बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पड़े? स्पष्ट कीजिए।
अथवा
हूणों के आक्रमण से भारत पर पड़ने वाले राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक प्रभावों का उल्लेख कीजिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. हूण आक्रमण के राजनीतिक प्रभाव बताइये।
2. हूण आक्रमण के सामाजिक क्षेत्र पर क्या प्रभाव हुए?
3. हूण आक्रमण के धार्मिक प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
4. हूण आक्रमण के आर्थिक प्रभाव बताइये।
उत्तर-
भारत पर हूण आक्रमण का प्रभाव
स्कन्दगुप्त से लेकर प्रभाकरवर्द्धन के शासनकाल तक हूणों का भारत के शासकों पर आक्रमण करने का क्रम बना रहा। इस लम्बी अवधि में इस घटना का जो प्रभाव पड़ा वह विभिन्न क्षेत्रों में दिखाई पड़ता है।
1. राजनीतिक प्रभाव - हूणों के आक्रमण का भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनके आक्रमण ने पतनोन्मुख गुप्त साम्राज्य को गहरा आघात पहुँचाया। यद्यपि उत्तरी तथा उत्तरी पश्चिमी भागों में हूणों ने एक शती तक शासन किया तथापि उन्होंने देश की स्थिरता तथा राजनैतिक संतुलन को चलायमान कर दिया। उनकी नृशंसता तथा लूटपाट से भारतीय जनजीवन तथा अर्थव्यवस्था को अत्यधिक क्षति उठानी पडी। भारतीय क्षेत्र से उनके हटने के बाद शताब्दियों तक राजनैतिक एकता तथा आर्थिक सुरक्षा स्थापित नहीं की जा सकी और उनके द्वारा अधिगृहीत क्षेत्र कुछ समय के लिये अराजकता एवं अव्यवस्था में डूब गया। उनके आक्रमण के परिणामस्वरूप पंजाब की गण-जातियों का अस्तित्व हमेशा के लिये समाप्त हो गया।
2. सामाजिक प्रभाव - हूणों के आक्रमण का भारतीय समाज पर भी प्रभाव पड़ा। जाति प्रथा से बोझिल हिन्दू समाज की जड़े हिल उठीं तथा उसके ढाँचे में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। हिन्दू समाज में हूण घुल-मिल गये तथा उन्होंने यहाँ के वंशों के साथ वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित कर लिये। यह तथ्य कि राजपूतों के कुछ राजवशों में हूण- रक्त का मिश्रण रहा हो, नकारा नहीं जा सकता। टाड जैसे विद्वान तो 'इस मत के हैं कि भारतीय राजपूतों की उत्पत्ति हूणों से ही हुई, किन्तु यह विचार अतिवादी है।
3. आर्थिक प्रभाव - हूण आक्रमण का भारत की आर्थिक दशा पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा। देश की आर्थिक दशा बिगड़ गई। यह तथ्य स्कन्दगुप्त तथा उसके उत्तराधिकारियों के सिक्के में प्रयुक्त धातु की गिरावट से प्रमाणित होता है। स्कन्दगुप्त के बाद तो सोने के सिक्कों का प्रचलन समाप्तप्राय हो गया। अपने द्वारा जीते गये प्रदेशों के आधार पर हूणों ने विभिन्न प्रकार के सिक्के चलाये। गुप्तों को इनसे सुरक्षा के लिये अधिक सेना रखनी पड़ी। इससे निश्चय ही गुप्तकालीन भारत पर आर्थिक भार पड़ा होगा। इस प्रकार हूणों के आक्रमण के कारण भारत के शासकों को आर्थिक समस्याओं का भी सामना करना पड़ा।
4. धार्मिक प्रभाव - हूण बर्बर होने के कारण हिंसावादी थे। उन्होंने भारत में अहिंसावादी, नैतिक और आध्यात्मिक धर्मों के विकास में कोई सहयोग नहीं दिया। बौद्ध धर्म को इनके कारण काफी हानि उठानी पड़ी। इन्होंने कई धार्मिक नगरों को ध्वस्त किया और बौद्ध मठों को लूटा। मिहिरकुल के विषय में ज्ञात होता है कि भले ही वह पहले बौद्ध धर्म का जिज्ञासु था पर उसने बौद्धों को अपने राज्य से भगाने और उनकी हत्या करने का आदेश दिया था। इनके कारण भारतीयों का नैतिक पतन हुआ और अनेक अंधविश्वास भारतीय समाज में प्रविष्ट हो गये।
5. सांस्कृतिक प्रभाव - हूणों के आक्रमण ने भारतीय संस्कृति को भी बड़ी क्षति पहुँचाई। मिहिरकुल के काल में तक्षशिला, कौशाम्बी, नालन्दा, पाटलिपुत्र जैसे प्राचीन नगर या तो ध्वस्त कर दिये गये या उन्हें भारी क्षति पहुँचाई गई। इनमें से कुछ विद्या के प्रमुख केन्द्र थे। बौद्ध विहार तथा स्तूप भारी संख्या में नष्ट कर दिये गये जो साहित्य और कला के उत्कृष्ट प्रतीक थे।
इस प्रकार हूणों के आक्रमण ने भारतीय धन-जन को भारी नुकसान पहुँचाया था। यही कारण है कि भारतीय साहित्य तथा लोक-कथाओं में उनकी नृशंसात्मक कृतियों को दीर्घकाल तक याद किया जाता रहा।
|
