बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-3 व्यावसायिक नियमन रूपरेखा बीकाम सेमेस्टर-3 व्यावसायिक नियमन रूपरेखासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-3 व्यावसायिक नियमन रूपरेखा
प्रश्न- विशेषाधिकार एवं माल को मार्ग में रोकने के अधिकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर -
विशेषाधिकार एवं माल को मार्ग में रोकने के अधिकार में अन्तर
(Difference between Right of Lien and Stoppage in Transit)
(Difference between Right of Lien and Stoppage in Transit)
क्र. सं. | अन्तर का अधार | विशेषाधिकार | मार्ग में रोकने का अधिकार |
1. |
आशय | विशेषाधिकार का आशय माल को अपने पास रोक लेने से है। | इसका आशय माल को वाहक केमाध्यम से पुनः प्राप्त करने से है जबकि माल विक्रेता के यहाँ से चला गया हो तथा क्रेता के पास न पहुँचा हो। |
2. |
प्रयोग |
विशेषाधिकार का प्रयोग उसी समय किया जा सकता है जबकि माल विक्रेता के वास्तविक अथवा विधायक अधिकार में हो। | माल को मार्ग में रोकने के अधिकार का प्रयोग उस समय किया जा सकता है जब माल विक्रेता के अधिकार से पृथक हो जाता है और माल का अधिकार क्रेता को भी नहीं मिल पाता है। |
3. |
उद्देश्य |
विशेषाधिकार का उद्देश्य माल को तब तक रोके रखना है जब तक कि अदत्त विक्रेता को उसका भुगतान प्राप्त न हो जाये। माल को मार्ग में रोकने का उद्देश्य माल को पुनः अधिकार में लेना है। | माल को मार्ग में रोकने का उद्देश्य माल को पुनः अधिकार में लेना है। |
4. |
प्रयोगकर्ता | विशेषाधिकार का प्रयोग क्रेता क़ी प्रत्येक स्थिति में अदत्त विक्रेता द्वारा किया जा सकता है। | माल को मार्ग में रोकने के अधिकार का प्रयोग क्रेता के दिवालिया होने की दशा में अदत्त विक्रेता द्वारा किया जा सकता है। |
5. |
माल पर अधिकार | यह अधिकार केवल तभी तक प्रयोग में लाया जा सकता है जब तक कि विक्रेता को उसका भुगतान न मिल जाय। | इसका प्रयोग तब किया जा सकता है जबकि माल अदत्त विक्रेता के अधिकार में न पहुँचा हो। |
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- प्रश्न- अनुबन्ध को परिभाषित कीजिए। वैध अनुबन्ध के तत्वों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- वैध अनुबन्ध के आवश्यक तत्व क्या हैं? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अनुबन्ध कितने प्रकार के होते हैं? उनको स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- निष्पादन के आधार पर अनुबन्धों के प्रकार समझाइए।
- प्रश्न- उत्पत्ति की रीति के आधार पर अनुबन्ध कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- भारतीय अनुबन्ध अधिनियम से आपका क्या आशय है?
- प्रश्न- व्यर्थ एवं व्यर्थनीय अनुबन्ध में अन्तर कीजिए।
- प्रश्न- 'प्रस्ताव' को परिभाषित कीजिए। प्रस्ताव के मुख्य लक्षण बताइए। वैध प्रस्ताव संबंधी नियमों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- स्वीकृति सम्बन्धी नियमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्वीकृति अथवा प्रस्ताव की स्वीकृति को समझाइए। प्रस्ताव की स्वीकृति के बारे में वैधानिक नियम क्या हैं?
- प्रश्न- प्रस्ताव की स्वीकृति कब पूर्ण होती है? प्रस्ताव का खण्डन कैसे और कब किया जा सकता है?
- प्रश्न- खण्डन से आप क्या समझते हैं? प्रस्ताव एवं स्वीकृति का खण्डन किन परिस्थितियों में और कैसे किया जाता है?
- प्रश्न- खण्डन की सूचना के नियम बताइये।
- प्रश्न- एक प्रस्ताव 'प्रस्ताव के निमंत्रण' से किस प्रकार भिन्न है? 'प्रस्ताव' एवं 'प्रस्ताव करने की इच्छा' में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- प्रस्ताव का खण्डन कब किया जा सकता है?
- प्रश्न- प्रति प्रस्ताव क्या है? खुला या स्थाई प्रस्ताव भी समझाये।
- प्रश्न- दीपक अपने तोते को एक प्रस्ताव का बोलना सिखाता है और बाद में तोते को चेतन के पास भेज देता है, जो उसे दोहराता है। क्या यह वैध प्रस्ताव है?
- प्रश्न- 'बलराम' ने 'अमन' को अपना मकान 5,00,000 रुपये में बेचने का प्रस्ताव किया। अमन ने डाक द्वारा स्वीकृति दे दी। दूसरे दिन 'अमन' ने स्वीकृति का खण्डन करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा जो 'बलराम' को पत्र प्राप्त होने के पूर्व ही मिल गया। क्या स्वीकृति का खण्डन वैध है? क्या इसमें कोई अन्तर होता है, यदि स्वीकृति पत्र तथा स्वीकृति के खण्डन का तार दोनों 'बलराम' को एक साथ ही मिलते हैं?
