लोगों की राय

बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सुदूर संवेदन एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली के मूल तत्व

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सुदूर संवेदन एवं भौगोलिक सूचना प्रणाली के मूल तत्व

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :200
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2777
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 भूगोल - सरल प्रश्नोत्तर

प्रश्न- भारत के कृत्रिम उपग्रहों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर -

भारतीय कृत्रिम उपग्रहों के उदाहरण

भारत में कृत्रिम उपग्रहों का प्रक्षेपण इसरो के माध्यम से किया जाता है। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम सन् 1962 में शुरू हुआ। इसके लिए भारत सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति बनाई। सन् 1969 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation-ISRO) की स्थापना की गई जिसका मुख्यालय बंगलौर में है। जून 1972 में भारत सरकार ने अंतरिक्ष आयोग की स्थापना की। अंतरिक्ष विभाग को ही भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के संचालन का जिम्मा सौंपा गया है। अंतरिक्ष आयोग तथा अंतरिक्ष विभाग का मुख्यालय बंगलौर में है।

(1) आर्यभट्ट (Aryabhatta) - भारत ने 19 अप्रैल, 1975 को भारतीय वैज्ञानिकों तथा इंजीनियरों द्वारा निर्मित प्रथम उपग्रह आर्यभट्ट को इंटर कॉसमॉस रॉकेट द्वारा रूसी रूसी रॉकेट प्रक्षेपण स्थल कॉस्मोड्रोम से प्रक्षेपित कर अंतरिक्ष युग में प्रवेश किया। इस उपग्रह का नाम भारत के महान खगोलशास्त्री तथा गणितज्ञ आर्यभट्ट के सम्मान में रखा गया।

(2) भास्कर-1 (Bhaskar-1) - इस उपग्रह का प्रक्षेपण 7 जून, 1979 में इंटर कॉसमॉस रॉकेट द्वारा रूसी रॉकेट प्रक्षेपण स्थल कॉस्मोड्रोम से किया गया। इस उपग्रह का नाम भारत के महान गणितज्ञ तथा वैज्ञानिक भास्कराचार्य के सम्मान में रखा गया है।

(3) रोहिणी आर०एस० I (Rohini RS-I) - इस उपग्रह का प्रक्षेपण 10 अगस्त, 1979 को एस०एल०वी०-3 रॉकेट द्वारा रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र श्री हरिकोटा रेंज से किया गया। इस उपग्रह का वजन लगभग 35 किग्रा था। भारत की इस उपलब्धि से भारत अन्य देशों अमेरिका, सोवियत रूस, फ्रांस, चीन, जापान की पंक्ति में सम्मिलित हो गया।

(4) एप्पल (Apple : Ariane Project Payload Experiment) - इस उपग्रह का प्रक्षेपण 19 जून, 1981 को एरियन- रॉकेट द्वारा यूरोपीय रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र कोरू, द० अमेरिका से किया गया।

(5) इनसेट (INSAT : Indian National Satellite) - यह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (isro) द्वारा निर्मित बहुउद्देशीय भारतीय उपग्रह श्रृंखला है जिसकी सहायता से मौसम विज्ञान की जानकारी दूरसंचार कार्यक्रमों का संप्रेषण सूर्य तथा अंतरिक्ष से आने वाली विकिरणों का अध्ययन भू-सम्पदा का सुदूर संवेदन आदि जानकारी प्राप्त होती है।

(6) आई०आर०एस० (IRS) (भारतीय दूरसंवेदी उपग्रह) - इस श्रृंखला के अन्तर्गत IRS : 1A तथा IRS - 1B उपग्रहों का प्रक्षेपण वोस्तक रॉकेट द्वारा रूसी अंतरिक्ष अड्डा बैकानुर (सोवियत संघ) से क्रमश: 17 मार्च, 1988 तथा 29 अगस्त, 1991 में किया गया। इनका वजन लगभग क्रमशः 980 किग्रा तथा 958 किग्रा था। इन उपग्रहों का निर्माण सूदूर संवेदन की दृष्टि से किया गया।

