बी ए - एम ए >> एम ए सेमेस्टर-1 समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र - भारतीय समाज के परिप्रेक्ष्य एम ए सेमेस्टर-1 समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र - भारतीय समाज के परिप्रेक्ष्यसरल प्रश्नोत्तर समूह
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एम ए सेमेस्टर-1 समाजशास्त्र द्वितीय प्रश्नपत्र - भारतीय समाज के परिप्रेक्ष्य
प्रश्न- बी.आर.चौहान की पुस्तक का उल्लेख कीजिए।
अथवा
राबर्ट रेडफील्ड की अवधारणा लघु समुदाय की आलोचनात्मक व्याख्या कीजिये।
उत्तर -
चितौड़गढ़ जिले में एक जागीर के रूप में स्थित राणावतों की साद्रणी" नामक गाँव की सामाजिक संरचना अर्थव्यवस्था तथा कर्मकांडीय संरचना का विशेषण करके अनेक महत्वपूर्ण सहसम्बन्ध तथा अवधारणात्मक प्रतिमान प्रस्तुत किये हैं।
राजस्थान का एक गाँव (A Rajasthan's Village) - प्रोफेसर चौहान के सम्बन्ध में इस अध्ययन का उद्देश्य विवेचनात्मक स्तर पर राजस्थान के एक ग्रमीण समुदाय की प्रकृति को सम्पूर्णतावादी आधार पर स्पष्ट करना तथा विश्लेषणात्मक स्तर पर यह देखना कि रॉबर्ट रेडफील्ड द्वारा प्रस्तुत लघु समुदाय तथा कृषक समाज की अवधारणाएँ इस गाँव पर किस सीमा तक लागू होती हैं।
रेडफील्ड ने लघु समुदाय की अवधारणा को स्पष्ट करने के लिये इसकी चार विशेषताओं का उल्लेख किया है -
(1) लघुता - यह विशेषता अधिकांशतः भारतीय गाँवों में विद्यमान है। भारत में लगभग 30 प्रतिशत गाँव ऐसे हैं जिनकी जनसँख्या 500 व्यक्तियों से भी कम है।
(2) विशिष्टता - भारतीय गाँवों में विशिष्टता के आधार पर गाँव का प्रत्येक व्यक्ति अपने गाँव की सरंचना से अवगत होता है। वह जानता है कि गाँव की सीमा कहाँ से प्रारम्भ होती. है एवं कहाँ समाप्त होती है। वे जानते हैं कि जातीय पद-सोपान के अनुसार विभिन्न जातियों के आवास कहाँ-कहाँ होंगे। देवी-देवताओं के स्थान, खेत-खलिहान एवं पशुओं के रहने के स्थान से पूरी तरह जागरूक होते हैं। इस प्रकार विशिष्टता के आधार पर अधिकांश भारतीय गाँवों को "लघु समुदाय" भी कहा जा सकता है।
(3) समरूपता - लघु समुदाय की तीसरी विशेषता "समरूपता का जहाँ तक प्रश्न है, यह कहा जा कसता है कि कुछ समय पहले तक यह विशेषता भारतीय ग्रामों में अवश्यक पाई जाती थी।
(4) आत्मनिर्भरता - लघु समुदाय की अन्तिम महत्वपूर्ण विशेषता " आत्मनिर्भरता" है।
डॉ. ब्रज राज चौहान ने अपनी कृति "ए राजस्थान विलेज" में लघु समुदाय के रूप में भारतीय ग्रामों का अध्ययन करते समय इस अवधारणा की सीमाओं पर भी प्रकाश डाला है। आपने बताया है कि अपनी परम्परागत पृष्ठभूमि में भी गाँव के अन्य गाँवों एवं कस्बों के साथ सम्बन्ध पाये जाते रहे हैं। इन सम्बन्धों के अन्तर्गत धार्मिक, आर्थिक, प्रशासकीय जाति संगठनों एवं नातेदारी के सम्बन्ध आते हैं। वर्तमान में विभिन्न ग्रामों के पारस्परिक और ग्रामीण-नगरीय सम्बन्धों की मात्रा काफी बढ़ चुकी है।
डॉ. चौहान के द्वारा अध्ययन किये गये गाँव के उदाहरण से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में एक लघु समुदाय में रेडफील्ड द्वारा वर्णित ऐसे समुदाय की प्रथम दो विशेषताएँ (लघुत, विशिष्टता) तो पाई जाती है। तीसरी विशेषता 'समरूपता' के संबंध में अधिक निश्चयपूर्वक कुछ नहीं कहा जा सकता, क्योंकि यह विशेषता भारतीय गाँवों में आंशिक रूप से ही पाई जाती है, अन्तिम विशेषता आत्मनिर्भरता का जहाँ तक प्रश्न है यह कहा जा सकता है कि इसका भारतीय गाँवों में नितान्त अभाव पाया जाता है।
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- प्रश्न- लूई ड्यूमाँ और जी. एस. घुरिये द्वारा प्रतिपादित भारत विद्या आधारित परिप्रेक्ष्य के बीच अन्तर कीजिये।
- प्रश्न- भारत में धार्मिक एकीकरण को समझाइये। भारत में संयुक्त सांस्कृतिक वैधता परिलक्षित करने वाले चार लक्षण बताइये?