- प्रश्न- राय जो कि मुम्बई में रहता है, श्याम जोकि कानपुर में रहता है को टेलीफोन के द्वारा स्वीकृति प्रदान करता है। कब और कहाँ स्वीकृति प्रदान की मानी जायेगी?
- प्रश्न- हरी ने कालेज के प्रधानाचार्य पद के लिए आवेदन किया। उसे उस पद पर नियुक्त किया गया लेकिन प्रबन्ध समिति ने उसकी औपचारिक सूचना उसे नहीं दी। प्रबन्ध समिति के एक सदस्य ने उससे कहा कि उसकी नियुक्ति हो गयी है। बाद में उसकी नियुक्ति रद्द कर दी गयी। उसने प्रबन्ध समिति के विरुद्ध वाद प्रस्तुत किया। क्या वह सफलता प्राप्त करेगा?
- प्रश्न- अनुबन्ध करने की क्षमता से आप क्या समझते हैं? भारत में अवयस्क द्वारा किये गये अनुबन्धों के सम्बन्ध में राजनियम की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- "अवयस्क के साथ ठहराव प्रारम्भ से व्यर्थ होता है।' स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अनुबन्ध करने के लिए 'स्वस्थ मस्तिष्क' का अभिप्राय क्या है?
- प्रश्न- अस्वस्थ मस्तिष्क वाले व्यक्ति के साथ किए गए अनुबन्ध की स्थिति क्या होती है?
- प्रश्न- अनुबन्ध करने की अयोग्यता का अनुबन्ध पर क्या प्रभाव पड़ता है?
- प्रश्न- प्रस्थिति के अनुसार अयोग्यताएँ समझाइये।
- प्रश्न- X, एक अवयस्क मिथ्याकथन द्वारा अपने को वयस्क बताकर Y, एक दुकानदार से कुछ सामान उधार क्रय कर लेता है। क्या Y को X के विरुद्ध कोई उपचार प्राप्त है?
- प्रश्न- सहमति की परिभाषा दीजिए। सहमति कब स्वतन्त्र नहीं होती। अनुबन्ध की वैधता पर इसका प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- कपट से आप क्या समझते है? इसके लक्षण क्या है तथा अनुबन्ध की वैधता पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है?
- प्रश्न- मिथ्याकथन तथा गलती का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अनुबन्ध में स्वतंत्र सहमति का महत्व बताइये।
- प्रश्न- "तथ्यों के बारे में मौन रहना कपट नहीं है।' स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- कपट तथा मिथ्यावर्णन में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- उत्पीड़न और अनुचित प्रभाव में अन्तर कीजिए।
- प्रश्न- प्रियंका अपने पति को इस बात की धमकी देती है कि यदि उसने अपनी निजी सम्पत्ति उसके नाम हस्तान्तरित नहीं की तो वह आत्महत्या कर लेगी। वह धमकी में आकर ऐसा कर देता है। क्या यहाँ पर अनुचित प्रभाव का प्रयोग किया गया है?
- प्रश्न- 'रमनलाल' कपटपूर्ण तरीके से एक कस्बे में किसी ख्याति प्राप्त व्यापारी का नाम रखकर 'कुणाल' से माल खरीदता है और उसे 'आनन्द' को बेच देता है। क्या बाद में 'कुणाल' अनुबन्ध को रद्द कर सकता है और 'आनन्द' से सामान ले सकता हैं?
- प्रश्न- 'आकाश' जोकि 'बबलू' को अपना स्कूटर बेचने वाला है, "स्कूटर अच्छा है और 5,000 रुपये मूल्य का है।" बबलू उस स्कूटर को 4,500 रुपये में खरीद लेता है। बाद में उसे पता चलता है कि 'आकाश' ने वह स्कूटर 3,000 रुपये में ही खरीदा था तथा बबलू को उसके 4,000 रुपये भी नहीं मिल सकते हैं। 'बबलू' के पास क्या उपचार है?
- प्रश्न- 'ममता' 'पूनम' को सिल्क की एक साड़ी बेचने का अनुबन्ध करती है। 'पूनम' इसे अंग्रेजी सिल्क समझती है। 'ममता' यह जानती है कि 'पूनम' ऐसा सोच रही है कि किन्तु 'ममता' को यह मालूम है कि वह जापानी सिल्क है। 'ममता' 'पूनम' की इस धारणा को ठीक नहीं करती। बाद में 'पूनम' को यह मालूम होता है कि यह अंग्रेजी सिल्क नहीं है। क्या 'पूनम' अनुबन्ध का परित्याग कर सकती है।
- प्रश्न- 'कुलदीप' एवं 'प्रदीप' दोनों व्यापारी हैं ये दोनों आपास में एक अनुबन्ध करते हैं। 'कुलदीप' को मूल्यों में परिवर्तन होने की गुप्त सूचना है, जिसे यदि 'प्रदीप' को बता दिया जाये तो उससे 'प्रदीप' के अनुबन्ध करने की सहमति प्रभावित होगी। क्या 'कुलदीप' 'प्रदीप' को सूचित करने के लिए बाध्य है?
