बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धतिसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 - गृह विज्ञान - चतुर्थ प्रश्नपत्र - अनुसंधान पद्धति
प्रश्न- शोधार्थियों को शोध करते समय किन कठिनाइयों का सामना पड़ता है? उनका निवारण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर -
शोधार्थियों के लिए शोध करते समय कठिनाइयाँ
शोधार्थियों को अपने शोध के समय भिन्न-भिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है जो निम्नलिखित है-
(1) धन का असमान वितरण व कमी - शोधार्थियों को अपने शोध में सबसे मुख्य समस्या धन का अभाव होता है कई बार शोध प्रयो इतने खर्चीले होते हैं कि उमसें केवल कुछ धन पूर्ण नहीं हो पाता जिसके कारण शोधार्थियों के पास अपने धन की कमी के कारण शोध में हानि व अपूर्णता रहती है जो कि बहुत ही दयनीय स्थिति मानी जाती है।
(2) शैक्षिक कार्यक्रमों का सुचारू रूप न होना - शैक्षिक शोध में विद्यार्थियों के लिए एक समस्या उनके कार्यक्रमों का असुचारू रूप भी है क्योंकि अपने शोध की कार्यकारिणी का सही ढंग से • व्यवस्था नहीं कर पाते और शोध में समस्या उत्पन्न होती है।
(3) शैक्षिक यंत्रों का अभाव - प्रयोग व शोध के समय उनके पास पूर्ण शोधालय में यंत्रों की व्यवस्था नहीं होती जिसके परिणामस्वरूप शोधार्थियों का शोध पूर्णरूप नहीं ले सकता और इन कठिनाइयों के कारण शोध अधूरा रहा जाता है।
(4) शोधध्यापकों का अपूर्ण सहयोग - कई बार विद्यार्थियों के सम्मुख ऐसी परिस्थितयाँ उत्पन्न हो जाती हैं कि जिसमें उन्हें शोधाध्यापकों के सहयोग की आवश्यकता होती है परन्तु उन्हें अध्यापकों का सहयोग नहीं मिल पाता जिसके कारण उन्हें अपने शोध में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
अपूर्ण पाठ्यक्रम - यदि शोधार्थियों के पूर्ण पाठ्यक्रम की व्यवस्था न हो या उन्हें अपने पाठ्यक्रम की जानकारी न रखते हो तो वह अपने शोध में अवश्य त्रुटि करेंगे अन्य विद्यार्थियों के लिए पूर्ण पाठ्यक्रम की व्यवस्था होना अति आश्यक है।
शोधार्थियों की कठिनाइयों को दूर करने हेतु
शोधार्थियों को अपने शोध के अन्तर्गत विभिन्न कठिनाइयों का सामना करने हेतु विभिन्न उपाय आवश्यक हैं
(1) अध्यापकों का पूर्ण सहयोग - शोध के दौरान अभ्यार्थियों के साथ शोधकर्त्ता को पूर्ण सहयोग की भावना रखनी चाहिए ताकि उन्हें उस शोध से सम्बन्धित समस्याओं का पूर्ण निवारण हो सके।
(2) धन की व्यवस्था - शोध- विद्यालय या केन्द्रों को शोध के दौरान इस बात का ध्यान रखना. चाहिए कि विद्यार्थियों को उनके शोध से सम्बन्धित यदि धन की समस्या है तो उसे हल करने के लिए प्रयास करना चाहिए।
(3) पाठ्यक्रम की समुचित व्यवस्था - विद्यार्थियों की उनकी योग्यता के अनुसार ही उनकी पाठ्यक्रम की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि वह सरलतापूर्वक उसे हल कर से इसके अतिरिक्त उसकी व्यवस्था के समय इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि पाठ्यक्रम में त्रुटि न हो अन्यथा शोध में भी त्रुटि की सम्भावना हो सकती है।
(4) वातावरण की उचित व्यवस्था - शोधार्थियों के लिए जहाँ वह अपने शोध को पूर्ण करते हैं उसका वातावरण उसके अनुकूल होना आवश्यक है ताकि वह अपने शोध को ध्यानपूर्वक व आसानी से पूर्ण कर सके।
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- प्रश्न- अनुसंधान की अवधारणा एवं चरणों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनुसंधान के उद्देश्यों का वर्णन कीजिये तथा तथ्य व सिद्धान्त के सम्बन्धों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- शोध की प्रकृति पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- शोध के अध्ययन-क्षेत्र का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- 'वैज्ञानिक पद्धति' क्या है? वैज्ञानिक पद्धति की विशेषताओं की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अन्वेषणात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- अनुसन्धान कार्य की प्रस्तावित रूपरेखा से आप क्या समझती है? इसके विभिन्न सोपानों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- शोध से क्या आशय है?
- प्रश्न- शोध की विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रमुख चरण बताइये।
- प्रश्न- शोध की मुख्य उपयोगितायें बताइये।
- प्रश्न- शोध के प्रेरक कारक कौन-से है?
- प्रश्न- शोध के लाभ बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान के सिद्धान्त का महत्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के आवश्यक तत्त्व क्या है?
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- वैज्ञानिक पद्धति के प्रमुख चरण बताओ।
- प्रश्न- गृह विज्ञान से सम्बन्धित कोई दो ज्वलंत शोध विषय बताइये।
- प्रश्न- शोध को परिभाषित कीजिए तथा वैज्ञानिक शोध की कोई चार विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- गृह विज्ञान विषय से सम्बन्धित दो शोध विषय के कथन बनाइये।
- प्रश्न- एक अच्छे शोधकर्ता के अपेक्षित गुण बताइए।
- प्रश्न- शोध अभिकल्प का महत्व बताइये।
- प्रश्न- अनुसंधान अभिकल्प की विषय-वस्तु लिखिए।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के चरण लिखो।
- प्रश्न- अनुसंधान प्ररचना के उद्देश्य क्या हैं?
