बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 समाजशास्त्र बीए सेमेस्टर-2 समाजशास्त्रसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-2 समाजशास्त्र - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 8
जाति
(Caste)
"दुर्भाग्यवश वही जाति प्रथा जिसे सामाजिक संगठन को नष्ट होने से रक्षा करने के साधन के रूप में विकसित किया गया था, आज उसी की उन्नति में बाधक बन रही है।" - डॉ. राधाकृष्णन
जाति सामाजिक स्तरीकरण का अभूतपूर्व पक्ष है। यह पक्ष ऐसा है जिसमें किसी भी सदस्य को प्रयास नहीं करना पड़ता। जिस परिवार तथा जाति में उसका जन्म हो जाता है, वही उसकी जाति हो जाती है और इसी के साथ ही उस जाति में पाये जाने वाले समस्त सांस्कृतिक व्यवहार उसकी अपनी पूँजी बन जाती है और उस पूँजी के आधार पर अपना सामाजिक, आर्थिक तथा सांस्कृतिक जीवन निर्भर करता है। डेविस की धारणा है कि जाति व्यवस्था किसी-न-किसी रूप में समस्त विश्व में पाई जाती है। भले ही वहाँ उसे जाति अथवा कास्ट न कहा जाता हो ।
डेविस के शब्दों में, "जाति व्यवस्था संसार के सभी स्थानों पर विद्यमान है और यह सभी धर्मों के लगभग सभी व्यक्तियों को प्रभावित करती है।" शायद ही संसार में कोई ऐसा समुदाय हो जहाँ जातिगत संस्तरण न पाया जाता हो। भारत में हट्टन ने 2993 एवं घुरिये ने 2000 जतियाँ बताई हैं। इनमें वे सभी तत्व विद्यमान हैं जो जाति की संरचना के लिये उत्तरदायी हैं।
जाति के संरचनात्मक दृष्टिकोण को बर्गेल ने इस प्रकार से व्यक्त किया है, "जाति स्थिति व्यवस्था से कहीं अधिक है। वह प्रत्येक व्यक्ति के जीवन को गहराई से प्रभावित करती है। सामाजिक व्यवस्था में इसके दूरगामी परिणाम होते हैं। भारत की संस्कृति पर इसका निर्णायक प्रभाव पड़ता है। जाति व्यवस्था की विशेषता है, इसका तार्किक पक्ष और इसकी प्रथाएँ| जाति प्रथा एक धार्मिक संस्था है।
|
- अध्याय - 1 भारतीय समाज की संरचना एवं संयोजन : गाँव एवं कस्बे
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 2 नगर और ग्रामीण-नगरीय सम्पर्क
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 3 भारतीय समाज में एकता एवं विविधता
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 4 भारतीय समाज का अध्ययन करने हेतु भारतीय विधा, ऐतिहासिक, संरचनात्मक एवं कार्यात्मक परिप्रेक्ष्य
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 5 सांस्कृतिक एवं संजातीय विविधताएँ: भाषा एवं जाति
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 6 क्षेत्रीय, धार्मिक विश्वास एवं व्यवहार
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 7 भारत में जनजातीय समुदाय
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 8 जाति
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 9 विवाह
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 10 धर्म
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 11 वर्ग
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 12 संयुक्त परिवार
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 13 भारत में सामाजिक वर्ग
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय- 14 जनसंख्या
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 15 भारतीय समाज में परिवर्तन एवं रूपान्तरण
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला
- अध्याय - 16 राष्ट्रीय एकीकरण को प्रभावित करने वाले कारक : जातिवाद, साम्प्रदायवाद व नक्सलवाद की राजनीति
- महत्वपूर्ण तथ्य
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न
- उत्तरमाला