- प्रश्न- "बिना प्रतिफल का वचन उपहार है तथा प्रतिफल का वचन सौदा।' समझाइये तथा सिद्धान्त के अपवादों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिफल सम्बन्धी नियम अथवा विशेषताएँ बताइए।
- प्रश्न- बिना प्रतिफल के संविदा शून्य होता है?
- प्रश्न- 'अनुबन्ध के लिए अजनबी वाद दायर नहीं कर सकता। इस नियम के क्या कुछ अपवाद हैं? समझाइए।
- प्रश्न- अवैधानिक प्रतिफल एवं उद्देश्य से आपका क्या आशय है?
- प्रश्न- (i) प्रतिफल की अपर्याप्तता अवास्तविक होती है। आलोचनात्मक वर्णन कीजिए। (ii) 'भूत प्रतिफल कोई प्रतिफल नहीं होता। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आंशिक प्रतिफल क्या है?
- प्रश्न- 'सोहन' 'मोहन' को लिखता है, "आपने अपनी जान जोखिम में डालकर कल मुझे गम्भीर मोटर दुर्घटना से बचाया है। आपकी इस सेवा के लिए मैं आपको 5,000 रुपये देने का वचन देता हूं।' बाद में 'सोहन' 'मोहन' को कुछ भी देने से मना कर देता है। क्या 'मोहन' 'सोहन' से रुपया वसूल कर सकता है?
- प्रश्न- 'अ' गाँधी मेमोरियल फण्ड में 10,000 रुपये चन्दा देने का वचन देता है। बाद में वह नहीं देता है। इसके लिए विधि न्यायालय में क्या कोई उपचार है?
- प्रश्न- 'अ' अपने पुत्र 'ब' को पत्र लिखता है, जिसमें वह उसको बिना प्रतिफल के स्वाभाविक प्रेम व स्नेह से प्रेरित होकर 10,000 रुपये देने का वचन देता है। क्या 'ब' अनुबन्ध को प्रवर्तनीय कर सकता है? कारण सहित बताइये।
- प्रश्न- उन ठहरावों का वर्णन कीजिए जो भारतीय अनुबन्ध अधिनियम द्वारा स्पष्ट रूप से व्यर्थ घोषित किए गये हैं।
- प्रश्न- बाज़ी के अनुबन्ध की आवश्यक बातें क्या होती हैं? बताइये कि क्या ऐसे अनुबन्ध प्रवर्तनीय होते हैं?
- प्रश्न- बीमा तथा बाजी के ठहराव में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- (i) असम्भव कार्य करने के ठहराव को स्पष्ट कीजिए। (ii) अवैधानिक ठहराव क्या हैं?
- प्रश्न- बाजी के ठहराव तथा सट्टे के ठहराव (या लेनदेन) में अन्तर बताइए।
- प्रश्न- X, Y को अपनी सफेद गाय 5,000 ₹ में अथवा 8,000 ₹ में बेचने को सहमत होता है, क्या यह ठहराव व्यर्थ है?
- प्रश्न- X, Y को 5,000 मीट्रिक टन आलू Z द्वारा निर्धारित किये जाने वाले मूल्य पर बेचता है। क्या यह ठहराव व्यर्थ है?
- प्रश्न- X, Y को 15,000 ₹ प्रतिफल में आजीवन विवाह न करने का वचन देता है। क्या ठहराव व्यर्थ है?
- प्रश्न- अनुबन्ध के निष्पादन से आप क्या समझते हैं? अनुबन्ध का निष्पादन कौन करे? निष्पादन का समय एवं स्थान बताइये। अनुबन्ध के निष्पादन की माँग कौन कर सकता है?
- प्रश्न- निष्पादन का समय व स्थान बताइये। निष्पादन की माँग कौन कर सकता है?
- प्रश्न- अनुबन्ध अधिनियम के अधीन भुगतान के नियोजन सम्बन्धी नियमों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अनुबन्ध के निष्पादन की विधियाँ बताइये।
- प्रश्न- निष्पादन के वैध प्रस्ताव के आवश्यक तत्त्व या शर्तें बताइये।
- प्रश्न- समय पर वचन का पालन न करने के परिणाम या प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- पारस्परिक वचन क्या है? इनके निष्पादन सम्बन्धी नियम बताइये।
- प्रश्न- 'राम', 'श्याम' तथा 'मोहन' संयुक्त रूप से 'हरि' को 10,000 रुपये देने का वचन देते हैं। 'राम' तथा 'श्याम' का पता नहीं कहाँ है? क्या 'हरि', 'मोहन' को पूर्ण भुगतान के लिए बाध्य कर सकता है?