12 सितम्बर, 2002 को पहले मौसम उपग्रह (METSAT) को PSLV C4 नामक रॉकेट से रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र, श्रीहरिकोटा रेंज से प्रक्षेपित किया गया, जिसका वजन लगभग 1000 किया था। बाद में इसका नाम कल्पना-I रखा गया। यह नाम भारत के महान अंतरिक्ष वैज्ञानिक डॉ० कल्पना चावला के सम्मान में रखा गया। जिनकी मृत्यु कोलंबिया शटल के दुर्घटनाग्रस्त होने से 1 फरवरी, 2003 को हो गई थी।

(7) जी-सैट (GSAT : GEO stationary Statellite) - इसके अन्तर्गत भारत ने 18 अप्रैल, 2001 को जी-सैट-1 उपग्रह को रॉकेट प्रक्षेपण केन्द्र, श्रीहरिकोटा रेंज से प्रक्षेपित किया जिसका वजन लगभग 154 किग्रा था। परन्तु यह उपग्रह असफल हो गया। इसके पश्चात् जी सैट-2 उपग्रह को 8 मई, 2003 में सतीश धवन अंतरिक्ष केन्द्र श्री हरिकोटा से GSLV-D2 द्वारा प्रक्षेपित किया गया। इसका वजन लगभग 1800 किग्रा था। इसरो द्वारा भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की 40वीं वर्षगांठ पर 21 नवम्बर, 2003 को तिरुअन्नतपुरम स्थित विक्रम भाई साराभाई स्पेश स्टेशन से रोहिणी 200 साउंडिंग रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया गया।

(8) इज्यूसैट (Edu. SAT) - इस उपग्रह का प्रक्षेपण 20 सितम्बर, 2004 को श्रीहरिकोटा से किया गया। इसका वजन लगभग 1950 किग्रा था। इसका उद्देश्य दूरस्थ शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लाना है।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

