच की जाती है और उसके बाद ही उसमें परिवर्तन एवं परिवर्द्धन किया जाता है। पाठ्यक्रम का कौन सा भाग समय के साथ उपयोगी नहीं रह गया है या कालातीत हो चुका है। उसको परिवर्तित करने का निर्णय लेने में मूल्यांकन की बेहद उपयोगिता सिद्ध होती है।
6- शिक्षण विधियों में सुधार व उन्नति - शिक्षा के लिए प्रयुक्त की जा रही शिक्षण विधियों की उपयोगिता निश्चित करने के लिए मूल्यांकन ही एकमात्र मार्ग है। मूल्यांकन के द्वारा ही शिक्षक एवं प्रशासक इस बात का निर्णय कर पाते हैं कि प्रयोग की जा रही शिक्षण विधियां छात्रों को कितना ज्ञान प्रदान करने में सफल हो रही हैं। इस प्रकार शिक्षण विधियों में सुधार किया जा सकता है और मूल्यांकन से ज्ञात निर्णयों के अनुसार उनमें परिवर्तन भी किया जा सकता है।
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- प्रश्न- शिक्षा में मापन के अर्थ एवं विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मापन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शैक्षिक मापन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मापन की उपयोगिता एवं महत्त्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की अवधारणा एवं अर्थ को स्पष्ट करते हुए इसकी उपयोगिता भी स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन का अर्थ स्पष्ट कीजिए !
- प्रश्न- शिक्षा के क्षेत्र में मूल्यांकन की उपयोगिता स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मापन और मूल्यांकन में सम्बन्ध बताइए।
- प्रश्न- मापन एवं मूल्याँकन में क्या अन्तर है? शिक्षा में इनकी क्या आवश्यकता है?
- प्रश्न- शिक्षा में मूल्यांकन के उद्देश्य और कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- सतत् और व्यापक मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं? विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आकलन क्या है तथा आकलन क्यों किया जाता है? विभिन्न विद्वानों द्वारा दी गई परिभाषाओं के आधार पर परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- आकलन के क्षेत्र उनकी आवश्यकता तथा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में आकलन की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में आकलन के प्रकार तथा इसकी विशेषताएँ एवं उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- आकलन के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- आकलन प्रक्रिया के सोपान कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- भौतिक तथा मानसिक मापन क्या होता है? इनका तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन का अर्थ एवं परिभाषा दीजिए। सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन के उद्देश्यों तथा उसके स्वरूप का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अच्छे मापन की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- मापन कितने प्रकार का होता है?
- प्रश्न- शैक्षिक मापन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मापन के प्रमुख कार्य बताइये।
- प्रश्न- मापन एवं मूल्यांकन के विशिष्ट उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- सतत् तथा व्यापक मूल्यांकन का क्या महत्त्व है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सतत् और व्यापक मूल्यांकन की विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण मानक को विस्तार से समझाइये।
- प्रश्न- मानक से आप क्या समझते हैं? ये कितने प्रकार के होते है? अच्छे मानकों की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- मानक कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- अच्छे मानकों की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- अंकन तथा ग्रेडिंग प्रणाली का अर्थ बताते हुए दोनों के बीच क्या अन्तर है? व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- वर्तमान राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रचलित क्रेडिट सिस्टम क्या है? इसके लाभ और हानि पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मानक परीक्षण 'मानक' क्या होते हैं?
- प्रश्न- मानक क्या है? मानकों के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- उपलब्धि परीक्षण से क्या आशय है? इसके उद्देश्य एवं महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उपलब्धि परीक्षणों के उद्देश्य बताइये।
- प्रश्न- उपलब्धि परीक्षणों का महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रमापीकृत परीक्षण का अर्थ स्पष्ट कीजिए तथा इसकी प्रमुख विशेषताओं को बताइये।
- प्रश्न- प्रमापीकृत परीक्षण की प्रमुख विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- एक अच्छे परीक्षण से आप क्या समझते हैं? एक अच्छे परीक्षण की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- एक अच्छे परीक्षण की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- परीक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण की प्रकृति के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- परीक्षण के द्वारा मापे जा रहे गुणों के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- परीक्षण के प्रशासन के आधार पर परीक्षणों के विभिन्न प्रकारों को बताइये।
- प्रश्न- परीक्षणों में प्रयुक्त प्रश्नों के आधार पर परीक्षणों के विभिन्न प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- प्रश्नों के उत्तर के फलांकन के आधार पर परीक्षणों का वर्गीकरण, कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षण में लगने वाले समय के आधार पर परीक्षणों के प्रकार लिखिए।