- प्रश्न- 'रवीन्द्र', 'वीरेन्द्र' तथा 'महेन्द्र' मिलकर 'धर्मेन्द्र को 15,000 रुपये देने का वचन देते हैं, 'धर्मेन्द्र' केवल 'रवीन्द्र और 'वीरेन्द्र' से रुपया मांगता है, इस प्रकार वह 'महेन्द्र' को छोड़ देता है। क्या यहाँ पर 'महेन्द्र' का दायित्व 'रवीन्द्र' और 'वीरेन्द्र' के प्रति ज्यों का त्यों रहेगा यद्यपि 'धर्मेन्द्र' उसको मुक्त कर चुका है?
- प्रश्न- अनुबन्ध की समाप्ति से आप क्या समझते हैं? अनुबन्ध समाप्ति के विभिन्न तरीके समझाइए।
- प्रश्न- अनुबन्ध की समाप्ति के कौन-कौन से तरीके हैं?
- प्रश्न- 'मनोज' 'अशोक' को एक बोतलें ब्राण्ड शराब देने का अनुबन्ध करता है। बाद में सरकार एक विशेष अध्यादेश द्वारा उस क्षेत्र में शराब की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगा देती है। अतः 'मनोज' शराब देने में असमर्थ रहता है। क्या 'अशोक' 'मनोज' के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही कर सकता है?
- प्रश्न- 'धर्मेन्द्र', 'शैलेन्द्र' को 1 फरवरी, 2022 को अपना मकान 50,000 रुपये में बेचने का अनुबन्ध करता है, किन्तु निर्धारित तिथि को 'धर्मेन्द्र' अपना मकान 'शैलेन्द्र' को देने से इन्कार कर देता है। क्या 'धर्मेन्द्र' द्वारा किया गया यह खण्डन वास्तविक खण्डन माना जायेगा?
- प्रश्न- संयोगिक अनुबंध से आप क्या समझते हैं? इसके लक्षण एवं तत्वों को स्पष्ट करते हुए इस अनुबन्ध को लागू करने के नियमों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- संयोगिक अनुबन्ध को लागू करने के नियम बताइये।
- प्रश्न- संयोगिक अनुबंध एवं बाजी के ठहराव में अन्तर कीजिए।
- प्रश्न- 'एक्स', 'वाई' को 1,000 रुपये देने का वचन देता है यदि 'जेड' सन् 2014 में एम. कॉम. की परीक्षा पास कर ले। 'जेड' सन् 2014 में एम. कॉम. की परीक्षा पास कर लेता है। क्या 'वाई' 'एक्स' द्वारा घोषित की गयी धनराशि पाने का अधिकारी है।
- प्रश्न- 'राम' 'मोहन' को 10,000 रुपये देने का वचन देता है यदि निर्दिष्ट जहाज तीन माह के अन्दर वापस आ जाता है, किन्तु निर्दिष्ट जहाज तीन माह के अन्दर वापस नहीं आ पाता है क्योंकि उसमें आग लग जाती है। मोहन को परामर्श दीजिए।
- प्रश्न- 'रवि' 'नीरज' को 20,000 रुपये देने का अनुबन्ध करता है, बशर्ते 'नीरज' के मकान में आग लग जाये और जलकर राख हो जाये। 'नीरज' के मकान में आग तो लगती है किन्तु वह जलकर राख नहीं होता है। क्या 'नीरज' 'रवि' से अनुबन्ध के रुपये लेने का अधिकार है?
- प्रश्न- 'अमित' 'कुलदीप को एक निश्चित धन देने का अनुबन्ध करता है, बशर्ते वह 'रानी' से विवाह कर ले। विवाह से पूर्व ही 'रानी' की मृत्यु हो जाती है। क्या 'कुलदीप' 'अमित' से निश्चित की गयी धनराशि लेने का अधिकारी है?
- प्रश्न- "अर्द्ध अनुबन्ध एक अनुबन्ध नहीं है यह तो अधिनियम द्वारा उत्पन्न दायित्व है।" इस कथन की व्याख्या कीजिए और भारतीय अनुबन्ध अधिनियम में स्वीकृत अर्द्ध अनुबन्धों का विवेचन कीजिए।
- प्रश्न- अर्द्ध-अनुबन्ध कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- गर्भित अनुबन्ध तथा साधारण अनुबन्ध में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सामान्य अनुबन्ध जन्मजात अनुबन्ध होते हैं। उस व्यक्ति का क्या दायित्व हो सकता है जो गलती या उत्पीड़नवश लाभ प्राप्त करता है?
- प्रश्न- 'राम' और 'श्याम' संयुक्त रूप से 'मोहन' के ऋणी हैं। अकेला 'राम' ही 'मोहन' को वह धन चुका देता है और इस बात को जानते हुए 'श्याम' भी 'मोहन' को 100 रुपये दे देता है। क्या इस स्थिति में 'मोहन' उस धन को 'श्याम' को लौटाने के लिए बाध्य है?
