बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 वाणिज्य शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 वाणिज्य शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 वाणिज्य शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- अभिक्रमित अनुदेशन के प्रकार बताइए।
उत्तर-
(Types of Programmed Learning)
अभिक्रमित अनुदेशन एक आधुनिकतम शैक्षिक तकनीक है, जो आज लगभग सभी देशों में स्वीकृत की जा चुकी है। नवीन होने के कारण इसमें विकास की अभी बहुत सम्भावनायें हैं। यही कारण है कि इसमें अनेक नये-नये अभिक्रमों का निर्माण हो रहा है। अभिक्रमित अनुदेशन ज्ञान प्रदान करने की त्वरित प्रक्रिया है। अभिक्रमित अनुदेशन शैक्षिक तकनीकी का एक अंग है। आज का युग वैज्ञानिक एवं तकनीकी का युग है। इसमें आवश्यकता है ज्ञान के प्रसार तथा कौशल विज्ञान की, जनशक्ति के उपयोग की वस्तुओं के विकास की तथा समायोजन की। वर्तमान समय प्रतिस्पर्धा का समय है इसमें अपने आपको आगे रखने के लिए अधिक-से-अधिक सूक्ष्म एवं तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता होती है। साथ ही ज्ञान के सम्पर्क में लगातार बने रहने की भी आवश्यकता है और अभिक्रमित अनुदेशन ज्ञान के सम्पर्क में लगातार बने रहने की एक प्रणाली है। अभिक्रमित अधिगम व्यक्तिगत अनुदेशन की वह विधि है जिसमें छात्र सक्रिय रहकर अपनी गति से सीखता है और उसे तत्काल ज्ञान मिलता है।
वर्तमान में प्रचलित कुछ प्रमुख अभिक्रम निम्नलिखित हैं-
(1) रेखीय अथवा बाह्य अभिक्रमित अनुदेशन।
(2) शाखीय अथवा अवरोही श्रृंखला अनुदेशन।
(3) मैथेटिक्स अथवा अवरोही श्रृंखला अनुदेशन।
(4) नियम-व्यवस्था आधारित अभिक्रमण।
(5) अधिगमकर्त्ता नियंत्रित अधिगम ।
(6) कम्प्यूटर-सह अभिक्रमित अनुदेशन।
उपर्युक्त समस्त प्रकार के अभिक्रमित अनुदेशनों में प्रथम तीन अधिक प्रचलित हैं।
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