बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृति बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-2 प्राचीन भारतीय इतिहात एवं संस्कृति - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सम्राट बिन्दुसार का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. मौर्य शासक बिन्दुसार के विषय में आप क्या जानते हैं?
2. चन्द्रगुप्त मौर्य के बाद किसने शासन सम्भाला?
3. बिन्दुसार की दक्षिण विजय का वर्णन कीजिए।
4. बिन्दुसार के शासनकाल में हुए विद्रोह पर टिप्पणी लिखिए।
5. बिन्दुसार पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
6. शासक के रूप में बिन्दुसार का मूल्याँकन कीजिए।
उत्तर-
(Bindusar)
चन्द्रगुप्त मौर्य की मृत्यु के पश्चात् उसका पुत्र बिन्दुसार "अमित्रघातक " उपाधि धारण कर 298 ई. पू. में सिंहासन पर आसीन हुआ। इसके विषय में अधिक जानकारी नहीं मिलती। ग्रीक लेखकों ने 'अभिन्न चेरीज' (अधेनवस) अथवा अल्लिट्रोचेदिन एट्री (स्ट्रैबो) लिखा है। यह शब्द प्रमाणतः संस्कृत अभिन्नघात अथवा अभिन्नखाद का अपभ्रंश जान पड़ता है।
दक्षिण विजय - कुछ विद्वानों का मत है कि दक्षिण विजय बिन्दुसार ने की थी। उनका यह वृत्तान्तं तारानाथ ने अपने शब्दों में इस प्रकार लिखा है- "अपने को पूर्व और पश्चिमी समुद्र के बीच के भूखण्ड का स्वामी बना लिया। यह निश्चित है कि अशोक ने मैसूर की उत्तरी सीमा के भू-भाग पर शासन किया था। यद्यपि विजय उसने केवल कलिंग पर की थी। अतः दक्षिण की विजय उसके पिता या पितामह ने की होगी, परन्तु चूंकि चन्द्रगुप्त का चरित्र ओजस्वी उदात्त और युद्धप्रिय था और जैनाश्रुति के अनुसार उसका सम्बन्ध मैसूर से स्थापित हो जाता है, सम्भवतः यह विजय उसने ही की होगी।
जैन साहित्य के अनुसार बिन्दुसार की माता का नाम दुर्धरा थ। बौद्ध ग्रन्थों के अनुसार उसकी पत्नी का नाम धम्मा थ। दीपवंश या महावंश उसकी 16 रानियाँ और 101 पुत्रों का उल्लेख करते हैं। बिन्दुसार के पुत्रों में सबसे बड़ा अशोक और छोटा सुसीम था।
राज्यकाल में विद्रोह - बिन्दुसार का शासनकाल तूफान और आपत्तियों का था। तक्षशिला में विद्रोह हो गया था जिसे उसके ज्येष्ठ पुत्र अशोक ने दबाया था और दूसरा विद्रोह बिन्दुसार की मृत्यु के बाद हुआ जिसे दबाया न जा सका। चन्द्रगुप्त की मृत्यु के पश्चात् चाणक्य ने बिन्दुसार की भी मदद की थी और उसके सामन्तों को मारकर उसे चक्रवर्ती बना दिया था। इसका जोरदार समर्थन तिब्बती इतिहासकार तारानाथ ने किया है। ग्रीक इतिहासकारों ने इसे एक आमोद-प्रमोद का प्रिय शासक स्वीकार किया है।
विदेशों से सम्पर्क - बिन्दुसार ने अपने पिता चन्द्रगुप्त मौर्य की तरह विदेशी राजाओं से मैत्री की थी। उसका सम्बन्ध ग्रीक राजाओं से बराबर बना रहा। बिन्दुसार और एन्टिओकस प्रथम सोटर के बीच एक अद्भुत पत्र व्यवहार इस सत्य की प्रतिष्ठा करता है। इससे सिद्ध होता है कि बिन्दुसार ने अपने ग्रीक मित्र से मधुर मदिरा, अंजीर और एक दार्शनिक मांगा था, ग्रीक राजा ने उसे उत्तर में लिखा था - "पत्र की प्रथम दो वस्तुओं को भेजने में बड़ी प्रसन्नता होगी परन्तु दार्शनिक वह नहीं भेज सकेगा, क्योंकि उसके देश का कानून इस प्रकार के व्यापार का निषेध करता है। सीरिया के सम्राट ने बिन्दुसार के दरबार में भी डेइमेक्स नाम का राजदूत भेजा था।"
बिन्दुसार की मन्त्रिपरिषद - दिव्यावदान के अनुसार बिन्दुसार के मंत्रियों की संख्या 500 थी। तारानाथ के अनुसार जैन ग्रन्थ परिशिष्टपर्वन में आचार्य चाणक्य का महामन्त्री के रूप में उल्लेख मिलता है जो किसी बात पर नाराज होकर जंगल में तपस्या करने चला गया था, परन्तु बिन्दुसार के द्वारा क्षमा मांगने पर वह राजधानी वापस चला आया था।
शासनकाल - पुराणों के अनुसार बिन्दुसार का शासनकाल 25 वर्ष का था अतः उसने 298 ई. पूर्व से 273 ई. पूर्व तक राज्य किया था। बिन्दुसार ने दार्शनिकों, विद्वानों, धर्माचार्यों, सुयोग्य मंत्रियों तथा विदेशी राजदूतों को अपने दरबार में स्थान दिया था। सम्भवतः आजीवन सम्प्रदाय की ओर उसका झुकाव था फिर भी वह इस विशाल साम्राज्य को मजबूत बनाये रखने में असमर्थ रहा।
|