- प्रश्न- अनुबन्ध भंग से क्या तात्पर्य है? अनुबन्ध खण्डन की दशा में पीड़ित पक्षकार को उपलब्ध विभिन्न उपचारों की संक्षिप्त व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- अनुबन्ध भंग की दशा में क्षतिपूर्ति के निर्धारण की समस्या का विवेचन कीजिए। क्षतिपूर्ति कितने प्रकार की होती है? समझाइये।
- प्रश्न- निस्तार्ण अथवा निर्धारित हर्जाना तथा दण्ड को समझाइये तथा इनमें अन्तर बताइये।
- प्रश्न- हर्जाने की राशि निर्धारित करने के नियम बताइये।
- प्रश्न- 'प्रत्यास्थापन के नियम' को समझाइये।
- प्रश्न- 'आनन्द' एक कम्पनी के प्रबन्ध संचालन के पद पर नियुक्त किया गया। कुछ समय तक सेवा अर्पित करने के पश्चात् यह पता चला कि संचालकगण उसे नियुक्त करने के लिए अधिकृत नहीं थे। क्या 'आनन्द' क्षतिपूर्ति पाने का अधिकारी है?
- प्रश्न- 'विजय' नाम का शिल्पकारं 'संजय' की एक मारबल की मूर्ति बनाने का अनुबन्ध करता है। प्लास्टर की रूपरेखा बनाने के पश्चात् 'विजय' स्वयं उसे बनाने में असमर्थता प्रकट करता है और 'संजय' से उसे किसी अन्य से पूरा कराने की प्रार्थना करता है। क्या 'विजय' भुगतान पाने का अधिकारी है? यदि हाँ तो किस आधार पर?
- प्रश्न- क्षतिपूर्ति अनुबन्ध से आप क्या समझते हैं? हानिरक्षाधारक तथा हानिरक्षक के अधिकार बताइए।
- प्रश्न- हानिरक्षाधारक तथा हानिरक्षक के अधिकार लिखिए।
- प्रश्न- प्रतिभू कौन होता है? किन दशाओं में प्रतिभू अपने दायित्व से मुक्त हो जाता है?
- प्रश्न- प्रत्याभूति के प्रकार बताइए।
- प्रश्न- (i) विशिष्ट गारन्टी तथा चालू गारन्टी में अन्तर बताइये। (ii) एक हानि रक्षा अनुबन्ध और एक प्रतिभूति अनुबंध में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आदर्श क्षति पूर्ति का अर्थ बताइये।
- प्रश्न- किन दशाओं में एक प्रत्याभूति अवैध हो जाती है? प्रतिभूति के सह-प्रतिभूओं के विरुद्ध प्रतिभू के क्या अधिकार हैं?
- प्रश्न- ऋणदाता के विरुद्ध प्रतिभू के अधिकारों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिभू के दायित्व की प्रकृति एवं सीमा बताइये। मूल देनदार के विरुद्ध प्रतिभू के क्या अधिकार होते हैं?
- प्रश्न- साधारण और विशेष क्षति में क्या अन्तर है? बताइये।
- प्रश्न- 'नीतू' पर 'नीरू' का ऋण है जिसकी 'नीलू' ने गारन्टी दी है। ऋण देय हो जाने के एक वर्ष बाद तक 'नीरू', 'नीतू' पर वाद नहीं प्रस्तुत करती है। क्या 'नीलू' अपनी गारन्टी से मुक्त हो सकती है?
- प्रश्न- 'गोपी', 'किशन' को जो अवयस्क है, सूरज की गारन्टी पर 10,000 रुपये का ऋण देता है। रुपये वापस मांगे जाने पर किशन अवयस्कता का हवाला देकर रुपये देने से मना कर देता है। क्या 'गोपी' सूरज से रुपया वसूल कर सकता है?