- प्रश्न- "निबन्धात्मक परीक्षण की कमियों को दूर करने के लिए वस्तुनिष्ठ परीक्षण की आवश्यकता है।" इस कथन के सन्दर्भ में वस्तुनिष्ठ परीक्षण की उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निबन्धात्मक परीक्षाओं के गुण एवं दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- निबन्धात्मक परीक्षाओं के दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण का अर्थ स्पष्ट कीजिए। इसके उद्देश्य, गुण व दोषों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण के उद्देश्य बताइए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षणों के प्रमुख गुणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्तुनिष्ठ परीक्षण के प्रमुख दोषों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- परीक्षणों का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- मापीकृत उपलब्धि परीक्षण और अध्यापककृत उपलब्धि परीक्षणों में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- बुद्धि के प्रत्यय / अवधारणा को बताते हुए उसके अर्थ एवं परिभाषा तथा बुद्धि की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- बुद्धि को परिभाषित कीजिये। इसके विभिन्न प्रकारों तथा बुद्धिलब्धि के प्रत्यय का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकारों तथा महत्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गिलफोर्ड के त्रिआयामी बुद्धि सिद्धान्त का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- 'बुद्धि आनुवांशिकता से प्रभावित होती है या वातावरण से। स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- बुद्धि के प्रमुख सिद्धान्तों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तिगत एवं सामूहिक बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं? व्यक्तिगत तथा सामूहिक बुद्धि परीक्षण की विशेषताएँ एवं सीमाएँ बताइये।
- प्रश्न- व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- व्यक्तिगत बुद्धि परीक्षण की सीमायें बताइये।
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण की विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- सामूहिक बुद्धि परीक्षण की सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- संवेगात्मक बुद्धि से आप क्या समझते हैं? संवेगात्मक लब्धि के विचार पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- बुद्धि से आप क्या समझते हैं? बुद्धि के प्रकार बताइये।
- प्रश्न- वंशानुक्रम तथा वातावरण बुद्धि को किस प्रकार प्रभावित करता है?
- प्रश्न- संस्कृति परीक्षण को किस प्रकार प्रभावित करती है?
- प्रश्न- परीक्षण प्राप्तांकों की व्याख्या से क्या आशय है?
- प्रश्न- उदाहरण सहित बुद्धि-लब्धि के प्रत्यन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बुद्धि परीक्षणों के उपयोग बताइये।
- प्रश्न- बुद्धि लब्धि तथा विचलन बुद्धि लब्धि के अन्तर को उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- बुद्धि लब्धि व बुद्धि के निर्धारक तत्व बताइये।
- प्रश्न- शाब्दिक एवं अशाब्दिक बुद्धि परीक्षणों के अंतर को उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व क्या है? उनका निर्धारण कैसे होता है? व्यक्तित्व की प्रकृति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व के जैविक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक निर्धारकों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व से आप क्या समझते हैं? इसकी उपयुक्त परिभाषा देते हुए इसके अर्थ को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- व्यक्तित्व कितने प्रकार के होते हैं? विभिन्न मनोवैज्ञानिकों ने व्यक्तित्व का वर्गीकरण किस प्रकार किया है?
- प्रश्न- व्यक्तित्व के विभिन्न उपागमों या सिद्धान्तों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- व्यक्तित्व पर ऑलपोर्ट के योगदान की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।-
- प्रश्न- कैटेल द्वारा बताए गए व्यक्तित्व के शीलगुणों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- प्रश्न- व्यक्ति के विकास की व्याख्या फ्रायड ने किस प्रकार दी है? संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- फ्रायड ने व्यक्तित्व की गतिकी की व्याख्या किस आधार पर की है?
- प्रश्न- व्यक्तित्व के मनोविश्लेषणात्मक सिद्धान्त की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व के मानवतावादी सिद्धान्त की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- कार्ल रोजर्स ने अपने सिद्धान्त में व्यक्तित्व की व्याख्या किस प्रकार की है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- व्यक्तित्व सूचियाँ क्या होती हैं तथा इसके ऐतिहासिक विकास क्रम के बारे में समझाइए?
- प्रश्न- व्यक्तित्व के शीलगुणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- प्रजातान्त्रिक व्यक्तित्व एवं निरंकुश व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- शीलगुण सिद्धान्त की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शीलगुण उपागम में 'बिग फाइव' ( OCEAN) संप्रत्यय की संक्षिप्त व्याख्या दीजिए।
- प्रश्न- प्रक्षेपी प्रविधियों के प्रकार तथा गुण-दोष बताइए।
- प्रश्न- प्रक्षेपी प्रविधियों के गुण बताइए।
- प्रश्न- प्रक्षेपी प्रविधियों के दोष बताइए।
- प्रश्न- प्रक्षेपी विधियाँ किसे कहते हैं? इनका अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रक्षेपी विधियों की प्रकृति तथा विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- अभिक्षमता क्या है? परिभाषा भी दीजिए तथा अभिक्षमता कितने प्रकार की होती है? अभिक्षमता की विशेषताएँ क्या हैं?
- प्रश्न- अभिक्षमता परीक्षण के मापन पर प्रकाश डालिए।