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास को समझने हेतु उपयोगी स्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास को जानने में विदेशी यात्रियों / लेखकों के विवरण की क्या भूमिका है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की सुस्पष्ट जानकारी दीजिये।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- भास की कृति "स्वप्नवासवदत्ता" पर एक लेख लिखिए।
- प्रश्न- 'फाह्यान' पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- दारा प्रथम तथा उसके तीन महत्वपूर्ण अभिलेख के विषय में बताइए।
- प्रश्न- आपके विषय का पूरा नाम क्या है? आपके इस प्रश्नपत्र का क्या नाम है?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - प्राचीन इतिहास अध्ययन के स्रोत
- उत्तरमाला
- प्रश्न- बिम्बिसार के समय से नन्द वंश के काल तक मगध की शक्ति के विकास का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नन्द कौन थे महापद्मनन्द के जीवन तथा उपलब्धियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- छठी सदी ईसा पूर्व में गणराज्यों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- प्रश्न- छठी शताब्दी ई. पू. में महाजनपदीय एवं गणराज्यों की शासन प्रणाली के अन्तर को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बिम्बिसार की राज्यनीति का वर्णन कीजिए तथा परिचय दीजिए।
- प्रश्न- उदयिन के जीवन पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नन्द साम्राज्य की विशालता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- धननंद और कौटिल्य के सम्बन्ध का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- धननंद के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मगध की भौगोलिक सीमाओं को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गणराज्य किसे कहते हैं?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - महाजनपद एवं गणतन्त्र का विकास
- उत्तरमाला
- प्रश्न- मौर्य कौन थे? इस वंश के इतिहास जानने के स्रोतों का उल्लेख कीजिए तथा महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त मौर्य के विषय में आप क्या जानते हैं? उसकी उपलब्धियों और शासन व्यवस्था पर निबन्ध लिखिए|
- प्रश्न- सम्राट बिन्दुसार का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- कौटिल्य और मेगस्थनीज के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मौर्यकाल में सम्राटों के साम्राज्य विस्तार की सीमाओं को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सम्राट के धम्म के विशिष्ट तत्वों का निरूपण कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय इतिहास में अशोक एक महान सम्राट कहलाता है। यह कथन कहाँ तक सत्य है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मौर्य साम्राज्य के पतन के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मौर्य वंश के पतन के लिए अशोक कहाँ तक उत्तरदायी था?
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त मौर्य के बचपन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अशोक ने धर्म प्रचार के क्या उपाय किये थे? स्पष्ट कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - मौर्य साम्राज्य
- उत्तरमाला
- प्रश्न- शुंग कौन थे? पुष्यमित्र का शासन प्रबन्ध लिखिये।
- प्रश्न- कण्व या कण्वायन वंश को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पुष्यमित्र शुंग की धार्मिक नीति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पतंजलि कौन थे?
- प्रश्न- शुंग काल की साहित्यिक एवं कलात्मक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - शुंग तथा कण्व वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- सातवाहन युगीन दक्कन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- आन्ध्र-सातवाहन कौन थे? गौतमी पुत्र शातकर्णी के राज्य की घटनाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शक सातवाहन संघर्ष के विषय में बताइए।
- प्रश्न- जूनागढ़ अभिलेख के माध्यम से रुद्रदामन के जीवन तथा व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शकों के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- नहपान कौन था?