- प्रश्न- 'राजेश', 'राकेश' तथा 'रमेश', 'आनन्द' के प्रतिभू के रूप में तीन पृथक प्रतिज्ञा पत्र लिखते हैं। प्रत्येक भिन्न-भिन्न धनराशि के लिए प्रतिभू बनाता है। जैसे- 'राजेश', 5,000 रुपये की त्रुटि के लिए राकेश। 8.000 रुपये की त्रुटि के लिए तथा 'रमेश' 10,000 रुपये की त्रुटि के लिए। यह तय हुआ कि 'आनन्द' 'उमेश' का ठीक हिसाब रखेगा। 'आनन्द' 10,000 रुपये की त्रुटि करता है। 'राजेश', 'राकेश' तथा 'रमेश' के दायित्वों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- निक्षेप की परिभाषा दीजिए और निक्षेप गृहीता के विभिन्न अधिकार एवं कर्तव्यों की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- निक्षेपगृहीता के विरुद्ध निक्षेपी के अधिकार गिनाइये।
- प्रश्न- निक्षेपिती के कर्तव्य एवं दायित्व तथा अधिकार बताइये।
- प्रश्न- गिरवी से आप क्या समझते हैं? इसके आवश्यक तत्व बताइये। गिरवीकर्ता के अधिकार एवं कर्त्तव्य बताइये।
- प्रश्न- गिरवी अनुबन्ध के आवश्यक तत्व बताइये।
- प्रश्न- गिरवी रखने वाले के अधिकार व कर्त्तव्य लिखिए।
- प्रश्न- निक्षेप एवं गिरवी में अन्तर कीजिए।
- प्रश्न- ग्रहणाधिकार क्या है? इसके प्रकारों को समझाइये।
- प्रश्न- (i) वस्तुओं के स्वामी के अतिरिक्त अन्य व्यक्ति द्वारा गिरवी रखना किन दशाओं में वैध है? (ii) गिरवी तथा ग्रहणाधिकार में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- गिरवी रख लेने वाले के अधिकार व कर्तव्य क्या होते हैं? गिरवी रख लेने वाले के अधिकार
- प्रश्न- सामान्य ग्रहणाधिकार और विशिष्ट ग्रहणाधिकार में अन्तर कीजिए।
- प्रश्न- गिरवी तथा रहन में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- पड़ा हुआ माल पाने वाला कौन होता है?
- प्रश्न- 'अ', 'ब' के पास देखभाल के लिए एक गाय छोड़ता है। इसी बीच गाय एक बछड़े को जन्म देती है। क्या 'ब' को गाय के साथ बछड़ा भी वापस करना चाहिए?
- प्रश्न- 'अ', 'ब' को कुछ माल क्रय या वापसी पर भेजता है। 'ब' माल को 'स' के पास गिरवी रख देता है। क्या 'अ', 'स' से माल वसूल कर सकता है? 'ब' के विरुद्ध क्या उपचार है?
- प्रश्न- 'अ', 'ब' की गाड़ी किराये पर लेता है। गाड़ी असुरक्षित है, यद्यपि 'ब' को इसका पता नहीं है और 'अ' घायल हो जाता है। क्या 'ब' 'अ' को उस चोट के लिए क्षतिपूर्ति करने को बाध्य है?
- प्रश्न- एजेन्सी को परिभाषित कीजिए। यह किस प्रकार स्थापित की जाती है, और किस प्रकार समाप्त की जाती है? विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- एजेन्सी के मुख्य तत्व बताइये।
- प्रश्न- एजेन्सी की स्थापना की रीतियाँ बताइये।
- प्रश्न- एजेन्सी कैसे समाप्त की जा सकती है?
- प्रश्न- एजेण्ट कौन होता है? एजेण्ट कौन नियुक्त कर सकता है और किसे नियुक्त किया जा सकता है?
- प्रश्न- अपने प्रधान की ओर से किये गये अनुबन्ध के प्रति एजेन्ट व्यक्तिगत रूप से कब उत्तरदायी होता है।
- प्रश्न- एजेन्सी की समाप्ति की विधियाँ बताइये।
- प्रश्न- एक एजेण्ट के अपने नियोक्ता के विरुद्ध अधिकार तथा उसके प्रति कर्त्तव्य बताइये।
- प्रश्न- एक एजेन्ट के नियोजक के प्रति क्या कर्तव्य होते हैं?
- प्रश्न- उप-एजेन्ट को परिभाषित कीजिए तथा इसकी नियुक्ति के प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- स्थानापन्न एजेन्ट से क्या आशय है? उप-एजेन्ट तथा स्थानापन्न एजेन्ट में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- एजेन्सी किन दशाओं में समाप्त नहीं की जा सकती है? क्या हित सहित एजेन्सी को समाप्त नहीं किया जा सकता है? समीक्षा कीजिए।
- प्रश्न- पुष्टिकरण द्वारा एजेन्सी क्या है? पुष्टिकरण के किन्हीं चार नियमों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गर्भित एजेन्सियों के निर्माण का परीक्षण कीजिए।
- प्रश्न- तृतीय पक्षकारों के प्रति प्रधान के क्या दायित्व होते हैं? एजेन्ट का व्यक्तिगत दायित्व क्या है?
- प्रश्न- अप्रकट प्रधान क्या है? अप्रकट प्रधान से सम्बन्धित प्रावधान बताइए।
- प्रश्न- एजेण्टों के प्रकार समझाइए।
- प्रश्न- X, Y को रुई की 100 गांठें विक्रय करने का अनुबन्ध करता है। बाद में उसे पता चलता है कि Y Z के एजेन्ट के रूप में कार्य कर रहा था। X को रुई का मूल्य चुकाने के लिए कौन बाध्य है?
- प्रश्न- 'अमन' एक मशीन बेचने का प्रस्ताव करता है, जिसे 'रमन', 'कपिल' की ओर से स्वीकार कर लेता है। 'रमन' को उस प्रस्ताव को स्वीकार करने का अधिकार नहीं था। बाद में 'रमन' की स्वीकृति की पुष्टिकरण 'कपिल' कर देता है। क्या 'अमन' 'कपिल' को मशीन बेचने के लिए बाध्य है?