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास को समझने हेतु उपयोगी स्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास को जानने में विदेशी यात्रियों / लेखकों के विवरण की क्या भूमिका है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्राचीन भारत के इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों की सुस्पष्ट जानकारी दीजिये।
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- भास की कृति "स्वप्नवासवदत्ता" पर एक लेख लिखिए।
- प्रश्न- 'फाह्यान' पर एक संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- दारा प्रथम तथा उसके तीन महत्वपूर्ण अभिलेख के विषय में बताइए।
- प्रश्न- आपके विषय का पूरा नाम क्या है? आपके इस प्रश्नपत्र का क्या नाम है?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - प्राचीन इतिहास अध्ययन के स्रोत
- उत्तरमाला
- प्रश्न- बिम्बिसार के समय से नन्द वंश के काल तक मगध की शक्ति के विकास का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- नन्द कौन थे महापद्मनन्द के जीवन तथा उपलब्धियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- छठी सदी ईसा पूर्व में गणराज्यों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- प्रश्न- छठी शताब्दी ई. पू. में महाजनपदीय एवं गणराज्यों की शासन प्रणाली के अन्तर को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बिम्बिसार की राज्यनीति का वर्णन कीजिए तथा परिचय दीजिए।
- प्रश्न- उदयिन के जीवन पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- नन्द साम्राज्य की विशालता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- धननंद और कौटिल्य के सम्बन्ध का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- धननंद के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मगध की भौगोलिक सीमाओं को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गणराज्य किसे कहते हैं?
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - महाजनपद एवं गणतन्त्र का विकास
- उत्तरमाला
- प्रश्न- मौर्य कौन थे? इस वंश के इतिहास जानने के स्रोतों का उल्लेख कीजिए तथा महत्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त मौर्य के विषय में आप क्या जानते हैं? उसकी उपलब्धियों और शासन व्यवस्था पर निबन्ध लिखिए|
- प्रश्न- सम्राट बिन्दुसार का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- कौटिल्य और मेगस्थनीज के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- मौर्यकाल में सम्राटों के साम्राज्य विस्तार की सीमाओं को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सम्राट के धम्म के विशिष्ट तत्वों का निरूपण कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय इतिहास में अशोक एक महान सम्राट कहलाता है। यह कथन कहाँ तक सत्य है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मौर्य साम्राज्य के पतन के कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मौर्य वंश के पतन के लिए अशोक कहाँ तक उत्तरदायी था?
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त मौर्य के बचपन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अशोक ने धर्म प्रचार के क्या उपाय किये थे? स्पष्ट कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - मौर्य साम्राज्य
- उत्तरमाला
- प्रश्न- शुंग कौन थे? पुष्यमित्र का शासन प्रबन्ध लिखिये।
- प्रश्न- कण्व या कण्वायन वंश को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- पुष्यमित्र शुंग की धार्मिक नीति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- पतंजलि कौन थे?
- प्रश्न- शुंग काल की साहित्यिक एवं कलात्मक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - शुंग तथा कण्व वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- सातवाहन युगीन दक्कन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- आन्ध्र-सातवाहन कौन थे? गौतमी पुत्र शातकर्णी के राज्य की घटनाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- शक सातवाहन संघर्ष के विषय में बताइए।
- प्रश्न- जूनागढ़ अभिलेख के माध्यम से रुद्रदामन के जीवन तथा व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शकों के विषय में आप क्या जानते हैं?