    अनुक्रम

  1. प्रश्न- सुदूर संवेदन से आप क्या समझते हैं? विभिन्न विद्वानों के सुदूर संवेदन के बारे में क्या विचार हैं? स्पष्ट कीजिए।
  2. प्रश्न- भूगोल में सुदूर संवेदन की सार्थकता एवं उपयोगिता पर विस्तृत लेख लिखिए।
  3. प्रश्न- सुदूर संवेदन के अंतर्राष्ट्रीय विकास पर टिप्पणी कीजिए।
  4. प्रश्न- सुदूर संवेदन के भारतीय इतिहास एवं विकास पर प्रकाश डालिए।
  5. प्रश्न- सुदूर संवेदन का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
  6. प्रश्न- सुदूर संवेदन को परिभाषित कीजिए।
  7. प्रश्न- सुदूर संवेदन के लाभ लिखिए।
  8. प्रश्न- सुदूर संवेदन के विषय क्षेत्र पर टिप्पणी लिखिए।
  9. प्रश्न- भारत में सुदूर संवेदन के उपयोग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
  10. प्रश्न- सुदूर संवेदी के प्रकार लिखिए।
  11. प्रश्न- सुदूर संवेदन की प्रक्रियाएँ एवं तत्व क्या हैं? वर्णन कीजिए।
  12. प्रश्न- उपग्रहों की कक्षा (Orbit) एवं उपयोगों के आधार पर वर्गीकरण प्रस्तुत कीजिए।
  13. प्रश्न- भारत के कृत्रिम उपग्रहों के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कीजिए।
  14. प्रश्न- कार्य के आधार पर उपग्रहों का विभाजन कीजिए।
  15. प्रश्न- कार्यप्रणाली के आधार पर सुदूर संवेदी उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  16. प्रश्न- अंतर वैश्विक स्थान निर्धारण प्रणाली से आप क्या समझते हैं?
  17. प्रश्न- भारत में उपग्रहों के इतिहास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  18. प्रश्न- भू-स्थाई उपग्रह किसे कहते हैं?
  19. प्रश्न- ध्रुवीय उपग्रह किसे कहते हैं?
  20. प्रश्न- उपग्रह कितने प्रकार के होते हैं?
  21. प्रश्न- सुदूर संवेदन की आधारभूत संकल्पना का वर्णन कीजिए।
  22. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम के सम्बन्ध में विस्तार से अपने विचार रखिए।
  23. प्रश्न- वायुमण्डलीय प्रकीर्णन को विस्तार से समझाइए।
  24. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रमी प्रदेश के लक्षण लिखिए।
  25. प्रश्न- ऊर्जा विकिरण सम्बन्धी संकल्पनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। ऊर्जा
  26. प्रश्न- स्पेक्ट्रल बैण्ड से आप क्या समझते हैं?
  27. प्रश्न- स्पेक्ट्रल विभेदन के बारे में अपने विचार लिखिए।
  28. प्रश्न- सुदूर संवेदन की विभिन्न अवस्थाओं का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
  29. प्रश्न- सुदूर संवेदन की कार्य प्रणाली को चित्र सहित समझाइये |
  30. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्रकार और अनुप्रयोगों का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- विद्युत चुम्बकीय वर्णक्रम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  32. प्रश्न- सुदूर संवेदन के प्लेटफॉर्म से आपका क्या आशय है? प्लेटफॉर्म कितने प्रकार के होते हैं?
  33. प्रश्न- सुदूर संवेदन के वायुमण्डल आधारित प्लेटफॉर्म की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  34. प्रश्न- भू-संसाधन उपग्रहों को विस्तार से समझाइए।
  35. प्रश्न- 'सुदूर संवेदन में प्लेटफार्म' से आप क्या समझते हैं?
  36. प्रश्न- वायुयान आधारित प्लेटफॉर्म उपग्रह के लाभ और कमियों का वर्णन कीजिये।
  37. प्रश्न- विभेदन से आपका क्या आशय है? इसके प्रकारों का भी विस्तृत वर्णन कीजिए।
  38. प्रश्न- फोटोग्राफी संवेदक (स्कैनर ) क्या है? इसके विभिन्न प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- सुदूर संवेदन में उपयोग होने वाले प्रमुख संवेदकों (कैमरों ) का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- हवाई फोटोग्राफी की विधियों की व्याख्या कीजिए एवं वायु फोटोचित्रों के प्रकार बताइये।
  41. प्रश्न- प्रकाशीय संवेदक से आप क्या समझते हैं?
  42. प्रश्न- सुदूर संवेदन के संवेदक से आपका क्या आशय है?
  43. प्रश्न- लघुतरंग संवेदक (Microwave sensors) को समझाइये |
  44. प्रश्न- प्रतिबिंब निर्वचन के तत्वों का उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
  45. प्रश्न- सुदूर संवेदन में आँकड़ों से क्या तात्पर्य है?
  46. प्रश्न- उपग्रह से प्राप्त प्रतिबिंबों का निर्वचन किस प्रकार किया जाता है?
  47. प्रश्न- अंकिय बिम्ब प्रणाली का वर्णन कीजिए।
  48. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण से आप क्या समझते हैं? डिजिटल प्रक्रमण प्रणाली को भी समझाइए।
  49. प्रश्न- डिजिटल इमेज प्रक्रमण के तहत इमेज उच्चीकरण तकनीक की विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  50. प्रश्न- बिम्ब वर्गीकरण प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।