- प्रश्न- माल के विक्रय अनुबन्ध से आप क्या समझते हैं? इसके लक्षण बताइये।
- प्रश्न- शर्त तथा आश्वासन में अन्तर बताइये। एक वस्तु विक्रय अनुबन्ध में गर्भित शर्तो एवं आश्वासनों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- एक वस्तु विक्रय संविदा में कौन-कौन सी गर्भित शर्ते होती हैं? गर्भित आश्वासनों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- कोई भी विक्रेता माल के क्रेता को अपने से अच्छा स्वामित्व नहीं दे सकता। इस नियम की व्याख्या कीजिए। अपवाद भी बताइये।
- प्रश्न- वस्तुओं का कोई भी विक्रेता अपने से अच्छा अधिकार हस्तान्तरित कर सकता है। समझाइये।
- प्रश्न- माल को मार्ग में रोकने के अधिकार से आप क्या समझते हैं? विशेषाधिकार तथा माल को मार्ग में रोकने के अधिकार में क्या अन्तर है? माल का मार्ग में रहना कब माना जाता है?
- प्रश्न- अदत्त विक्रेता का माल के प्रति पूर्वाधिकार का अधिकार क्या है? अदत्त विक्रेता का माल को मार्ग में रोकने का अधिकार क्या है?
- प्रश्न- विशेषाधिकार एवं माल को मार्ग में रोकने के अधिकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अदत्त विक्रेता द्वारा माल को पुनः विक्रय का अधिकार क्या है? अदत्त विक्रेता के क्रेता के विरुद्ध अधिकार या क्रेता को प्राप्त उपचार कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- क्रेता के सावधानी के नियम की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- विक्रय अनुबन्ध का निष्पादन समझाइये।
- प्रश्न- वस्तु की सुपुर्दगी के सम्बन्ध में नियमों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- यह कब माना जायेगा कि क्रेता द्वारा माल स्वीकार कर लिया गया है?
- प्रश्न- विक्रय एवं विक्रय ठहराव में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- "स्वामित्व के साथ जोखिम भी हस्तान्तरित होती है।' स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- वस्तु के विक्रय के अनुबन्ध में आप शर्तों से क्या समझते हैं? माल विक्रय अधिनियम में आश्वासन को परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- नीलामी विक्रय क्या है? वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- (i) किराया खरीद ठहराव से क्या आशय है? (ii) स्वत्व के हस्तान्तरण से क्या आशय है?
- प्रश्न- निश्चित तथा अनिश्चित माल में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- (i) शर्त को कब 'आश्वासन समझा जाता है? (ii) "सुपुर्दगी का आशय माल की सुपुर्दगी नहीं है।" स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- माल के विभिन्न प्रकारों का संक्षेप में वर्णन कीजिए। विक्रय अनुबन्ध का निर्माण कैसे होता है?
- प्रश्न- माल की सुपुर्दगी से आप क्या समझते हैं? इसके प्रकार व नियम बताइये।
- प्रश्न- यदि विक्रेता द्वारा विक्रय अनुबन्ध भंग किया जाता है तो क्रेता को कौन से अधिकार (उपचार) होंगे?
- प्रश्न- माल क्या होता है? इसका वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- 'महेश', 'सुरेश' को रुई की 50 गांठें 20 जनवरी, 2022 को निश्चित मूल्य पर बेचने का अनुबन्ध करता है। 19 जनवरी को महेश की जानकारी के बिना उसके गोदाम में आग लग गई और समस्त रुई का स्टॉक जलकर भस्म हो जाता है। क्या 'सुरेश', 'महेश' के विरुद्ध अनुबन्ध लागू कर सकता है?
- प्रश्न- 'अखिलेश', 'वीरेन्द्र' को नमूने के अनुसार शुद्ध घी विक्रय करने का अनुबन्ध करता है। जब घी सुपुर्द किया गया तो वह नमूने से तो मिलता है परन्तु शुद्ध घी नहीं है। क्या B के पास कोई उपचार है?
- प्रश्न- जनवरी को 'अ', 'ब' को 10,000 रु. का माल बेचता है। जिसके लिए 'ब' 5,000 रु. नकद देता है तथा शेष राशि का एक प्रतिज्ञापत्र देता है। 15 जनवरी को जब माल 'अ' के कब्जे में ही है, 'ब' दिवालिया हो जाता है। माल के सम्बन्ध में 'अ' के क्या अधिकार है?
- प्रश्न- विनिमयसाध्य लेखपत्र की परिभाषा दीजिए तथा उन आधारभूत लक्षणों का वर्णन कीजिए जो विनिमयसाध्य लेखपत्र को साधारण माल से भिन्न बताते हैं।
- प्रश्न- विनिमय-साध्य विलेख के आधारभूत लक्षण बताइये।
- प्रश्न- विनिमय-साध्य विलेख से आप क्या समझते हैं? एक विनिमय-साध्य विलेख की वैधानिक मान्यताओं की विवेचना कीजिए। क्या ये मान्यताएँ खण्डनीय होती हैं?
