बी ए - एम ए >> चित्रलेखा चित्रलेखाभगवती चरण वर्मा
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बी.ए.-II, हिन्दी साहित्य प्रश्नपत्र-II के नवीनतम पाठ्यक्रमानुसार पाठ्य-पुस्तक
प्रश्न- भारत में व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा का स्वरूप क्या है? व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा के उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर-
भारत में व्यावसायिक एवं तकनीकी शिक्षा का स्वरूप सामान्य रूप से शिक्षा को दो वर्गों में विभाजित किया जाता है -
(i) सामान्य शिक्षा, (ii) व्यावसायिक शिक्षा।
सामान्य शिक्षा में सामान्य विषयों का ज्ञान कराया जाता है, जैसे - भाषा, साहित्य, धर्म, दर्शन, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र तथा समाजशास्त्र आदि तथा व्यावसायिक शिक्षा द्वारा मनुष्यों को किसी व्यवसाय या रोजगार की शिक्षा दी जाती है, जैसे- कृषि, पशुपालन, रंगाई, कताई-बुनाई, वैद्यक, डाक्टरी, शिक्षण कार्य, वकालत, कपड़ा बुनना आदि।
आधुनिक युग में विज्ञान के क्षेत्र में बहुत प्रगति हुई है। अतः इसके प्रभाव से उद्योगों में बहुत परिवर्तन एवं विकास हुआ है। आज विज्ञान किसी भी क्षेत्र से अछूता नहीं है चाहे वह व्यावसायिक शिक्षा ही क्यों न हो। अतः किसी क्षेत्र में विज्ञान के अनुप्रयोग की तकनीकी कहते हैं और इस सबके शिक्षण-प्रशिक्षण को तकनीकी शिक्षा कहते हैं। तकनीकी शिक्षा व्यावसायिक शिक्षा का एक अंग है. इसके द्वारा ही छोटे और बड़े उद्योगों के लिए कुशल कर्मकार, इलैक्ट्रीशियन मैकेनिक फॉरमैन, वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ, इन्जीनियर आदि तैयार करते हैं। हमारे देश में व्यावसायिक शिक्षा की व्यवस्था सामान्य स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालयों में की जाती है और तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था तकनीकी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में की जाती है।
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