- प्रश्न- भारत में संयुक्त सांस्कृतिक वैधता परिलक्षित करने वाले लक्षण बताइये।
- प्रश्न- भारतीय संस्कृति के उन पहलुओं की विवेचना कीजिये जो इसमें अभिसरण. एवं एकीकरण लाने में सहायक हैं? प्राचीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये? मध्यकालीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये? आधुनिक भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये? समकालीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये?
- प्रश्न- प्राचीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- मध्यकालीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- आधुनिक भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये।
- प्रश्न- समकालीन भारतीय संस्कृति की चार विशेषतायें बताइये।
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- प्रश्न- विवाह के बारे में लुई ड्यूमा के विचारों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- पवित्रता और अपवित्रता के बारे में लुई ड्यूमा के विचारों की चर्चा कीजिये।
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- प्रश्न- विद्या अभिगमन से क्या अभिप्राय है?
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- प्रश्न- प्रकार्यवाद की उपयोगिता का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- प्रकार्यवाद से आप क्या समझते हैं? प्रकार्यवाद की प्रमुख सीमाओं का उल्लेख कीजिये?
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- प्रश्न- दुर्खीम की प्रकार्यवाद की अवधारणा को स्पष्ट कीजिये? दुर्खीम के अनुसार, प्रकार्य की क्या विशेषतायें हैं, बताइये? मर्टन की प्रकार्यवाद की अवधारणा को समझाइये? प्रकार्य एवं अकार्य में भेदों की विवेचना कीजिये?
- प्रश्न- दुर्खीम के अनुसार, प्रकार्य की क्या विशेषतायें हैं, बताइये?
- प्रश्न- प्रकार्य एवं अकार्य में भेदों की विवेचना कीजिये?
- प्रश्न- "संरचनात्मक-प्रकार्यात्मक परिप्रेक्ष्य" को एम. एन. श्रीनिवास के योगदान को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- डॉ. एस.सी. दुबे के अनुसार ग्रामीण अध्ययनों में महत्व को दर्शाइए?
- प्रश्न- आधुनिकीकरण के सम्बन्ध में एस सी दुबे के विचारों को व्यक्त कीजिए?
- प्रश्न- डॉ. एस. सी. दुबे के ग्रामीण अध्ययन की मुख्य विशेषताओं की व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- एस.सी. दुबे का जीवन चित्रण प्रस्तुत कीजिये व उनकी कृतियों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- डॉ. एस. सी. दुबे के अनुसार वृहत परम्पराओं का अर्थ स्पष्ट कीजिए?
- प्रश्न- डॉ. एस. सी. दुबे द्वारा रचित परम्पराओं की आलोचनात्मक दृष्टिकोण व्यक्त कीजिए?
- प्रश्न- एस. सी. दुबे के शामीर पेट गाँव का परिचय दीजिए?