- प्रश्न- शक शासक रुद्रदामन के विषय में बताइए।
- प्रश्न- मिहिरभोज के विषय में बताइए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - सातवाहन वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- कलिंग नरेश खारवेल के इतिहास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कलिंगराज खारवेल की उपलब्धियों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - कलिंग नरेश खारवेल
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हिन्द-यवन शक्ति के उत्थान एवं पतन का निरूपण कीजिए।
- प्रश्न- मिनेण्डर कौन था? उसकी विजयों तथा उपलब्धियों पर चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- एक विजेता के रूप में डेमेट्रियस की प्रमुख उपलब्धियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- हिन्द पहलवों के बारे में आप क्या जानते है? बताइए।
- प्रश्न- कुषाणों के भारत में शासन पर एक निबन्ध लिखिए।
- प्रश्न- कनिष्क के उत्तराधिकारियों का परिचय देते हुए यह बताइए कि कुषाण वंश के पतन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- हिन्द-यवन स्वर्ण सिक्के पर प्रकाश डालिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - भारत में विदेशी आक्रमण
- उत्तरमाला
- प्रश्न- गुप्तों की उत्पत्ति के विषय में आप क्या जानते हैं? विस्तृत विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- काचगुप्त कौन थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रयाग प्रशस्ति के आधार पर समुद्रगुप्त की विजयों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त (द्वितीय) की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से लिखिए।
- प्रश्न- गुप्त शासन प्रणाली पर एक विस्तृत लेख लिखिए।
- प्रश्न- गुप्तकाल की साहित्यिक एवं कलात्मक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गुप्तों के पतन का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गुप्तों के काल को प्राचीन भारत का 'स्वर्ण युग' क्यों कहते हैं? विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- रामगुप्त की ऐतिहासिकता पर विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के विषय में बताइए।
- प्रश्न- आर्यभट्ट कौन था? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्कन्दगुप्त की उपलब्धियों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- राजा के रूप में स्कन्दगुप्त के महत्व की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- कुमारगुप्त पर संक्षेप में टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- कुमारगुप्त प्रथम की उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- गुप्तकालीन भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कालिदास पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- विशाखदत्त कौन था? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्कन्दगुप्त कौन था?
- प्रश्न- जूनागढ़ अभिलेख से किस राजा के विषय में जानकारी मिलती है? उसके विषय में आप सूक्ष्म में बताइए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - गुप्त वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- दक्षिण के वाकाटकों के उत्कर्ष का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - वाकाटक वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हूण कौन थे? तोरमाण के जीवन तथा उपलब्धियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पड़े? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गुप्त साम्राज्य पर हूणों के आक्रमण का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - हूण आक्रमण
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हर्ष के समकालीन गौड़ नरेश शशांक के विषय में आप क्या जानते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- हर्ष का समकालीन शासक शशांक के साथ क्या सम्बन्ध था? मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- हर्ष की सामरिक उपलब्धियों के परिप्रेक्ष्य में उसका मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- सम्राट के रूप में हर्ष का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- हर्षवर्धन की सांस्कृतिक उपलब्धियों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- हर्ष का मूल्यांकन पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- हर्ष का धर्म पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- पुलकेशिन द्वितीय पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- ह्वेनसांग कौन था?
- प्रश्न- प्रभाकर वर्धन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- गौड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - वर्धन वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- मौखरी वंश की उत्पत्ति के विषय में बताते हुए इस वंश के प्रमुख शासकों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- मौखरी कौन थे? मौखरी राजाओं के जीवन तथा उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मौखरी वंश का इतिहास जानने के साधनों का वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - मौखरी वंश
- उत्तरमाला
- प्रष्न- परवर्ती गुप्त शासकों का राजनैतिक इतिहास बताइये।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्त शासकों के मौखरी शासकों से किस प्रकार के सम्बन्ध थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्तों के इतिहास पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्त शासक नरसिंहगुप्त 'बालादित्य' के विषय में बताइये।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - परवर्ती गुप्त शासक
- उत्तरमाला