- प्रश्न- प्रतिपादनात्मक अथवा अन्वेषणात्मक अनुसंधान प्ररचना से आप क्या समझते हो?
- प्रश्न- 'ऐतिहासिक उपागम' से आप क्या समझते हैं? इस उपागम (पद्धति) का प्रयोग कैसे तथा किन-किन चरणों के अन्तर्गत किया जाता है? इसके अन्तर्गत प्रयोग किए जाने वाले प्रमुख स्रोत भी बताइए।
- प्रश्न- वर्णात्मक शोध अभिकल्प की व्याख्या करें।
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध अभिकल्प क्या है? इसके विविध प्रकार क्या हैं?
- प्रश्न- प्रयोगात्मक शोध का अर्थ, विशेषताएँ, गुण तथा सीमाएँ बताइए।
- प्रश्न- पद्धतिपरक अनुसंधान की परिभाषा दीजिए और इसके क्षेत्र को समझाइए।
- प्रश्न- क्षेत्र अनुसंधान से आप क्या समझते है। इसकी विशेषताओं को समझाइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ व प्रकार बताइए। इसके गुण व दोषों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख प्रकार एवं विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसन्धान की गुणात्मक पद्धति का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के गुण लिखो।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्रियात्मक अनुसंधान के दोष बताओ।
- प्रश्न- क्षेत्र-अध्ययन और सर्वेक्षण अनुसंधान में अंतर बताओ।
- प्रश्न- पूर्व सर्वेक्षण क्या है?
- प्रश्न- परिमाणात्मक तथा गुणात्मक सर्वेक्षण का अर्थ लिखो।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण का अर्थ बताकर इसकी कोई चार विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- सर्वेक्षण शोध की उपयोगिता बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न दोषों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति कीक्या उपयोगिता है? सामाजिक अनुसंधान में वैज्ञानिक पद्धति की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के विभिन्न गुण बताइए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण तथा सामाजिक अनुसंधान में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या सीमाएँ हैं?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की सामान्य विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की क्या उपयोगिता है?
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण की विषय-सामग्री बताइये।
- प्रश्न- सामाजिक अनुसंधान में तथ्यों के संकलन का महत्व समझाइये।
- प्रश्न- सामाजिक सर्वेक्षण के प्रमुख चरणों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या से क्या तात्पर्य है? अनुसंधान समस्या के विभिन्न स्रोतक्या है?
- प्रश्न- शोध समस्या के चयन एवं प्रतिपादन में प्रमुख विचारणीय बातों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- समस्या का परिभाषीकरण कीजिए तथा समस्या के तत्वों का विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- समस्या का सीमांकन तथा मूल्यांकन कीजिए तथा समस्या के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- समस्या के चुनाव का सिद्धान्त लिखिए। एक समस्या कथन लिखिए।
- प्रश्न- शोध समस्या की जाँच आप कैसे करेंगे?
- प्रश्न- अनुसंधान समस्या के प्रकार बताओ।
- प्रश्न- शोध समस्या किसे कहते हैं? शोध समस्या के कोई चार स्त्रोत बताइये।
- प्रश्न- उत्तम शोध समस्या की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- शोध समस्या और शोध प्रकरण में अंतर बताइए।
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में प्रदत्तों के वर्गीकरण की उपयोगिता क्या है?
- प्रश्न- समस्या का अर्थ तथा समस्या के स्रोत बताइए?
- प्रश्न- शोधार्थियों को शोध करते समय किन कठिनाइयों का सामना पड़ता है? उनका निवारण कैसे किया जा सकता है?
- प्रश्न- समस्या की विशेषताएँ बताइए तथा समस्या के चुनाव के अधिनियम बताइए।
- प्रश्न- परिकल्पना की अवधारणा स्पष्ट कीजिये तथा एक अच्छी परिकल्पना की विशेषताओं का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- एक उत्तम शोध परिकल्पना की विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- उप-कल्पना के परीक्षण में होने वाली त्रुटियों के बारे में उदाहरण सहित बताइए तथा इस त्रुटि से कैसे बचाव किया जा सकता है?
- प्रश्न- परिकल्पना या उपकल्पना से आप क्या समझते हैं? परिकल्पना कितने प्रकार की होती है।
- प्रश्न- उपकल्पना के स्रोत, उपयोगिता तथा कठिनाइयाँ बताइए।
- प्रश्न- उत्तम परिकल्पना की विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? किसी शोध समस्या को चुनिये तथा उसके लिये पाँच परिकल्पनाएँ लिखिए।
- प्रश्न- उपकल्पना की परिभाषाएँ लिखो।
- प्रश्न- उपकल्पना के निर्माण की कठिनाइयाँ लिखो।
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
- प्रश्न- उपकल्पनाएँ कितनी प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- शैक्षिक शोध में न्यादर्श चयन का महत्त्व बताइये।
- प्रश्न- शोधकर्त्ता को परिकल्पना का निर्माण क्यों करना चाहिए।
- प्रश्न- शोध के उद्देश्य व परिकल्पना में क्या सम्बन्ध है?
- प्रश्न- महत्वशीलता स्तर या सार्थकता स्तर (Levels of Significance) को परिभाषित करते हुए इसका अर्थ बताइए?
- प्रश्न- शून्य परिकल्पना में विश्वास स्तर की भूमिका को समझाइए।