बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-4 पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-4 पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-4 पर्यटन एवं यात्रा प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- यात्रा / टूर कंपनी की संगठनात्मक संरचना का संक्षिप्त विवेचन कीजिये।
उत्तर-
यात्रा / टूर कंपनी की संगठनात्मक संरचना
(Organizational Structure
of a Travel/Tour Company)
एक यात्रा / टूर कंपनी की संगठनात्मक बनावट अधिकांशतः उसके द्वारा किए जाने वाले व्यापार पर निर्भर करती है। आमतौर पर एक छोटे और मध्यम स्तर की ट्रैवल एजेंसी / टूर ऑपरेटर की एक सरल संगठन संरचना होती है, क्योंकि उसे प्रचालन, साइज के संदर्भ में और काम के विभाजन के लिए सीमित लोगों की जरूरत होती है। जबकि एक बड़े पैमाने की ट्रैवल कंपनी जैसे थॉमस कुक, टीसी आई, एसआईटीए आदि की संगठनात्मक संरचना अधिक औपचारिक होती है।
एक यात्रा कंपनी की मजबूत संगठनात्मक संरचना से यात्रा के व्यापार में निम्नलिखित लाभ होते हैं-
(1) मजबूत और आधुनिक प्रबंधन प्रथाएँ, प्रणालियों और कार्यनीतियों का विकास करना।
(2) प्रभावी नेतृत्व का विकांस करना।
(3) विकास और विविधीकरण।
(4) 'मानव परिसंपत्ति' का बेहतर उपयोग।
(5) रचनात्मकता को बढ़ावा।
(6) विभिन्न विभागों के बीच प्रभावी समन्वय।
एक यात्रा, टूर कंपनी की संकल्पनात्मक संरचना औपचारिक या अर्ध औपचारिक नेटवर्क से बनी होती है जिसमें रिपोर्टिंग या संबंधों पर नियंत्रण और इस नेटवर्क की प्रत्येक भूमिका के साथ अधिकार और कर्तव्य जुड़े होते हैं। रिपोर्टिंग संबंध का नेटवर्क आमतौर पर एक संगठनात्मक चार्ट से दर्शाया जाता है। किन्तु ऐसी अनेक ट्रैवल कंपनियाँ हैं, जिसमें अधिकांशतः युवा और कम लोग हैं, जिसकी संरचना अंतर्निहित के बजाए स्पष्ट है। जबकि यह देखा गया है कि एक यात्रा कंपनी तभी सर्वाधिक प्रभावी रूप से काम करेगी तभी संगठन की संरचना स्पष्ट रूप से बनाई गई है। व्यावहारिक रूप से संगठन के चार्ट मौजूद नहीं होते और न ही इनमें भूमिका का विवरण होता है। फिर भी यदि कोई आस-पास देखता है तो उसे अधिकार का एक क्रम दिखाई देना चाहिए, कामों का कुछ विभाजन होना चाहिए, कार्यों की कुछ विशेषज्ञता, भूमिकाओं की कुछ विशेषज्ञता आदि होना जरूरी है जो एक संगठनात्मक संरचना की पहचान है।
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