- प्रश्न- विनिमय-साध्य विलेख की मान्यतायें बताइये।
- प्रश्न- प्रतिज्ञा पत्र को परिभाषित कीजिये। इसके मुख्य लक्षण क्या हैं? प्रतिज्ञा पत्र का एक नमूना दीजिये और संयुक्त प्रतिज्ञा पत्र का भी नमूना दीजिए।
- प्रश्न- प्रतिज्ञा पत्र कितने प्रकार का होता है?
- प्रश्न- एकाकी प्रतिज्ञा पत्र तथा संयुक्त प्रतिज्ञा पत्र का नमूना दीजिए।
- प्रश्न- विनिमय-विपत्र क्या है? विनिमय विपत्र और एक चैक में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- विनिमय विपत्र में कितने पक्षकार होते हैं? चैक व विनिमय-विपत्र में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- चैक क्या होता है? इसके रेखांकन का आशय व महत्त्व बताइये। चैक के रेखांकन के प्रकार व वैधानिक प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- चैक के रेखांकन का क्या आशय है? इसका महत्व भी बताइये।
- प्रश्न- चैक के रेखांकन के प्रकार तथा वैधानिक प्रभाव बताइये।
- प्रश्न- धारी एवं यथाविधि धारी में अन्तर स्पष्ट कीजिए। विनिमय साध्य विलेख अधिनियम के अन्तर्गत यथाविधि धारी को प्राप्त विशेषाधिकारों को समझाइये।
- प्रश्न- धारी तथा यथाविधिधारी का अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- यथाविधिधारी के विशेषाधिकार बताइये।
- प्रश्न- एक विनिमयसाध्य विलेख कब अनादरित माना जाता है? इसके क्या कारण होते हैं? इस सम्बन्ध में धारक के कर्त्तव्य क्या हैं?
- प्रश्न- विनिमयसाध्य विलेख के अनादृत होने पर धारक के क्या कर्तव्य होते हैं?
- प्रश्न- क़ब एक चैक (i) साधारण, तथा (ii) विशेष रूप से रेखांकित कहलाता है? कौन इसे रेखांकित कर सकते हैं? इस पर 'अपरक्राम्य' लिखने का क्या प्रभाव होता है?
- प्रश्न- चैक पर रेखांकन कौन कर सकता है?
- प्रश्न- रेखांकित चैक पर 'अपरक्राम्य' लिखने का क्या प्रभाव होता है?
- प्रश्न- परक्रामण से आप क्या समझते हैं? इसे कौन कर सकता है? विनिमय-साध्य विलेख के परक्रामण की रीति समझाइये।
- प्रश्न- विनिमयसाध्य विलेख के परक्रामण की रीति समझाइए।
- प्रश्न- धारक कौन होता है?
- प्रश्न- चैक के धारक को किसी चैक का भुगतान न करने पर बैंकर के विरुद्ध क्या उपचार प्राप्त है?
- प्रश्न- हुण्डी तथा विनिमय विपत्र में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- (i) विनिमयसाध्य लेखपत्र के प्रकार। (ii) यथाविधिधारी के सामान्य अधिकार बताइये। (iii) विनिमयसाध्य लेखपत्र के मामले में अवयस्क की क्या स्थिति है?
- प्रश्न- एक चैक के रेखांकन का क्या प्रभाव होता है?
- प्रश्न- दायित्व से मुक्ति का क्या आशय है? दायित्व से मुक्त होने की विधि बताइये।
- प्रश्न- प्रतिज्ञापत्र तथा विनिमय विपत्र में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- यथाविधि भुगतान को समझाइये।
- प्रश्न- 'अनुज', 'प्रवीन' को 6000 रुपये देने का वचन देता है और 'प्रवीन' से एक प्रतिज्ञा पत्र उस राशि का लेता है। वह केवल 'प्रेम' को 5000 रुपये देता है। क्या 'अनुज' उस प्रतिज्ञा पत्र के आधार पर 6,000 रुपये वसूल कर सकता है?
- प्रश्न- दिनेश जो बिल का धारक है उसे महेश को पृष्ठांकित कर देता है, महेश, 'नीरज' को तथा 'नीरज' बृजेश को पृष्ठांकित कर देता है। बाद में बृजेश उसे 'दिनेश' को पृष्ठांकित कर देता है। कृपया दिनेश उसका भुगतान वाद प्रस्तुत करके 'महेश', 'नीरज' तथा 'बृजेश' से प्राप्त कर सकता है?
- प्रश्न- 'अ', 'ब' के ऊपर एक विनिमय पत्र लिखता है और स्वीकृति के पहले ही उस बिल को 'स' से बेचान कर देता है। 'ब' बिल की स्वीकृति न देने के कारण अस्वीकृत कर देता है। क्या 'ब', 'स' के विरुद्ध कोई उपचार रखता है?
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