- प्रश्न- संरचनात्मक प्रकार्यात्मक विश्लेषण का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बृजराज चौहान (बी. आर. चौहान) के विषय में आप क्या जानते हैं? संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- एम. एन श्रीनिवास के जीवन चित्रण को प्रस्तुत कीजिये।
- प्रश्न- बी.आर.चौहान की पुस्तक का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- "राणावतों की सादणी" ग्राम का परिचय दीजिये।
- प्रश्न- बृज राज चौहान का जीवन परिचय, योगदान ओर कृतियों का उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- मार्क्स के 'वर्ग संघर्ष' के सिद्धान्त की व्याख्या कीजिये? संघर्ष के समाजशास्त्र को मार्क्स ने क्या योगदान दिया?
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- प्रश्न- मार्क्स के 'द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद' से आप क्या समझते हैं? मार्क्स के 'द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- मार्क्स के 'द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद' की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- ए. आर. देसाई का मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ए. आर. देसाई का मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य में क्या योगदान है?
- प्रश्न- ए. आर. देसाई द्वारा वर्णित राष्ट्रीय आन्दोलन का मार्क्सवादी स्वरूप स्पष्ट करें।
- प्रश्न- डी. पी. मुकर्जी का मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य क्या है?
- प्रश्न- द्वन्द्वात्मक परिप्रेक्ष्य क्या है?
- प्रश्न- मुकर्जी ने परम्पराओं का विरोध क्यों किया?
- प्रश्न- परम्पराओं में कौन-कौन से निहित तत्त्व है?
- प्रश्न- परम्पराओं में परस्पर संघर्ष क्यों होता हैं?
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- प्रश्न- मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य की प्रमुख मान्यताएँ क्या है?
- प्रश्न- मार्क्स और हीगल के द्वन्द्ववाद की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- राधाकमल मुकर्जी का मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य क्या है?
- प्रश्न- मार्क्सवादी परिप्रेक्ष्य की प्रमुख मान्यताएँ क्या हैं?
- प्रश्न- रामकृष्ण मुखर्जी के विषय में संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- सभ्यता से आप क्या समझते हैं? एन.के. बोस तथा सुरजीत सिन्हा का भारतीय समाज परिप्रेक्ष्य में सभ्यता का वर्णन करें।
- प्रश्न- सुरजीत सिन्हा का जीवन चित्रण एवं प्रमुख कृतियाँ बताइये।
- प्रश्न- एन. के. बोस का जीवन चित्रण एवं प्रमुख कृत्तियाँ बताइये।
- प्रश्न- सभ्यतावादी परिप्रेक्ष्य में एन०के० बोस के विचारों का विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- डेविड हार्डीमैन का आधीनस्थ या दलितोद्धार परिप्रेक्ष्य स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- भारतीय समाज को समझने में बी आर अम्बेडकर के "सबआल्टर्न" परिप्रेक्ष्य की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- दलितोत्थान हेतु डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा किये गये धार्मिक कार्यों का विवरण प्रस्तुत कीजिये।
- प्रश्न- दलितोत्थान हेतु डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा किए गए शैक्षिक कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत कीजिये।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए : (1) दलितों की आर्थिक स्थिति (2) दलितों की राजनैतिक स्थिति (3) दलितों की संवैधानिक स्थिति।
- प्रश्न- डॉ. अम्बेडकर का जीवन परिचय दीजिये।
- प्रश्न- डॉ. अम्बेडर की दलितोद्धार के प्रति यथार्थवाद दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- डेविड हार्डीमैन का आधीनस्थ या दलितोद्धार परिप्रेक्ष्य के वैचारिक स्वरूप एवं पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- हार्डीमैन द्वारा दलितोद्धार परिप्रेक्ष्य के माध्यम से अध्ययन किए गए देवी आन्दोलन का स्वरूप स्पष्ट करें।
- प्रश्न- हार्डीमैन द्वारा दलितोद्धार परिप्रेक्ष्य से अपने अध्ययन का विषय बनाये गए देवी 'आन्दोलन के परिणामों पर प्रकाश डालें।
- प्रश्न- डेविड हार्डीमैन के दलितोद्धार परिप्रेक्ष्य के योगदान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
- प्रश्न- अम्बेडकर के सामाजिक चिन्तन के मुख्य विषय को समझाइये।
- प्रश्न- डॉ. अम्बेडकर के सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- डॉ. अम्बेडकर के विचारों एवं कार्यों का संक्षिप्त मूल्यांकन कीजिए।