- प्रश्न- नहपान कौन था?
- प्रश्न- शक शासक रुद्रदामन के विषय में बताइए।
- प्रश्न- मिहिरभोज के विषय में बताइए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - सातवाहन वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- कलिंग नरेश खारवेल के इतिहास पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कलिंगराज खारवेल की उपलब्धियों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - कलिंग नरेश खारवेल
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हिन्द-यवन शक्ति के उत्थान एवं पतन का निरूपण कीजिए।
- प्रश्न- मिनेण्डर कौन था? उसकी विजयों तथा उपलब्धियों पर चर्चा कीजिए।
- प्रश्न- एक विजेता के रूप में डेमेट्रियस की प्रमुख उपलब्धियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- हिन्द पहलवों के बारे में आप क्या जानते है? बताइए।
- प्रश्न- कुषाणों के भारत में शासन पर एक निबन्ध लिखिए।
- प्रश्न- कनिष्क के उत्तराधिकारियों का परिचय देते हुए यह बताइए कि कुषाण वंश के पतन के क्या कारण थे?
- प्रश्न- हिन्द-यवन स्वर्ण सिक्के पर प्रकाश डालिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - भारत में विदेशी आक्रमण
- उत्तरमाला
- प्रश्न- गुप्तों की उत्पत्ति के विषय में आप क्या जानते हैं? विस्तृत विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- काचगुप्त कौन थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- प्रयाग प्रशस्ति के आधार पर समुद्रगुप्त की विजयों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- चन्द्रगुप्त (द्वितीय) की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से लिखिए।
- प्रश्न- गुप्त शासन प्रणाली पर एक विस्तृत लेख लिखिए।
- प्रश्न- गुप्तकाल की साहित्यिक एवं कलात्मक उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गुप्तों के पतन का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- गुप्तों के काल को प्राचीन भारत का 'स्वर्ण युग' क्यों कहते हैं? विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- रामगुप्त की ऐतिहासिकता पर विचार व्यक्त कीजिए।
- प्रश्न- गुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य के विषय में बताइए।
- प्रश्न- आर्यभट्ट कौन था? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्कन्दगुप्त की उपलब्धियों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- राजा के रूप में स्कन्दगुप्त के महत्व की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- कुमारगुप्त पर संक्षेप में टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- कुमारगुप्त प्रथम की उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- गुप्तकालीन भारत के सांस्कृतिक पुनरुत्थान पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कालिदास पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- विशाखदत्त कौन था? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्कन्दगुप्त कौन था?
- प्रश्न- जूनागढ़ अभिलेख से किस राजा के विषय में जानकारी मिलती है? उसके विषय में आप सूक्ष्म में बताइए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - गुप्त वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- दक्षिण के वाकाटकों के उत्कर्ष का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - वाकाटक वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हूण कौन थे? तोरमाण के जीवन तथा उपलब्धियों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पड़े? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गुप्त साम्राज्य पर हूणों के आक्रमण का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - हूण आक्रमण
- उत्तरमाला
- प्रश्न- हर्ष के समकालीन गौड़ नरेश शशांक के विषय में आप क्या जानते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- हर्ष का समकालीन शासक शशांक के साथ क्या सम्बन्ध था? मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- हर्ष की सामरिक उपलब्धियों के परिप्रेक्ष्य में उसका मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- सम्राट के रूप में हर्ष का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- हर्षवर्धन की सांस्कृतिक उपलब्धियों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- हर्ष का मूल्यांकन पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- हर्ष का धर्म पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- पुलकेशिन द्वितीय पर टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- ह्वेनसांग कौन था?
- प्रश्न- प्रभाकर वर्धन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- गौड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - वर्धन वंश
- उत्तरमाला
- प्रश्न- मौखरी वंश की उत्पत्ति के विषय में बताते हुए इस वंश के प्रमुख शासकों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- मौखरी कौन थे? मौखरी राजाओं के जीवन तथा उपलब्धियों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- मौखरी वंश का इतिहास जानने के साधनों का वर्णन कीजिए।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - मौखरी वंश
- उत्तरमाला
- प्रष्न- परवर्ती गुप्त शासकों का राजनैतिक इतिहास बताइये।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्त शासकों के मौखरी शासकों से किस प्रकार के सम्बन्ध थे? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्तों के इतिहास पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- परवर्ती गुप्त शासक नरसिंहगुप्त 'बालादित्य' के विषय में बताइये।
- वस्तुनिष्ठ प्रश्न - परवर्ती गुप्त शासक
- उत्तरमाला