  51. प्रश्न- इमेज कितने प्रकार की होती है? समझाइए।
  52. प्रश्न- निरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण और अनिरीक्षणात्मक बिम्ब वर्गीकरण के मध्य अंतर स्पष्ट कीजिए।
  53. प्रश्न- भू-विज्ञान के क्षेत्र में सुदूर संवेदन ने किस प्रकार क्रांतिकारी सहयोग प्रदान किया है? विस्तार से समझाइए।
  54. प्रश्न- समुद्री अध्ययन में सुदूर संवेदन किस प्रकार सहायक है? विस्तृत विवेचना कीजिए।
  55. प्रश्न- वानिकी में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  56. प्रश्न- कृषि क्षेत्र में सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी की भूमिका का सविस्तार वर्णन कीजिए। साथ ही, भारत में कृषि की निगरानी करने के लिए सुदूर संवेदन प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने हेतु सरकार द्वारा आरम्भ किए गए विभिन्न कार्यक्रमों को भी सूचीबद्ध कीजिए।
  57. प्रश्न- भूगोल में सूदूर संवेदन के अनुप्रयोगों पर टिप्पणी लिखिए।
  58. प्रश्न- मृदा मानचित्रण के क्षेत्र में सुदूर संवेदन के अनुप्रयोगों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
  59. प्रश्न- लघु मापक मानचित्रण और सुदूर संवेदन के मध्य सम्बन्ध स्थापित कीजिए।
  60. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का अर्थ, परिभाषा एवं कार्यक्षेत्र की व्याख्या कीजिए।
  61. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के भौगोलिक उपागम से आपका क्या आशय है? इसके प्रमुख चरणों का भी वर्णन कीजिए।
  62. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के विकास की विवेचना कीजिए।
  63. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली का व्याख्यात्मक वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
  64. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के उपयोग क्या हैं? विस्तृत विवरण दीजिए।
  65. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र (GI.S.)से क्या तात्पर्य है?
  66. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के विकास पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  67. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के उद्देश्य बताइये।
  68. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र का कार्य क्या है?
  69. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के प्रकार समझाइये |
  70. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र की अभिकल्पना का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  71. प्रश्न- भौगोलिक सूचना तंत्र के क्या लाभ हैं?
  72. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में उपयोग होने वाले विभिन्न उपकरणों का वर्णन कीजिए।
  73. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में कम्प्यूटर के उपयोग का विस्तृत विवरण प्रस्तुत कीजिए।
  74. प्रश्न- GIS में आँकड़ों के प्रकार एवं संरचना पर प्रकाश डालिये।
  75. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली के सन्दर्भ में कम्प्यूटर की संग्रहण युक्तियों का वर्णन कीजिए।
  76. प्रश्न- आर्क जी०आई०एस० से आप क्या समझते हैं? इसके प्रशिक्षण और लाभ के संबंध में विस्तृत व्याख्या कीजिए।
  77. प्रश्न- भौगोलिक सूचना प्रणाली में प्रयोग होने वाले हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  78. प्रश्न- ERDAS इमेजिन सॉफ्टवेयर की अपने शब्दों में समीक्षा कीजिए।
  79. प्रश्न- QGIS (क्यू०जी०आई०एस०) के संबंध में एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
  80. प्रश्न- विश्वस्तरीय सन्दर्भ प्रणाली से आपका क्या आशय है? निर्देशांक प्रणाली के प्रकारों का वर्णन कीजिए।
  81. प्रश्न- डाटा मॉडल अर्थात् आँकड़ा मॉडल से आप क्या समझते हैं? इसके कार्य, संकल्पना और उपागम का वर्णन कीजिए।
  82. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की विवेचना कीजिए। इस मॉडल की क्षमताओं का भी वर्णन कीजिए।
  83. प्रश्न- विक्टर मॉडल की विस्तृत विवेचना कीजिए।
  84. प्रश्न- कार्टोग्राफिक संकेतीकरण त्रिविम आकृति एवं मानचित्र के प्रकार मुद्रण विधि का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- रॉस्टर मॉडल की कमियों और लाभ का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
  86. प्रश्न- विक्टर मॉडल की कमियों और लाभ के सम्बन्ध में अपने विचार लिखिए।
  87. प्रश्न- रॉस्टर और विक्टर मॉडल के मध्य अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  88. प्रश्न- डेटाम पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book