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बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-4 मनोविज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- मानसिक दुर्बलता तथा मानसिक बीमारी में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
नैदानिक मनोवैज्ञानिकों के अनुसार मानसिक दुर्बलता तथा मानसिक बीमारी दोनों ही मानसिक विकृति की श्रेणी में आते हैं, क्योंकि दोनों ही के व्यवहारों में विसामान्यता पायी जाती है। इस सामानता के बावजूद इन दोनों में कुछ अन्तर हैं, जो निम्न हैं-
1. मानसिक दुर्बलता एक अधोसामान्य मानसिक अवस्था होती है। परन्तु मानसिक बीमारी में बुद्धि का विकास किसी खास स्तर पर आकर रुकता नहीं है।
2. मानसिक दुर्बलता प्रायः जन्मजात होती है। परन्तु मानसिक बिमारी अर्जित कारकों अर्थात मनोसमाजिक एवं सांस्कृतिक कारकों द्वारा होती है।
3. मानसिक दुर्बलता में विभ्रम, भ्रम, व्यामोह, निद्राभ्रमण, स्मृति लोप जैसे लक्षण नहीं पाए जाते हैं जबकि मानसिक बीमारी में इन लक्षणों की प्रधानता होती हैं।
4. मानसिक रूप से दुर्बल व्यक्तियों का उपचार कठिन होता है। उनकी स्थिति में थोड़ा सुधार भले ही किया जा सकता है परन्तु उसका पूर्णरूपेण उपचार कभी भी संभव नहीं है। मानसिक रूप से ग्रसित व्यक्तियों का उपचार विभिन्न वैज्ञानिक विधियों से पूर्णरूपेण संभव है।
5. मानसिक दुर्बलता के ऐसे तो अनेक कारण हैं परन्तु उनमें जैविक कारण सबसे महत्वपूर्ण है। परन्तु मानसिक बीमारी के कारणों में जैविक कारक, मनोसामाजिक कारक तथा सामाजिक-सांस्कृतिक तीनों ही अधिक महत्वपूर्ण हैं।
स्पष्ट है कि मानसिक दुर्बलता तथा मानसिक बीमारी में अनेक अन्तर हैं जिसके आधार पर उनकी पहचान की जाती है।
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